एनएचएम हरियाणा के निदेशक डॉ बीके राजौरा ने किया स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण
बोहड़ाकला, पटौदी, भांगरोला, पलड़ा स्वास्थ्य केंद्रों का किया निरीक्षण
गुरुग्राम, 30 मई। कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए हरियाणा प्रदेश ने तैयारी पूरी कर ली है। कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर को देखते हुए मरीजों के उपचार , दवाओं सहित ऑक्सीजन आदि सभी तैयारियां समय रहते पूरी की जा चुकी है । यह बात रविवार को एनएचएम हरियाणा के निदेशक डॉ बीके राजौरा ने पटौदी नागरिक अस्पताल में बातचीत के दौरान कही ।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना हरियाणा के निदेशक डॉ बीके राजौरा रविवार को विशेष रूप से पटौदी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड उपचार सहित अन्य आवश्यक संसाधनों की जरूरतों का आंकलन करने आए थे। उन्होंने बोेहड़ाकला कोविड आइसोेलेेशन सेंटर, पटौदी नागरिक अस्पताल, भांगरोला तथा पलड़ा स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया और स्थानीय चिकित्सा अधिकारियों से कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर के बारे में विस्तार से चर्चा भी की।
डॉ राजौर ने कहा कि कोविड-19 की पहली लहर के बाद दूसरी लहर में लोगों ने लापरवाही बरती जबकि स्वास्थ्य विभाग, केंद्र सहित राज्य सरकारें कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने के लिए निरंतर प्रेरित भी करती रही। इतना ही नहीं कोविड संक्रमण को रोकने के लिए सरकारों को लोकडाउन भी लगाना पड़ा है । लॉक डाउन का एक ही मकसद और उद्देश्य रहा है कि आम जनमानस का आवागमन कम से कम हो । उन्होंने कहा कि आशंका जाहिर की जा रही है कि कोविड-19 की तीसरी लहर आ सकती है, ऐसे में हरियाणा सरकार और स्वास्थ्य विभाग की अब यही प्राथमिकता है कि भविष्य में किसी की ऑक्सीजन या दवा की कमी की वजह से जान ना जाए।
उन्होंने कहा कि माइक्रो लेवल पर टेस्ट, ट्रेस और ट्रीटमेंट योजना के तहत काम किया जा रहा है । गुरुग्राम सहित आज पूरे हरियाणा में किसी भी क्षेत्र में किसी भी शहर में ऑक्सीजन और कोविड केयर आइसोलेशन सेंटर सहित बेड की कोई कमी नहीं है । कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए सभी को वैक्सीन लगवानी चाहिए।
पटौदी नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के संदर्भ में डॉ राजौरा ने बताया कि इस प्लांट की बदौलत एक साथ जरूरत पड़ने पर कम से कम 500 रोगियों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी। आने वाले समय में प्रदेश के सभी 135 पीएचसी और सीएससी स्वास्थ्य केंद्रों पर भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
इस अवसर पर डिप्टी सिविल सर्जन किरण मीत, डॉ नीरू यादव, डॉ ज्योति सभरवाल, राजेश जिंदल, सुशीला देवी , फार्मेसिस्ट अशोक व अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी मौजूद रहे ।