नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 6:00 बजे एक बार फिर देश को संबोधित करेंगे यह सूचना प्रधानमंत्री ने स्वयं ट्वीट कर दी है समझा जाता है कि पिछले कुछ दिनों से देश में त्योहार के मौसम में और बिहार में विधानसभा चुनाव साथ ही मध्य प्रदेश में कुछ क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव को लेकर कोरोना के प्रति लोगों में बढ़ती गैर जिम्मेदारी को लेकर लोगों को आगाह कर सकते हैं ।
उल्लेखनीय है कि देश के लिए यह सुखद सूचना है कि पिछले 3 माह बाद पहली बार भारत में पूर्णा के नए मामले की संख्या 50000 से कम हुए हैं स्वास्थ विभाग के अनुसार देश में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या अब कुल कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों से 10% कम है। इससे सभी राज्यों में नवरात्रि का त्योहार शुरू होने के साथ ही बड़े पैमाने पर दुर्गा पूजा के पंडाल लगाए जा रहे हैं और धार्मिक आयोजन करने की सूचना आ रही है।
दूसरी तरफ बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं के चुनाव प्रचार के दौरान भी लोग पूर्ण संक्रमण के प्रति बेपरवाह दिख रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग चुनावी सभाओं में आ रहे हैं और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन को दरकिनार करते देखे जा रहे हैं। यही स्थिति लगभग मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा के कुछ क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार में भी देखे जा रहे हैं।
हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय की ओर से इस को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन जारी की गई है। लेकिन राज्य सरकारों की ओर से इसके अनुपालन को लेकर सख्ती नहीं दिखाई जा रही है ।जिला प्रशासन की निष्क्रियता के कारण दुर्गा पूजा पंडाल और धार्मिक आयोजन बड़े पैमाने पर हो रहे हैं जहां एक समय 100 से अधिक लोग एकत्रित हो रहे हैं। इस प्रकार की सूचना लगभग उत्तर भारत और पूर्वोत्तर के सभी राज्यों से आ रही है जिससे देश के स्वास्थ्य विशेषज्ञ परेशान हैं और हैरान भी।
प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और न्यूज़ पोर्टल की ओर से लगातार पूर्णा संक्रमण को लेकर की जा रही लापरवाही की खबरें प्रकाशित की जा रही हैं। लेकिन राज्य सरकारों का रवैया अभी भी बेपरवाह दिख रहा है। देश के स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस को लेकर चिंतित हैं और लगातार आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि विजयादशमी त्योहार के बाद और विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद तापमान नीचे जाने की स्थिति में देश में पूर्णा संक्रमण का फैलाव जोरो से हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन लगातार अपने संबोधन में देशवासियों से इसको लेकर संवेदनशीलता और संजीदगी बरतने की अपील कर रहे हैं। लेकिन लोगों पर इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है । यह स्थिति अगर बनी रही तो वह दिन दूर नहीं जब एक बार फिर देश के अधिकतर राज्य पूर्ण कोविड-19 संक्रमण का बड़े पैमाने पर शिकार हो सकते हैं।
अगर बात की जाए उत्तर प्रदेश दिल्ली हरियाणा राजस्थान जैसे राज्यों की तो यहां भी त्यौहार शुरू होने के साथ ही गैर जिम्मेदारी शुरू हो गई है। हालांकि गाइड लाइन में यह स्पष्ट है कि दुर्गा पूजा पंडाल स्थापित करने और धार्मिक आयोजन करने का क्या स्वरूप होगा और इस को लेकर जिला प्रशासन किन शर्तों के आधार पर उन्हें अनुमति देंगे लेकिन अधिकतर शहरों में बिना अनुमति के ही दुर्गा पूजा पंडाल स्थापित किए जाने और धार्मिक आयोजन किए जाने की सूचना मिल रही है।
दिल्ली गुड़गांव फरीदाबाद नोएडा गाजियाबाद सोनीपत पानीपत जैसे औद्योगिक शहरों में रामलीला का आयोजन भी पिछले सप्ताह से शुरू हो चुका है। रामलीला आयोजित करने वाली कमेटियां इस बात पर आमदा थी जिससे उन्होंने जिला प्रशासन पर अनुमति देने के लिए दबाव भी बनाया। रामलीला कमेटियों की ओर से लगातार यह दावे किए जाते रहे कि उन्होंने स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर सभी उपायों के साथ ही रामलीला का आयोजन करने का निर्णय लिया है लेकिन कई स्थानों पर इसका घोर उल्लंघन होने की सूचना है। लोग बिना मास के ही रामलीला देखने पहुंच रहे हैं जबकि सोशल डिस्टेंसिंग का नामोनिशान देखने को नहीं मिलता है।
पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों की लापरवाही की खबर उफान पर है इसलिए संभव है प्रधानमंत्री इसको लेकर लोगों को एक बार फिर अगाह करेंगे। हालांकि उन्होंने पिछले अपने कई संबोधन में लोगों से बारंबार अपील की है और थोड़ी सी भी लापरवाही बरतने के प्रति आगाह किया है। लेकिन लोग संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने और संक्रमण का असर कम होने की सूचना से लापरवाही बरतने लगे हैं। संकेत है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संदेश में लोगों से संवेदनशील रहने और कोरोनावायरस के खिलाफ देश में चल रही लड़ाई के प्रति जिम्मेदार बने रहने की अपील कर सकते हैं।