मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई जीएमडीए की बैठक में गुरुग्राम् के लिए कई बड़े निर्णय लिए गए

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गुरुग्राम 8 दिसंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण की 7वीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में जीएमडीए की महत्वपूर्ण परियोजनाओं तथा प्रगति को लेकर विस्तार से चर्चा की गई और पिछली बैठक में लिए गए निर्णयो की एक्शन टेकन रिपोर्ट की भी समीक्षा की गई।


बैठक में गांव खेड़की माजरा में श्री शीतला माता मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल के निर्माण को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई जिसमें बताया गया कि मैडिकल काॅलेज के साथ अस्पताल 650 बैड का होगा और उसके साथ में 100 बैड क्षमता का ट्रामा सैंटर भी बनाया जाएगा। यह मेडिकल कॉलेज अत्यंत आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा जिसमें चिकित्सा शिक्षा के लिए 250 सीटें होगी। इस परियोजना पर 981 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। इस मैडिकल काॅलेज व अस्पताल में स्टाॅफ के लिए आवासीय सुविधा के साथ विद्यार्थियों के हाॅस्टल भी होंगे और यह ग्रीन रेटिंग फाॅर इंटीग्रेटिड हेबिटेट एस्सेसमेंट(ग्रीहा-4) के मानको के अनुरूप होगा जबकि वर्तमान में ग्रीहा-3 के मानकों के अनुसार बनाए जा रहे हैं।

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-हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक तक की सड़क होगी 60 मीटर चौड़ी


बैठक में हीरो हौंडा चैंक से कैप्टन उमंग भारद्वाज चैक तक की सड़क की चैड़ाई 30 मीटर से बढ़ाकर 60 मीटर करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। लगभग 2.5 किलोमीटर लंबाई की इस सड़क को चौड़ा करने पर लगभग 200 करोड़ की लागत आएगी। इसके रास्ते में आ रहे सैक्टर-10 के वर्तमान बिजली सब स्टेशन को हटाकर उसके स्थान पर जीआईएस सब-स्टेशन बनाया जाएगा। उमंग भारद्वाज चौक से लेकर एनपीआर अर्थात् द्वारका एक्सप्रैस वे तक के मार्ग को सुदृढ़ व चौड़ा करने का कार्य पहले ही जीएमडीए द्वारा करवाया जा रहा है, जोकि जून-2021 तक पूरा होगा। ये दोनो निर्माण पूरा होने के बाद हीरो होंडा चौक से लेकर द्वारका एक्सप्रैस वे तक की सड़क 6 लेन की हो जाएगी और इस हिस्से में लगने वाले ट्रैफिक जाम से लोगों को निजात मिलेगी।


इसके अलावा, बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-48 पर स्थित रामपुरा चैंक से पटौदी रोड़ तक के वर्तमान 6 लेन मार्ग का सुधारीकरण करके इसे अपग्रैड किया जाएगा। इस प्रोजैक्ट काॅरिडोर में 3 बड़े चैराहे और 6 छोटे चैराहे आएंगे। इस परियोजना पर लगभग 63 करोड़ रूप्ये खर्च होंगे।


-धनवापुर में 75 एमएलडी क्षमता तथा बहरामपुर में 90 एमएलडी क्षमता के दो टर्शरी ट्रीटमेंट यूनिट होंगे स्थापित


आज की बैठक में गुरूग्राम जिला के धनवापुर में 75 एमएलडी क्षमता तथा बहरामपुर में 90 एमएलडी क्षमता की 2 टर्शरी ट्रीटमेंट यूनिट का निर्माण करने की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को भी मंजूरी दी गई। इन दोनो इकाईयों पर क्रमशः 27.30 करोड़ तथा 33.11 करोड़ की लागत आएगी और इस खर्च में इन दोनो इकाईयों की 5 वर्ष तक आप्रेशन और रख-रखाव की लागत भी शामिल है। ये दोनो इकाईयां 2 वर्ष में बनकर तैयार होंगी। इन इकाईयों का निर्माण नेशनल ग्रीन ट्रायब्यूनल की हिदायतों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।एनजीटी की हिदायत है कि सीवेज के पानी को नदी में डालने से पहले उसकी गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। गुरूग्राम जिला में वर्तमान में 5 एसटीपी चल रहे हैं जिनकी कुल क्षमता 338एमएलडी की है। इनमें 100 एमएलडी, 68 एमएलडी तथा 50 एमएलडी क्षमता के तीन एसटीपी धनवापुर में तथा 120 एमएलडी तथा 150 एमएलडी क्षमता के एसटीपी बहरामपुर में स्थापित हैं। इन पांचो एसटीपी में धनवापुर के 68 एमएलडी तथा 50 एमएलडी के दो प्लांट तथा बहरामपुर का 50 एमएलडी का एक प्लांट टर्शरी ट्रीटमेंट के स्तर पर काम कर रहा है। मुख्यमंत्री ने इस पर अपने विचार रखते हुए कहा कि सभी एसटीपी के शोधित पानी का प्रयोग उद्योगों तथा सिंचाई के लिए करने की योजनाएं तैयार की जाएं ताकि शुद्ध पेयजल की बचत हो सके।

  • सैंट्रर्ल पैरिफेरल रोड़(सीपीआर) के साथ बनेगी ड्रेन

  • जीएमडीए की आज हुई 7वीं बैठक में सीपीआर के साथ साथ ड्रेन का निर्माण करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। यह ड्रेन लगभग 135 करोड़ की लागत से बनेगी जिसमें एनएचएआई तथा जीएमडीए बराबर की हिस्सेदारी करेंगे। यह ड्रेन जीएमडीए की वृहद ड्रेनेज प्लान का हिस्सा है जिसके माध्यम से वर्तमान में एसपीआर और साथ लगते क्षेत्र के पानी की निकासी होगी। खास बात यह है कि यह ड्रेन उपर से खुली होगी और नीचे इसका तल भी कच्चा रखा जाएगा। यह ड्रेन भी नजफगढ़ ड्रेन में जाकर मिलेगी और इसका निर्माण 12 महीनों में पूरा होगा। हालांकि आज की बैठक में निर्णय लिया गया कि जीएमडीए के अधीन आने वाले पूरे क्षेत्र को पानी निकासी के हिसाब से जीरो डिस्चार्ज वाला क्षेत्र बनाया जाए और पूरे क्षेत्र से एक बूंद भी पानी बाहर ना जाए। इस परियोजना में सोहना रोड़ पर वाटिका चैंक के निकट लगभग 20 करोड़ रूप्ये की लागत से कलवर्ट का निर्माण भी शामिल है।

  • -बैठक में विस्तृत मोबिलिटी प्लाॅन पर हुई चर्चा

  • आज आयोजित बैठक में गुरुग्राम शहर के लिए विस्तृत मोबिलिटी प्लान पर विस्तार से चर्चा की गई। वर्ष-2041 में गुरूग्राम की अनुमानतः जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए मोबिलिटी प्लान तैयार किया जाएगा। इस प्लान में लोकल रूटों पर बसों, मेट्रो, साईकल ट्रैक तथा परिवहन के अन्य साधनों आदि को शामिल करने संबंधी विषयों पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। बैठक में बताया गया कि गुरूग्राम जिला में चार अलग-अलग रूटों पर मेट्रो सेवा को लेकर काम चल रहा है। इसमें मुख्य रूप से गुरूग्राम के रेजांगला चौक से दिल्ली के द्वारका सैक्टर-21 तक मैट्रो लाइन बिछाने की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। इसके अलावा, गुरूग्राम और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी बेहतर बनाने के लिए दिल्ली के नेलसन मंडेला मार्ग से गुरूग्राम में एमजी रोड़ को जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है लेकिन बायोडायवर्सिटी पार्क बीच में आने की वजह से यह ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। आज की बैठक में डीएलएफ को यह जिम्मेदारी दी गई है कि बायोडायवर्सिटी पार्क की हरियाली और पर्यावरण को नुकसान पहुचाए बगैर यदि अंडर ग्राउंड सड़क निकालने की संभावनाओं का पता लगाए।
    मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोना संक्रमण की वजह से गुरूग्राम में सिटी बस जीएमसीबीएल की सभी बसों का उपयोग नही हो पा रहा है इसलिए फरीदाबाद में भी सिटी बस सेवा शुरू करने के लिए यहां से 40 बसें फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण(एफएमडीए) को दी जाएंगी।

  • -जीएमडीए की आय बढ़ाने के उपायों पर भी की गई चर्चा

  • आज की बैठक में निर्णय लिया गया कि शहरी स्थानीय निकाय को मिलने वाले स्टांप ड्यूटी की 2 प्रतिशत राशि में से एक प्रतिशत भाग जीएमडीएम को देने का प्रावधान किया जाएगा। इसके लिए आगामी कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। इसके अलावा प्रोपर्टी टैक्स पर 10 प्रतिशत सेस लगाने पर भी विचार विमर्श किया गया है। बैठक में जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी एस कुंडु ने बताया कि प्राधिकरण के क्षेत्र में पड़ने वाली ग्रीन बैल्ट में शराब के ठेके खोलने की अनुमति पिछली बैठक में मिलने के बाद इसकी पाॅलिसी तैयार की गई जिससे जीएमडीए को लगभग ढाई करोड़ की आय हुई है। बैठक में ग्रीन बैल्ट में पैट्रोल पंप तथा नर्सरी लगाने के लिए जगह लीज पर देने की भी पाॅलिसी बनाने का निर्णय लिया गया। साथ ही बताया गया कि वर्ष-2019-20 में जीएमडीए को विभिन्न मदों से 202 करोड़ की आय हुई जबकि प्राधिकरण ने विभिन्न विकास कार्यों पर 223 करोड़ खर्च किए। इस लिहाज से प्राधिकरण का बजट 21 करोड़ घाटे में रहा। बैठक में चंडीगढ़ मुख्यालय से जुड़े टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के प्रधान सचिव ए के सिंह ने बताया कि ईडीसी से प्राप्त राशि में से 100 करोड़ की राशि जीएमडीए को हस्तांतरित कर दी जाएगी। वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने भी वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़ते हुए भरोसा दिलाया कि दिसंबर के बाद टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग को 300 करोड़ की राशि जारी की जाएगी। इसमे से भी ए के सिंह ने लगभग 150 करोड़ जीएमडीए को उपलब्ध करवाने का विश्वास दिलाया।
    बैठक में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, मेयर मधु आजाद, सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला कबलाना, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, गुरूग्राम के विधायक सुधीर सिंगला, बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज के चेयरमैन राकेश दौलताबाद, पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता, सोहना के विधायक संजय सिंह, जन सुरक्षा सलाहकार अनिल राव, जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी एस कुंडु, मंडल आयुक्त राजीव रंजन, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के प्रशासक जितेन्द्र यादव, गुरूग्राम के उपायुक्त अमित खत्री, नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह, जीएमसीबीएल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंजू चैधरी , आरटीए सचिव धारणा यादव, प्राधिकरण के सदस्य कंवर सचदेवा सहित कई वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। इनके अलावा, केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह , मेदांता के डा. नरेश त्रेहन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी एस ढेसी , दीप कालरा, डीएलएफ के राजीव सिंह , अतिरिक्त मुख्य सचिव एस एन राॅय व टीवीएसएन प्रसाद तथा प्रधान सचिव ए के सिंह ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।

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