सर्व रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुरेन्द्र खुल्लर ने डीसी को दिया आश्वासन
रामलीला के दौरान हेल्थ प्रोटोकाल का नहीं होगा उल्लंघन
सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने को कुर्सियां में लोकिंग सिस्टम
कलाकरों का प्रवेश भी टोकन से होगा
गुरुग्राम। नवरात्रा के अवसर पर हर वर्ष इसी माह रामलीलाएं शुरू होती हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी संक्रमण की आशंका के मद्देनजर अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि शहर में रामलीलाओं का मंचन होगा भी या नहीं। अभी तक सरकार की ओर से इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसको लेकर सर्व रामलीला कमेटी की तैयारियां काफी पहले से ही शुरू हैं. पिछले दिनों शहर की सभी रामलीला कमेटियों की बैठक भी आयोजित की गई थी. गहन विचार विमर्श के बाद अब सोमवार को सर्व रामलीला कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने जिला उपायुक्त से मुलाकात कर अपने विचारों व सुझावों से अवगत कराया। कमेटी की मांग पर जिला उपायुक्त ने रामलीलाओं के मंचन की संभावना टटोलने और रिपोर्ट तैयार करने के लिए सिटी मजिस्टे्रट को अधिकृत किया है।
सोमवार को सर्व रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुरेंद्र खुल्लर की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल जिला उपायुक्त से मिलने पहुंचा। इस दौरान 7 रामलीला कमेटियों के प्रतिनिधि उनके साथ मौजूद थे । प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त के समक्ष रामलीला के दौरान सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों को लागू करने का आश्वासन दिया. उन्होंने आश्वस्त किया कि रामलीलाओं में किस भी स्तर पर कोविड 19 के प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं किया जाएगा। कमेटियों की ओर से सौंपे गए प्रस्ताव को जिला उपायुक्त अमित खत्री ने गौर किया और सिटी मैजिस्ट्रेट को इस मामले पर जमीनी स्तर पर जांच-पड़ताल कर रिपोर्ट सौंपने को कहा। माना जाता है कि सिटी मजिस्ट्रेट स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रामलीला मंचन किये जाने वाले स्थलों का जायजा लेते हुए स्वास्थ्य विभाग से भी सुझाव मांगेगे.
उल्लेखनीय है कि सामान्य परिस्थितियों में भी जिला में किसी भी प्रकार के आयोजन की अनुमति देने से पूर्व जिला उपायुक्त कार्यालय की ओर से उक्त आयोजन को लेकर स्थानीय पुलिस, फायर विभाग, मनोरंजन कर विभाग, नगर निगम सहित कई विभागों से रिपोर्ट तलब किये जाते हैं. उक्त विभाग प्रमुखों की ओर से अनापत्ति (एनओसी) देने के बाद ही जिला उपायुक्त अनुमति देते हैं. लेकिन इस बार स्वास्थ्य विभाग की भूमिका अहम् है. इसलिए कोरोना संक्रमण की आशंका के कारण उनकी रिपोर्ट को नजरअंदाज करना जिला प्रशासन के लिये मुश्किल होगी.
गौरतलब है कि गुरुग्राम में रामलीला मंचन का इतिहास बेहद पुराना है और यह सांस्कृतिक धरोहर के रूप में एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तान्तरित होती रही है. प्रति वर्ष होने वाले इस आयोजन को लेकर रामलीला कमेटी, रामलीला कलाकार और आम शहरियों में बड़ी उत्सुकता रहती है. इस बार कोरोना संक्रमण ने लोगों को चिंतित कर रखा है लेकिन फिर भी लोग आशान्वित हैं. लोग इस धार्मिक आयोजन के सहारे पिछले लगभग सात माह की कोरोना कैद को भुलाना चाहते हैं जबकि वातावरण में सकराताम्कता का संचार करना चाहते हैं. संभव है इसलिए ही रामलीला कमेटियों ने अनुमति नहीं मिलने की स्थिति में भी ऑनलाइन /वेव रामलीला मंचन या प्रसारण के प्रस्ताव पर भी विचार किया है जबकि सजीव मंचन की तैयारी पूरी कर ली है .
श्रीदुर्गा रामलीला कमेटी ने पूरी की तैयारी
इस बार रामलीला करने की अनुमति मिले या ना मिले, लेकिन श्रीदुर्गा रामलीला कमेटी ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। अंतिम समय में भी अगर अनुमति मिलती है तो रामलीला के मंचन में कोई बाधा नहीं होगी। रामलीला कमेटी के प्रवक्ता राज सैनी बिसरवाल ने बताया कि जैकबपुरा स्थित श्रीदुर्गा रामलीला मंचन के मैदान को इस बार चारों ओर से ढका जाएगा। प्रवेश और निकासी के अलग-अलग द्वार होंगे। प्रवेश करने वालों को सेनिटाइज किया जाएगा। मैदान में कुर्सियों को उचित दूरी पर रखा जाएगा। मैदान की क्षमता 900 लोगों की है, लेकिन यहां मात्र 400 कुर्सियां ही इस बार रखी जाएंगी। कुर्सियों को हिलाया ना जा सके, इसलिए लॉकिंग सिस्टम पर विचार किया जा रहा है। सभी कलाकारों के लिए मेकअप किट अलग से दी जाएगी। एक-दूसरे की किट को शेयर नहीं किया जाएगा। मेकअप मैन 2 से 4 कलाकारों का ही मेकअप करेगा। मेकअप रूम मंच के साथ ही बनाया जाएगा और कलाकारों को टोकन दिए जाएंगे। जिस कलाकार का रोल होगा, वही कलाकार मेकअप रूप में जा सकेगा। रामलीला कमेटी ने सभी कलाकारों को उनकी ड्रेस आदि दे दी है। सख्त हिदायत दी है कि किसी की ड्रेस को सांझा ना करें। सभी कलाकारों के माइक भी अलग होंगे। आपात स्थिति के लिए एम्बुलेंस भी बुक की गई है। जरूरत पडऩे पर तुरंत बुलाया जाएगा।
सभी अतिथियों का रखेंगे विशेष ख्याल
रामलीला में रोजाना आने वाले अतिथियों का भी विशेष ख्याल रखा जाएगा। उन्हें सेनिटाइज कराने के साथ आरती करते समय दस्ताने पहनाए जाएंगे, ताकि कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा न के बराबर हो। दर्शकों, अतिथियों व कलाकारों की थर्मामीटर से स्कैनिंग की जाएगी।