डीजीपी मनोज यादव ने हरियाणा पुलिस जर्नल-2020 के तीसरे अंक का विमोचन किया

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चंडीगढ़, 22 अप्रैल : हरियाणा के पुलिस महानिदेशक, मनोज यादव ने आज पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और विषय विशेषज्ञों की उपस्थिति में हरियाणा पुलिस जर्नल-2020 के तीसरे अंक का विमोचन किया। इस अवसर पर संपादकीय और सलाहकार बोर्ड के सभी सदस्यों के प्रयासों की सराहना करते हुए डीजीपी ने कहा कि हरियाणा पुलिस का यह प्रकाशन पाठकों सहित शौधकर्ताओं के लिए ज्ञानवर्धक और देशभर में पुलिसिंग के लिए जानकारी का महत्वपूर्ण स्रोत है। पुलिसिंग और आपराधिक न्याय प्रणाली में दिन-प्रतिदिन की घटनाओं में इसका सीधा संबंध है।


पुलिस महानिदेशक, जो हरियाणा पुलिस जर्नल के संरक्षक भी हैं, ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस की इस अनूठी पहल की शुरूआत तीन वर्ष पूर्व की गई थी. इसे निरंतर जारी रखा गया है। पुलिस जर्नल का प्रथम अंक 2018 में शुरु किया गया था. 2019 में इसके दूसरे अंक का प्रकाशन किया गया।


उन्होंने आईजीपी डॉ. हनीफ कुरैशी को निरंतर सफल प्रकाशन के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह एक अनूठी पहल है जो पुलिस लीडरस, शोधकर्ताओं, विश्लेषकों और योजनाकारों को जोडऩे के साथ-साथ पुलिस सेवाओं से संबंधित विषयों को और समृद्ध बनाएगी। जर्नल में संकलित महत्वपूर्ण विषय आपराधिक न्याय प्रणाली में एक नए युग की शुरुआत के साथ देश में पुलिसिंग की पुरानी परंपराओं के लिए नए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने में सहायक होंगे।


इस अवसर पर बोलते हुए आईजीपी और हरियाणा पुलिस जर्नल के संपादक डॉ. हनीफ कुरैशी ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा भारतीय पुलिस जर्नल की तर्ज पर 2018 से इसे प्रकाशित किया जा रहा है। प्रकाशन का उद्देश्य अच्छी पुलिस प्रथाओं का संकलन कर इसे सभी के लाभ व उपयोग हेतू साझा करना है। पुलिस अनुसंधानकर्ताओं, अकादमिक शोधकर्ताओं, न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं, छात्रों और नागरिकों द्वारा संकलित किए गए सभी शोध लेखों की विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा की गई है।


वर्तमान कानून प्रवर्तन नीतियों से लेकर, पुलिस मुद्दों, पुलिस जांच, जवाबदेही, मानवाधिकार और संबंधित आपराधिक न्याय मुद्दों का महत्वपूर्ण विश्लेषण जर्नल की मूक विशेषताएं हैं। हरियाणा सहित पूरे देश से अच्छे अभ्यास के उदाहरणों को प्रस्तुत करते हुए यह प्रकाशन वर्तमान शैक्षणिक अनुसंधान और भारत में पुलिसिंग के सुधार के लिए इसके उपयोग का परीक्षण भी करता है।


इस अवसर पर एडीजीपी आधुनिकीकरण एवं कल्याण श्री आलोक कुमार रॉय, एडीजीपी प्रशासन एवं आईटी श्री ए.एस. चावला, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर, श्री नवदीप सिंह विर्क, एडीजीपी सीएडब्लयू श्रीमती कला रामचंद्रन, आईजी लॉ एंड ऑर्डर, श्री राकेश आर्य सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे, जबकि न्यायिक मजिस्ट्रेट, पंजाब श्रीमती आशिया जिंदल, एडीजे सोनीपत डॉ. परमिंदर कौर और सेंटर फॉर मेंटल हेल्थ, दिल्ली की निदेशक डॉ सारिका बूरा ने वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े।

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