ड्राइव थ्रू वैक्सीनेशन नवाचार प्रयोग और टीकाकरण के लिए गुरुग्राम जिला प्रशासन की हुई सराहना
पीएम ने वीसी के माध्यम से देश के 60 से ज्यादा जिलों के उपायुक्तों के साथ की कोविड नियंत्रित करने के उपायों की समीक्षा
गुरुग्राम में दी जा चुकी वैक्सीन की 6 लाख से ज्यादा डोज, लगभग 30 प्रतिशत आबादी कवर – डीसी
14 लाख से ज्यादा हो चुके हैं टेस्ट, जो देश की सर्वाधिक दरो में से एक : डीसी
गुरुग्राम, 20 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के विभिन्न राज्यों के 60 से ज्यादा जिलों के उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया जिसमें उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई की समीक्षा की और आगे की रणनीति की जानकारी ली। प्रधानमंत्री की इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में गुरुग्राम जिला प्रशासन के ‘ड्राइव थ्रू वैक्सीनेशन’ कार्य का जिक्र किया गया, जिसे इनोवेटिव आइडिया अर्थात नवाचार प्रयोग माना गया। इस इनोवेटिव आइडिया और वैक्सीनेशन ड्राइव की वीसी में सराहना की गई।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में समीक्षा के लिए गुरुग्राम जिला का दूसरा ही नंबर था और जब उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने जिला की रिपोर्ट देनी शुरू की तब प्रधानमंत्री पूछ बैठे कि आप मनुष्यों के डॉक्टर हैं या पढ़ाई वाले डॉक्टर है। इस पर उपायुक्त डॉ गर्ग ने बताया कि वे एमबीबीएस डॉक्टर हैं।
जिला की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने प्रधानमंत्री को बताया कि गुरुग्राम जिला में कोविड-19 की स्थिति की मॉनिटरिंग स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर रहे हैं। उनका, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा का मार्गदर्शन निरंतर गुरुग्राम प्रशासन को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम जिला में कोविड-19 नियंत्रण उपायों के तहत वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है और अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की 6 लाख से ज्यादा डोज दी जा चुकी हैं, जो लगभग 30% आबादी है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्तियों की पहचान के लिए टेस्टिंग पर फोकस है और अब तक जिला में 14 लाख से ज्यादा टेस्ट करवाए जा चुके हैं जो कि देश की सर्वाधिक दरों में से एक है।
डॉक्टर गर्ग ने बताया कि कॉविड नियंत्रण उपायों में आम जनता को भागीदार बनाया जा रहा है और आवासीय सोसायटियो में आरडब्लूए तथा ग्रामीण क्षेत्र में पुरानी पंचायतों व मौजीज व्यक्तियों के सहयोग से लोगों को कोविड-19 अनुकूल व्यवहार करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सिविल डिफेंस के तंत्र को भी जागरूकता कार्य में लगाया गया है। परिणाम स्वरूप जिला का पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से 12% तक आ गया है जो कि पहले 33% तक पहुंच गया था।
उन्होंने बताया कि कॉविड के खिलाफ जनभागीदारी करते हुए 32 आरडब्लूए ने अपने आवासीय परिसरों में कोविड केयर सेंटर खोले हैं। इसी प्रकार, कंपनियों तथा संस्थाओं के सहयोग से चार बड़े कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पेरी अर्बन और ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस करने के लिए राज्य में हरियाणा ग्रामीण स्वास्थ्य चेकअप योजना चलाई जा रही है जिसके तहत हर गांव में घर घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य का चेकअप किया जा रहा है। इसमें हर गांव में 2 टीम लगाई गई है जिनमें आंगनवाड़ी वर्करो, अध्यापको, सरपंच या गांव का अन्य प्रभावशाली व्यक्ति, ग्राम सचिव आदि को शामिल किया गया है। कम लक्षणों वाले व्यक्तियों को उनके घर में अलग से रहने की सलाह दी जा रही है या आइसोलेशन सेंटर में रखा जा रहा है।
संक्रमित व्यक्तियों को सरकार की तरफ से आयुष किट दी जा रही है जिसमें आयुर्वैदिक काढा व दवा, एलोपैथिक दवाइयां, उपकरण आदि सहित 15 वस्तुएं हैं। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम जिला के ग्रामीण क्षेत्र में 6000 से अधिक टेस्ट किए गए हैं, जिसमें 44 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं। जिला के गांवो में 164 आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगले 5 दिन में ग्रामीण क्षेत्र को कवर करने का लक्ष्य रखा गया है।
डॉ गर्ग ने कहा कि गुरुग्राम को देश में आईटी हब के रूप में जाना जाता है और इस का लाभ उठाते हुए सभी नागरिकों को पोर्टल पर एक ही जगह कॉविड से जुड़ी सूचनाएं ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जो लोग ऑनलाइन सिस्टम का उपयोग कम करते हैं, उनके लिए कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर 1950 संचालित किया जा रहा है, जहां पर फोन करके वे जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को उनके घर द्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने की व्यवस्था की हुई है। इसके तहत गुरुग्राम जिला में अब तक एक हजार से ज्यादा सिलेंडरो की डिलीवरी मरीजों के डोर स्टेप पर की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 नियंत्रण के इन उपायों तथा लॉक डाउन की वजह से जिला में पॉजिटिव केसो में कमी आई है। पहले जहां 5000 से ज्यादा केस आ रहे थे, उनकी संख्या अब घटकर 1000 से लेकर 1200 तक रह गई है।
इस वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान गुरुग्राम में उपायुक्त डॉ यश गर्ग के अलावा नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह, कोविड-19 प्रबंधन के लिए राज्य सरकार द्वारा चंडीगढ़ से भेजे गए वरिष्ठ अधिकारी राज नारायण कौशिक, डीसीपी धीरज कुमार सेतिया, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण प्रशासक जितेंद्र यादव, अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पवार और सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव उपस्थित रहे।