नई दिल्ली। खेल पुरस्कार खेलों में उत्कृष्टता को पहचानने और पुरस्कृत करने के लिए हर वर्ष दिए जाते हैं। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार चार वर्षों की अवधि में एक खिलाड़ी द्वारा खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है; अर्जुन पुरस्कार लगातार चार वर्षों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
द्रोणाचार्य पुरस्कार प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक विजेता तैयार करने के लिए कोचों को जाता है; ध्यानचंद पुरस्कार खेलों के विकास में आजीवन योगदान के लिए है और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार कॉरपोरेट संस्थाओं (निजी और सार्वजनिक क्षेत्र दोनों में) और ऐसे व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने खेल को बढ़ावा देने और विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इंटर-यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में कुल मिलाकर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (एमएकेए) विश्वविद्यालय को ट्रॉफी प्रदान की गई है। इन खेल पुरस्कारों के अलावा, मंत्रालय तेनजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर पुरस्कार प्रदान करके देश के लोगों के बीच रोमांच की भावना को भी मान्यता देता है।
इस वर्ष खेल पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए, जिन पर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मुकुंदकम शर्मा (उच्च्तम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश) की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने विचार किया और अन्य सदस्यों में प्रख्यात खिलाड़ी, खेल पत्रकारिता और खेल प्रशासन में अनुभव रखने वाले व्यक्ति आदि शामिल थे।
समिति की सिफारिशों के आधार पर और उचित जांच के बाद, सरकार ने विभिन्न श्रेणियों के तहत निम्नलिखित खिलाड़ियों, कोचों और संस्थाओं को पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय लिया है:
पुरस्कार विजेता 29 अगस्त, 2020 को राष्ट्रपति भवन में वर्चुअल मोड में विशेष रूप से आयोजित समारोह में माननीय राष्ट्रपति से यह पुरस्कार प्राप्त करेंगे।
- राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार