नोट्बंदी से आम जनता परेशान : आफताब अहमद

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यूनुस अलवी

मेवात : हरियाणा के पूर्व मंत्री और कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष चौधरी आफताब अहमद ने नोटबंदी के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी के फ़ैसले पर सरकार को इसमें कोई कामयाबी नहीं मिली है। क्योंकि बड़े पैसे वाले लोगों ने अपना जुगाड़ कर लिया है और अपने काले धन को रिसाइकल कर लिया है जबकि देश की आम जनता को आज भी काफ़ी तकलीफें हो रही हैं। ये कदम देश की भोली भाली जनता के साथ बहुत बड़ा घोटाला है।

 

एटीएम और बैंकों के बाहर कतारों में देशभर में तकरीबन 80 से ज्यादा लोग एटीएम और बैंकों के बाहर लगी लंबी कतारों में अपनी जान गवां बैठे हैं । आम आदमी,किसान,मजदूर और छोटे कारोबारियों की कमर तोड़ने के लिए भाजपा की  गलत नीति और नियत जिम्मेदार है। पूर्व मंत्री आफताब अहमद ने कहा की नोटबंदी के 36 दिन बाद भी एटीएम और बैंकों में लंबी कतारें लग रही हैं, बैंकों और एटीएम में कैश की किल्लत बदस्तूर बरकरार है।

 

सुबह होने से पहले ही एटीएम के बाहर कतार लग जाती है, सैलरी निकालने के लिए लोग लंबी कतारों में खड़े हैं फिर भी उन्हें तय सीमा के मुताबिक बैंक से कैश नहीं मिल रहा है। पूर्व मंत्री ने कहा की रोजी-रोटी के लिए महानगरों का रुख करने वाले मजदूरों पर नोटबंदी की मार पड़ी है, लगभग  40 फीसदी प्रवासी मजदूरों का अपने घरों की ओर पलायन हो चूका है।

 

आफताब ने कहा कि जब से ये फैसला लिया गया है तब से अब तक इसमें दर्जनों संशोधन किये गए है। इससे ये पता चलता है कि ये एक सोच समझ के लिया गया फैसला नहीं है। हरियाणा के इंडस्ट्रियल एरिया गुडगाँव, फरीदाबाद, पानीपत इलाका जहा पर काम कर रहे छोटे व् बड़े कारोबारी व् उनकी फैक्टरियों में काम कर रहे है हज़ारो मज़दूरों को अपने काम से हाथ धोना पड़ा है। देश के हर छोटे बड़े व्यापारी कारोबारी ,निर्माण व्यवसाय, सर्विस सेक्टर, मजदूर, नोकरी पेशा, किसान, ट्रांसपोर्टरों, अकुशल/कुशल श्रमिक, को हर रोज़ नुक्सान उठाना पद रहा है।

 

पूर्व मंत्री चौधरी आफताब अहमद ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा की नोटबंदी का जीडीपी पर भारी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा जो देश के विकास को थाम सकता है। मुद्रा के अभाव से जो नुकसान हुआ, वह बहुत बड़ा है। किसान, आमआदमी ,मजदूर ,छोटे लघु उद्योग इसका बड़ा शिकार बने हैं हलाकि बड़े उद्योगपतियों या कारपोरेट जगत का ज़्यादातर कामकाज नकद में नहीं होता इसलिए  उन पर कोई ख़ास असर नहीं पड़ा है। भाजपा सरकार ने आम आदमी, किसान, गरीब, मजदूर को दरकिनार करके सिर्फ अपने पूंजीपति दोस्तों का ख्याल रखा है।

 

   हरियाणा कांग्रेस उपाध्यक्ष चौधरी आफताब अहमद ने कहा की भारत में नोटबंदी के बाद से आम लोगों का   करेंसी से भरोसा उठ गया है जिससे वजह से अर्थव्यवस्था सहमी हुई है, इसका सबूत यह है कि डॉलर के मुक़ाबले रुपया लगातार टूट रहा है जिससे जीडीपी कम हो जाएगी। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा की सरकार कहती है कि नोटबंदी की वजह से बारह लाख करोड़ रुपए

 

बैंकों में जमा हो गए जिसमे से चार लाख करोड़ रुपए बैंकों ने लोगों को दे दिए  इस हिसाब से बैंकों के पास आठ लाख करोड़ रुपए जमा हो गए। सरकार के पास पैसे आ गए पर लोगों के पास अपनी सामान्य जरूरतों के लिए पैसे नहीं हैं। आफ़ताब अहमद ने भाजपा सरकार पर नोटबंदी की आड़ में भ्रस्टाचार को जन्म देने का आरोप लगाते हुए कहा की एक तरफ तो आम जनता एक महीने से दो हज़ार के लिए लाइनों में लग लग कर रात गुज़र रही है वहीँ दूसरी तरफ बड़े बड़े लोगों से रोज़ करोड़ों रूपये के नए नोट बरामद हो रहे हैं। आखिर कैसे इतनी बड़ी मात्रा में इन लोगों को नए नोट आसानी से मिल गए ।

 

भाजपा सरकार से इन बड़े लोगों की नज़दीकियां भी सामने आई हैं।  पूर्व मंत्री आफताब अहमद ने भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा की जो सरकार विदेशों से कला धन भारत लाने की बात करती थी, उसी सरकार ने काला धन भारत से विदेश भेज दिया है।  पूर्व मंत्री ने कहा की नोटबंदी के एक महीने से ज्यादा में शेयर बाजार सुस्त हो गया । नोटबंदी के ऐलान  शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की जा

 

रही है । जहाँ  बीएसई 8 नवंबर को 27,591 था वहीं 7 दिसंबर तक 26,237 तक पहुंच गया। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी लोकतान्त्रिक देश में तानाशाह की तरह काम कर रहे है।

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