नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत की। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के पुरस्कार विशेष हैं, क्योंकि विजेताओं ने उन्हें कोरोना के कठिन समय में अर्जित किया है। बातचीत के दौरान, प्रधानमंत्री ने स्वछता आंदोलन जैसे प्रमुख व्यवहार-परिवर्तन अभियानों में बच्चों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जब कोरोना के समय में बच्चे हैंडवॉश कैंपेन जैसे अभियानों में शामिल हुए, तब अभियान ने लोगों की सोच को प्रभावित किया और अभियान सफल हुआ। प्रधानमंत्री ने क्षेत्रों की विविधता को भी रेखांकित किया, जिनमें इस वर्ष पुरस्कार दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब एक छोटे विचार के लिए आवश्यक कार्य किये जाते हैं, तो परिणाम प्रभावशाली होते हैं। उन्होंने बच्चों को कार्य करने पर विश्वास करने के लिए कहा क्योंकि विचारों और कार्य की इस परस्पर क्रिया से लोगों को महत्वपूर्ण चीजों के लिए प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री ने बच्चों को सलाह दी कि वे इन उपलब्धियों तक सीमित ना रहें और अपने जीवन में बेहतर परिणाम के लिए प्रयास करते रहें।
प्रधानमंत्री ने बच्चों से अपने मन में तीन चीजें, तीन प्रतिज्ञा रखने को कहा। सबसे पहले, निरंतरता की प्रतिज्ञा। कार्य करने की गति में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। दूसरा, देश के लिए प्रतिज्ञा। यदि हम देश के लिए काम करते हैं और हर काम को देश के संदर्भ में देखते हैं, तो वह काम स्वयं से अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है । उन्होंने कहा कि बच्चों को यह सोचना चाहिए कि वे देश के लिए क्या कर सकते हैं, क्योंकि हम आजादी के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। तीसरा, विनम्रता की प्रतिज्ञा। प्रधानमंत्री ने निष्कर्ष के तौर पर कहा कि प्रत्येक सफलता के साथ हमें अधिक विनम्र होना चाहिए, क्योंकि हमारी विनम्रता दूसरों को हमारी सफलता पर खुश होने के लिए प्रेरित करेगी।
भारत सरकार नवाचार, शिक्षा उपलब्धि, खेल, कला तथा संस्कृति, सामाजिक सेवा और बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण क्षमताओं और उत्कृष्ट उपलब्धि वाले बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के तहत बाल शक्ति पुरस्कार प्रदान करती है। इस वर्ष, बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों के तहत देश भर के 32 आवेदकों को पीएमआरबीपी -2021 के लिए चुना गया है।
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने #RashtriyaBalPuraskar विजेता मो. शादाब से बातचीत की। शादाब संयुक्त राज्य अमेरिका में एक इंडियन यूथ अंबेसडर हैं, जिन्हें अमेरिकी विदेश विभाग के कैनेडी- लुगर यूथ एक्सचेंज एंड स्टडी (वाईईएस) कार्यक्रम की प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति मिली है.
पीएम मोदी ने ने #RashtriyaBalPuraskar विजेता मणिपुर के केंद्रीय विद्यालय की 11वीं की छात्रा वेनिश कीशम से बातचीत की. उन्हें पेंटिंग और गाना बहुत पसंद है, उन्हें कई राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होंने #RashtriyaBalPuraskar विजेता त्रिपुरा के अगरतला की रहने वाली 10 वर्षीय अर्शिया 5 साल की उम्र में ही अंतर्राष्ट्रीय शतरंज टूर्नामेंट में भाग लेने वाली राज्य की पहली शतरंज खिलाड़ी है।
RashtriyaBalPuraskar विजेता 16 वर्षीय ज्योति ने अपने बीमार पिता के साथ गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा तक 1200 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया। वह एक राष्ट्रीय स्तर की साइकिलिस्ट बनना चाहती हैं।
RashtriyaBalPuraskar विजेता, नांदेड़ के 14 साल के कामेश्वर ने अद्भुत साहस का प्रदर्शन कर 2 स्कूली बच्चों को डूबने से बचाया। उन्होंने खुद से तैराकी सीखी और वे राष्ट्रीय स्तर के तैराक बनने की इच्छा रखते हैं।
RashtriyaBalPuraskar विजेता, खुशी चिराग पटेल गुजरात की युवा स्केटियर हैं और वह अब तक कई राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आर्टिस्टिक रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप जीत चुकी है .
#RashtriyaBalPuraskar विजेता कुंवर दिव्यांश अपनी 5 वर्षीय बहन और सात अन्य को एक बैल के हमले से बचाया, इसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने यंग चाइल्ड अवार्ड फॉर साइंटिफिक इनोवेशन-2018, इंस्पायर अवार्ड-2018 आदि जैसे कई अन्य पुरस्कार भी जीता है।