आई सी ए आई का दो दिवसीय वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन
गुरुग्राम : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज नवोदित चार्टर्ड अकाऊंटेंटस का आह्वान किया कि वे अपनी सफलता के साथ-साथ समाज व देश की सफलता का भी उदेश्य रखें। मुख्यमंत्री आज गुरुग्राम के सैक्टर-14 स्थित राजकीय महाविद्यालय में आयोजित भारतीय चार्टर्ड अकाऊंटेंट संस्थान के दो दिवसीय वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रबंधन जीवन शैली का एक अंग हैं- चाहे वह विचारों का हो या आर्थिक व्यवस्था का हो। सरल तरीके के प्रबंधन को आप साकारात्मक या नाकारात्मक किसी भी दिशा में ले जा सकते हैं, ये मनुष्य की मनोवृति पर निर्भर करता है। किसी भी क्षेत्र या व्यवसाय में लक्ष्य हासिल करने के लिए शोर्ट कट का उपयोग ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि प्रबंधन को कैसे साकारात्मक या नाकारात्मक बनाया जाए, यह कला या तो वकील जानते हैं या चार्टर्ड अकाऊंटेंट (सीए) जानते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को ठीक रास्ते पर लाने के लिए वर्तमान भाजपा सरकार ने शासन व्यवस्था में बदलाव किए। इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी का सहारा लिया गया ताकि आम जनता को सेवाएं देने में कम से कम मानवीय हस्तक्षेप हो। इससे लोगों में धारणा बनी कि यह ईमानदार सरकार हैं।
उन्होंने कहा कि हम व्यवस्था सुधारने की दिशा में छोटे-छोटे निर्णय ले रहे थे कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक बड़ा निर्णय लेकर कुछ लोगों की नींद हराम कर दी, वे लोग अब रास्ते निकालकर प्रबंधन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि 31 दिसंबर के बाद क्या होगा, इसके बाद ऐसे प्रबंधन करने वालों पर भी निश्चित रुप से कार्यवाही होगी। उन्होंने चार्टर्ड अकाऊंटेंटों से कहा कि वे देश को 21वीं सदी में आगे ले जाने के लिए यह संकल्प लें कि जो भी कार्य करेंगें वह देश हित में होगा और इसी विचारधारा को वे आगे बढाएं।
श्री मनोहर लाल ने आज अपने जीवन के अनुभव भी सांझा करते हुए कहा कि उन्हें अपने जीवन काल के दौरान एक निजी कंपनी में वित्त एवं लेखा के निदेशक पद पर काम करने का मौका मिला। उस समय वित्त प्रबंधन के अनुभव हुए और यह भी जाना कि किस प्रकार से खरीद व बिक्री के अंतर को पाटा जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि गीता का श्लोक-‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन,मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि’ पढ़ा और उसे जीवन में उतारा,जिससे यह प्रेरणा मिली कि किसी भी चीज को प्राप्त करने की लालसा न रखें।
उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा कर्म किया है और कभी अपेक्षा नहीं रखी कि मुझे उसके बदले कुछ मिलेगा। यह उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने चार्टर्ड अकाऊंटेंटों को संदेश दिया कि वे विचारों की द्वंदता के बीच सही देशहित के रास्ते का चयन करें। इससे पूर्व, लोक निर्माण मंत्री राव नरवीर सिंह ने भी चार्टर्ड अकाऊंटेंटों का आह्वान किया कि वे उद्यमियों तथा अन्य व्यवसायियों को नियमानुसार टैक्स भरने के लिए प्रेरित करें ताकि वे देश के निर्माण में अपना योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि आमतौर पर जनसाधारण में यह धारणा है कि वह सीए अच्छा है जो ज्यादा से ज्यादा टैक्स की बचत करवाएं।
मुख्यमंत्री ने आज अपने गुरुग्राम के दौरे के दौरान राजकीय महाविद्यालय, सैक्टर-14 परिसर से ही स्वर्ण जयंती ई-लंर्निग सेंटर का उदघाटन तथा स्वर्ण जयंती कौशल विकास केन्द्र का ई-उदघाटन भी किया। उन्होंने मैमोग्राफी टैस्ट मोबाइल वैन का उदघाटन कर अवलोकन किया और हरी झण्डी दिखाकर रवाना भी किया।
इस अवसर पर भारतीय चार्टर्ड अकाऊंटेंट संस्थान के सेन्ट्रल काउंसिल मेंबर व नेशनल कन्वेंसन के समन्वयक अतुल कुमार गुप्ता तथा संस्थान की गुरुग्राम शाखा के चेयरमैन नवीन गर्ग ने भी संबोधित किया। अतुल कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में उन सभी विषयों व गतिविधियों को उजागर किया जिसके माध्यम से आई सी एआई देश के विकाश में सरकार को सहयोग कर रही है.
सीए नवीन गर्ग के अनुसार इस कान्वेंसन में सर्वाधिक 1400 छात्रों ने भाग लिया जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. उन्होंने आश्वस्त किया कि गुरुग्राम में सीए सरकार की सभी नीतियों के क्रियान्वयन के प्रति समर्पित है चाहे वह जीएसटी हो या जनहित के अन्य मामले.
इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री राव नरवीर सिंह, गुरुग्राम के विधायक उमेश अग्रवाल,ख् सोहना के विधायक तेजपाल तंवर, पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, हरियाणा हाऊसिंग बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चौहान, भाजपा प्रवक्ता रमन मलिक, भाजपा नेता कुलभूषण भारद्वाज, मंडलाक्युक्त डा. डी. सुरेश, उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश, पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार, अतिरिक्त उपायुक्त विनय प्रताप सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।