4 जून तक कैसा रहेगा मौसम ?

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हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ स्थानों पर बिजली कड़कने और तेज हवा के साथ आंधी की संभावना

तीन जून को असम, मेघालय, तटीय तथा दक्षिण कर्नाटक के भीतरी भागों, केरल और माहे के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना

 30 मई को पश्चिम राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में गर्म हवा चल सकती है

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार,

अगले पांच दिन के लिए मौसम अनुमान *    04 जून, 2021 के 0830 बजे तक भारतीय मानक समय

04 जून, 2021 के बाद के दो दिन 06 जून, 2021 तक के लिए मौसम दृष्टिकोण

  • उत्तर पूर्व भारत के ऊपर अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा के साथ काफी व्यापक से लेकर व्यापक वर्षा/आंधी तूफान
  • दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत तथा देश के द्वीपों के ऊपर छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा/आंधी तूफान
  • पूर्वी तथा मध्य भारत, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर पश्चिम भारत के समीपवर्ती मैदानी क्षेत्रों के ऊपर छिटपुट से लेकर अलग अलग स्थानों पर वर्षा/आंधी तूफान
  • देश के शेष हिस्सों में मौसम के सूखा रहने का अनुमान

अगले पांच दिनों के लिए मौसम अनुमान *

30 मई (पहला दिन): पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर अलग अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली तथा तेज हवा (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने), उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ एवं दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्र एवं सिक्किम, ओडिशा, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना तथा केरल एवं माहे में अलग अलग स्थानों पर तथा जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान एवं मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्रों, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा, कोंकण एवं गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश एवं यानम, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदेचेरी एवं कराईकल तथा लक्षद्वीप में अलग अलग स्थानों पर बिजली के साथ तेज हवा (गति के 30-40 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के बहने का अनुमान है। पश्चिमी राजस्थान के ऊपर अलग अलग स्थानों पर गरज के साथ वर्षा/धूल भरी आंधी (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) आने का अनुमान है।

  • पश्चिम राजस्थान के कुछ क्षेत्रों, दक्षिण पंजाब, दक्षिण हरियाणा, पूर्वी राजस्थान तथा विदर्भ के अलग अलग स्थानों पर गर्म हवा की स्थिति व्याप्त होने का अनुमान है।
  • पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम के उप-हिमालयी क्षेत्रों, असम एवं मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश तथा यानम और केरल तथा माहे में अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।
  • चक्रवाती मौसम (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के उत्तर पश्चिम तथा समीपवर्ती उत्तर पूर्व अरब सागर तथा दक्षिण पश्चिम एवं पश्चिम मध्य अरब सागर, कोमोरीन तथा लक्षद्वीप क्षेत्रों, दक्षिण श्रीलंका तट तथा केरल तट के क्षेत्रों में व्याप्त होने का अनुमान है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने का सुझाव दिया गया है।

31 मई (दूसरा दिन): उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ एवं दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्र एवं सिक्किम, ओडिशा, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना तथा केरल एवं माहे में अलग अलग स्थानों पर तथा जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान एवं मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्रो और सिक्किम, ओडिशा और अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा, कोंकण एवं गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश एवं यानम, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदेचेरी एवं कराईकल तथा लक्षद्वीप में अलग अलग स्थानों पर आंधी तूफान, बिजली के साथ तेज हवा (गति के 30-40 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के बहने का अनुमान है। पश्चिमी राजस्थान के ऊपर अलग अलग स्थानों पर गरज के साथ वर्षा/धूल भरी आंधी (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) आने का अनुमान है।

  • अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश एवं यानम, तथा केरल एव माहे में अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।
  • चक्रवाती मौसम (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के उत्तर पश्चिम तथा समीपवर्ती उत्तर पूर्व अरब सागर तथा दक्षिण पश्चिम अरब सागर, लक्षद्वीप तथा केरल तट के क्षेत्रों में व्याप्त होने का अनुमान है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने का सुझाव दिया गया है।

1 जून (तीसरा दिन): उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ एवं दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, झारखंड, पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्र एवं सिक्किम, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना तथा केरल एवं माहे में अलग अलग स्थानों पर तथा जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान एवं मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा, कोंकण एवं गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश एवं यानम, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदेचेरी एवं कराईकल तथा लक्षद्वीप में अलग अलग स्थानों पर आंधी तूफान, बिजली के साथ तेज हवा (गति के 30-40 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के बहने का अनुमान है। पश्चिमी राजस्थान के ऊपर अलग अलग स्थानों पर गरज के साथ वर्षा/धूल भरी आंधी (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) आने का अनुमान है।

  • पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्र एवं सिक्किम, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा तथा केरल एव माहे में अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।
  • चक्रवाती मौसम (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के उत्तर पश्चिम तथा समीपवर्ती उत्तर पूर्व अरब सागर तथा दक्षिण पश्चिम अरब सागर, लक्षद्वीप तथा केरल तट के क्षेत्रों में व्याप्त होने का अनुमान है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने का सुझाव दिया गया है।

2 जून (चौथा दिन): – उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, झारखंड, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना तथा केरल एवं माहे में अलग अलग स्थानों पर तथा हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश एवं यानम, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदेचेरी एवं कराईकल तथा लक्षद्वीप में अलग अलग स्थानों पर आंधी तूफान, बिजली के साथ तेज हवा (गति के 30-40 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के बहने का अनुमान है। पश्चिमी राजस्थान के ऊपर अलग अलग स्थानों पर गरज के साथ वर्षा/धूल भरी आंधी (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) आने का अनुमान है।

  • असम एवं मेघालय, तटीय एवं आंतरिक कर्नाटक तथा केरल एव माहे में अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।
  • चक्रवाती मौसम (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के दक्षिण पश्चिम अरब सागर में व्याप्त होने का अनुमान है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने का सुझाव दिया गया है।

3 जून (पांचवां दिन): – उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, झारखंड, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना तथा केरल एवं माहे तथा, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश एवं यानम, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदेचेरी एवं कराईकल अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश एवं यानम, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदेचेरी एवं कराईकल तथा लक्षद्वीप में अलग अलग स्थानों पर आंधी तूफान, बिजली के साथ तेज हवा (गति के 30-40 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के बहने का अनुमान है। पश्चिमी राजस्थान के ऊपर अलग अलग स्थानों पर गरज के साथ वर्षा/धूल भरी आंधी (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) आने का अनुमान है।

  • असम एवं मेघालय, तटीय एवं आंतरिक कर्नाटक तथा केरल एव माहे में अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।
  • चक्रवाती मौसम (गति के 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने) के दक्षिण पश्चिम अरब सागर में व्याप्त होने का अनुमान है। मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने का सुझाव दिया गया है।

उल्लेखनीय मौसम विशेषताएं:

  • दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा लगातार 5 डिग्री उत्तर/72 डिग्री पूर्व, 6 डिग्री उत्तर/75 डिग्री पूर्व, 8 डिग्री उत्तर/80 डिग्री पूर्व, 12 डिग्री उत्तर/85 डिग्री पूर्व, 14 डिग्री उत्तर/90 और 17 डिग्री उत्तर/94 डिग्री पूर्व से गुजर रही है। दक्षिणपश्चिम मानसून के आरंभ के लिए केरल के ऊपर लगभग 31 मई 2021 को स्थितियां अनुकूल होने का अनुमान है।
  • दक्षिणी हवाओं के मजबूत होने के कारण, 30 मई, 2021 से उत्तर-पूर्वी राज्यों तथा समीपवर्ती पूर्वी भारत में काफी व्यापक से व्यापक वर्षा गतिविधि तथा अलग अलग स्थान पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।
  • एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ अक्षांश 66 डिग्री पूर्व से देशांतर 28 डिग्री उत्तर के साथ समुद्री तल से ऊपर लगभग 5.8 किमी पर अपनी धुरी के साथ मध्य एवं ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के साथ निचली क्षोभमंडलीय स्तर में उत्तर पाकिस्तान और समीपवर्ती क्षेत्रों में केंद्रित है, पंजाब एवं निकटस्थ क्षेत्रों के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण केंद्रित है और इस चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर उत्तर पूर्व राजस्थान की ओर गुजर रहा है। उनके प्रभाव में, अगले 4-5 दिन के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र तथा उत्तर पश्चिम भारत के समीपवर्ती मैदानी क्षेत्रों में अलग अलग स्थानों पर वर्षा/गरज के साथ छींटों का अनुमान है।
  • विदर्भ, तेलंगाना और रायलसीमा से होते हुए दक्षिणपूर्व मध्य प्रदेश तथा समीपवर्ती क्षेत्रों से दक्षिण तमिलनाडु को एक ट्रफ चलती है और निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर कर्नाटक तट के ऊपर पूर्व मध्य अरब सागर में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। उनके प्रभावों तथा अन्य अनुकूल मौसम संबंधी स्थितियों के कारण, अगले 4-5 दिनों के दौरान कर्नाटक तथा केरल एवं माहे के ऊपर छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा/गरज के साथ छींटे तथा दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के शेष हिस्सों में अलग अलग स्थानों पर वर्षा/गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है, अगले पांच दिनो के दौरान केरल एवं माहे के ऊपर अलग अलग स्थानों, 02 जून को तटीय कर्नाटक, 02 जून को दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, 30 एवं 31 मई को तटीय आंध्र प्रदेश में  भारी वर्षा होने का अनुमान है।
  • 30 मई को पश्चिमी राजस्थान के ऊपर अलग अलग स्थान पर गर्म हवा की स्थिति बनने का अनुमान है। 30 मई को पूर्वी राजस्थान, दक्षिणी पंजाब, दक्षिण हरियाणा तथा विदर्भ में भी अलग अलग स्थान पर गर्म हवा की स्थिति बनने का अनुमान है।

प्रमुख मौसम अवलोकन

  • वर्षा/गरज के साथ छींटे देखे गए (कल 0830 बजे भारतीय मानक समय से 1730 बजे भारतीय मानक समय): केरल एवं माहे के अधिकांश स्थानों पर, तटीय कर्नाटक के कई स्थानों पर, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान तथा मुजफ्फराबाद और मध्य महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, बिहार, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, कोंकण एवं गोवा तथा तटीय आंध्र प्रदेश और यानम के अलग अलग स्थानों पर।
  • वर्षा रिकार्ड की गई (कल 0830 बजे भारतीय मानक समय से 1730 बजे भारतीय मानक समय) (1 सेमी या अधिक): कोझिकोड-3, मैंगलोर (पनमबर) और बतोते-2 प्रत्येक, बहराइच, रांची और कन्नूर-1 प्रत्येक।
  • गरज के साथ वर्षा के छींटे देखे गए (कल 0830 बजे भारतीय मानक समय से आज 0530 बजे भारतीय मानक समय): जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान तथा मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों, पश्चिम मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यानम तथा मध्य महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर तथा पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना तथा मराठवाड़ा के ऊपर अलग अलग स्थानों पर।
  • कल, उत्तर पश्चिम राजस्थान के कई हिस्सों के ऊपर गर्म हवा की स्थिति देखी गई।
  • 29-05-2021 को अधिकतम तापमान अक्षांतर :

    जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान तथा मुजफ्फराबाद के कई स्थानों, असम एवं मेघालय, अरुणाचल प्रदेश तथा पश्चिम राजस्थान के कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से काफी अधिक (3.1 डिग्री सेल्सियस से लेकर 5.0 डिग्री सेल्सियस) और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अधिकांश स्थानों, पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्रों तथा सिक्किम, पंजाब, तटीय आंध्र प्रदेश और यानम तथा तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल के कुछ स्थानों तथा पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्रों, हिमाचल प्रदेश तथा विदर्भ के अलग अलग स्थानों पर सामान्य से अधिक (1.6 डिग्री सेल्सियस से लेकर 3.0 डिग्री सेल्सियस) रहा। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश स्थानों, बिहार के कई स्थानों, झारखंड, उत्तराखंड तथा पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों में तापमान सामान्य से बेहद नीचे (-5.1. डिग्री या कम) रहा, पश्चिम उत्तर प्रदेश के अधिकांश स्थानों, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के ऊपर कई स्थानों, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और गुजरात क्षेत्र के कई स्थानों, पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग अलग स्थानों पर तापमान सामान्य से काफी नीचे (-3.1 से लेकर -5 डिग्री सेल्सियस), उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अधिकांश स्थानों, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्रों, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली और मराठवाड़ा के कई स्थानों, पूर्वी राजस्थान तथा मण्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों में सामान्य से नीचे (-1.6 से लेकर -3 डिग्री सेल्सियस) तथा देश के शेष हिस्सों में लगभग सामान्य रहा। कल देश में गंगानगर (पश्मिी राजस्थान) में सर्वोच्च अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

  • 29-05-2021 को न्यूनतम तापमान अक्षांतर: हिमाचल प्रदेश, पंजाब और पश्चिमी राजस्थान में अलग अलग स्थान पर न्यूनतम तापमान सामान्य से बेहद ऊंचा (5.1 डिग्री सेल्सियस या अधिक) दर्ज किया गया, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान एवं मुजफ्फराबाद में अलग अलग स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी ऊंचा (3.1 डिग्री सेल्सियस से लेकर 5 डिग्री सेल्सियस तक), हरियाणा, चंडीगढ़, एवं दिल्ली, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, ओडिशा तथा तटीय आंध्र प्रदेश तथा यानम में कुछ स्थानों पर, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्रों, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम तथा त्रिपुरा, सौराष्ट्र एवं कच्छ तथा मध्य महाराष्ट्र के छिटपुट स्थानों पर सामान्य से अधिक (1.6 डिग्री सेल्सियस से लेकर 3 डिग्री सेल्सियस तक) दर्ज किया गया। पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से बेहद कम (-5.1 डिग्री सेल्सियस या कम), पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों, तेलंगाना के अलग अलग स्थानों पर सामान्य से बहुत कम (-3.1 डिग्री सेल्सियस से लेकर -5.0 डिग्री सेल्सियस तक), पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश तथा तटीय कर्नाटक के कई स्थानों, झारखंड, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तथा तमिलनाडु, पुदुचेरी तथा कराईकल के अलग अलग स्थानों पर सामान्य से कम (-1.6 डिग्री सेल्सियस से लेकर -3.0 डिग्री सेल्सियस तक) तथा शेष देश में लगभग सामान्य रहा। कल देश में देश के मैदानी क्षेत्रों में फतेहगढ़ (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) में सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
  • मौसम विज्ञान संबंधी विश्लेषण (0530 बजे भारतीय मानक समय पर आधारित)
  • दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा लगातार 5 डिग्री उत्तर/72 डिग्री पूर्व, 6 डिग्री उत्तर/75 डिग्री पूर्व, 8 डिग्री उत्तर/80 डिग्री पूर्व,  12 डिग्री उत्तर/85 डिग्री पूर्व, 14 डिग्री उत्तर/90 और 17 डिग्री उत्तर/94 डिग्री पूर्व से गुजर रही है।
  • दक्षिणपश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए लगभग 31 मई 2021 को स्थितियां अनुकूल होने का अनुमान
  • पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा समीपवर्ती क्षेत्रों में समुद्र तल से ऊपर लगभग 4.5 किमी तक विस्तारित चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
  • पूर्व उत्तर प्रदेश तथा समीपवर्ती क्षेत्रों से विदर्भ के ऊपर पूरे पूर्वी मध्य प्रदेश में समुद्र तल से ऊपर 1.5 किमी एवं 2.1 किमी के बीच उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण के ऊपर ट्रफ बना हुआ है।
  • एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ अक्षांश 66 डिग्री पूर्व से देशांतर 28 डिग्री उत्तर के साथ समुद्री तल से ऊपर लगभग 5.8 किमी पर अपनी धुरी के साथ मध्य एवं ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के साथ केंद्रित है, और समुद्र तल से ऊपर 2.1 किमी तथा 3.1 किमी के बीच उत्तरी पाकिस्तान और समीपवर्ती क्षेत्र में बना हुआ है।
  • समुद्र तल से ऊपर 1.5 किमी तक विस्तारित पंजाब एवं निकटस्थ क्षेत्रों के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण व्याप्त है।
  • समुद्र तल से ऊपर 0.9 किमी तक विस्तारित पंजाब एवं निकटस्थ क्षेत्रों से लेकर उत्तर पूर्व राजस्थान के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से ट्रफ व्याप्त है।
  • समुद्र तल से ऊपर 0.9 किमी तक विस्तारित दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश एवं निकटस्थ क्षेत्रों के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण व्याप्त है।
  • समुद्र तल से ऊपर 0.9 किमी तक विदर्भ, तेलंगाना और रायलसीमा से होते हुए दक्षिणपूर्व मध्य प्रदेश तथा समीपवर्ती क्षेत्रों के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से ट्रफ व्याप्त है।
  • समुद्र तल से ऊपर 5.8 किमी पर दक्षिण अरब सागर के मध्य हिस्सों तथा मध्य अरब सागर के समीपवर्ती हिस्सों के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण व्याप्त है।
  • समुद्र तल से ऊपर 3.1 किमी पर कर्नाटक तट के करीब पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण व्याप्त है।
  • समुद्र तल से ऊपर 1.5 किमी तक पर उत्तरी अंडमान सागर तथा समीपवर्ती हिस्सों के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण व्याप्त है।

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