नई दिल्ली : वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह, एवीएसएम, वीएसएम ने आजदिनांक 01 मार्च 2021 को यहां नेवल बेस पर आयोजित एक शानदार औपचारिक परेडमें वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन, पीवीएसएम, एवीएसएम से फ्लैग ऑफिसरकमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी), ईस्टर्न नेवल कमांड (ईएनसी) का पदभारसंभाला । वाइस एडमिरल एबी सिंह ने औपचारिक गार्ड का निरीक्षण किया और ईएनसीके विभिन्न जहाजों और प्रतिष्ठानों से तैयार किए गए नौसेना कर्मियों कीप्लाटूनों की समीक्षा की । समारोह में जहाजों, पनडुब्बियों और प्रतिष्ठानोंके सभी फ्लैग ऑफिसर्स और कमान अधिकारियों ने भाग लिया । बाद में उन्होंनेविशाखापट्टनम के बीच रोड पर युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्रकी सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले बलिदानियों को भी श्रद्धांजलि दी ।
दिनांक 01 जुलाई 1983 को कमीशन प्राप्त वाइस एडमिरल अजेंद्रबहादुर सिंह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) खड़कवासला के पूर्वछात्र हैं । एक नेविगेशन और डायरेक्शन विशेषज्ञ वाइस एडमिरल एबी सिंह ने 38 वर्षों में फैले अपने कैरियर में विभिन्न सामरिक स्टाफ और कमाननियुक्तियों पर रहे हैं ।
वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने भारत और विदेशों में सभीपेशेवर पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और स्टाफ कोर्स के दौरानमद्रास विश्वविद्यालय से अपना पहला परास्नातक प्राप्त किया, जहां उन्हेंस्कडर मेडल से सम्मानित किया गया । फ्लैग ऑफिसर ने क्रैनफील्डयूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम से ग्लोबल सिक्योरिटी में मास्टर डिग्री भीकी है ।
उन्होंने भारतीय नौसेना के जहाजों वीर (मिसाइल पोत), विंध्यागिरी (फ्रिगेट), त्रिशूल (गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट) और विराट (एयरक्राफ्ट कैरियर) की कमान संभाली है । इस अधिकारी के पास श्रीलंका मेंऑपेरशन पवन और वेस्टर्न फ्लीट के फ्लीट नेविगेटिंग ऑफिसर के रूप मेंपश्चिमी समुद्र तट पर ऑपेरशन पराक्रम का समृद्ध सामरिक अनुभव है । वह 2019 की शुरुआत में तीव्र सामरिक गतिविधि की अवधि के दौरान पश्चिमी नौसेना कमानमें चीफ ऑफ स्टाफ भी रहे हैं।
उन्होंने ईस्टर्न फ्लीट की कमान संभाली है और पूर्वी समुद्र तट की सारीविशिष्टताओं से परिचित हैं, और 2014 में सुपर चक्रवात हुदहुद से निपटने कीमुहिम में निकटता से जुड़े थे ।
नौसेना मुख्यालय में प्रिंसिपल डायरेक्टर और एसीएनएस (पॉलिसी एंड प्लान्स)के रूप में, वह समुद्री रणनीति, रूपांतरण और दीर्घकालिक क्षमता विकास योजनाऔर भारतीय नौसेना के आत्मनिर्भर भारत निर्माण रोडमैप के प्रवर्तन सेनिकटता से जुड़े हुए थे ।
वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह के पास एनडीए एवं डीएसएससीवेलिंगटन में प्रशिक्षक, स्ट्रेटेजिक फोर्सेज़ कमांड में डिप्टी सी-इन-सीएवं एकीकृत रक्षा कमान मुख्यालय में डिप्टी चीफ (ऑपेरशन एंड ट्रेनिंग) केरूप में कार्यकाल के दौरान सेना के अंगों के बीच संयुक्तता का एक समृद्धट्राई-सर्विस एक्सपोजर है।
वह भारतीय नौसेना में कमांडर-इन-चीफ का पद हासिल करने वाले यूपी सैनिक स्कूल के पहले पूर्व छात्र हैं।
उनकी विशिष्ट सेवा के लिए उन्हें 2011 में विशिष्ट सेवा पदक और 2016 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
फ्लैग ऑफिसर का विवाह श्रीमती चारू से हुआ है, जो अब नेवी वाइव्स वेलफेयरएसोसिएशन की प्रमुख हैं और उनकी दो बेटियां अंबिका और अजिता हैं।