नई दिल्ली। परस्पर 10 दिन चले आपसी अभ्यास के बाद भारत-उज्बेकिस्तान संयुक्त क्षेत्र प्रशिक्षण युद्धाभ्यास डस्टलिक के दूसरे संस्करण का शुक्रवार को समापन हो गया। 10 मार्च को शुरू हुए संयुक्त अभ्यास में ज़ोर शहरी परिदृश्य में उग्रवाद/आतंकवाद विरोधी अभियानों पर होने के साथ-साथ हथियारों के कौशल पर विशेषज्ञता साझा करने पर केंद्रित था। इस अभ्यास ने दोनों सेनाओं के सैनिकों को स्थायी पेशेवर और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देने का अवसर भी मिला।
गहन सैन्य प्रशिक्षण के बाद दोनों सेनाओं के संयुक्तअभ्यास का समापन हुआ, दोनों देशों की सेना इस अभ्यास के दौरान आतंकवादी समूहों पर अपनी युद्ध शक्ति और प्रभुत्व का प्रदर्शन कर रही थी । समापन समारोह में दोनों देशों के अनूठे पारंपरिक संपर्क के साथ अपार प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया । वरिष्ठ अधिकारियों ने अभ्यास के व्यावसायिक संचालन के प्रति संतोष और आभार व्यक्त किया ।
अभ्यास के दौरान पैदा हुई मिलनसारिता, दल भावना एवं सद्भावना से भविष्य में दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच संबंधों को मजबूत करने में और बढ़ावा मिलेगा ।