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- गुरुग्राम के एसडीएम जितेंद्र कुमार ने आई. एन. ए. के सिपाही रहे 99 वर्षीय अमी लाल को राष्ट्रपति भवन से प्राप्त शॉल व स्मृति चिन्ह सम्मान स्वरूप दिया
गुरुग्राम 9 अगस्त। अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के अवसर पर हर वर्ष राष्ट्रपति भवन में एट होम कार्यक्रम का आयोजन कर पूरे देश के हर राज्य से पांच पांच स्वतंत्रता सेनानियों को आमंत्रित कर सम्मानित किया जाता है। इस कड़ी में इस बार गुरुग्राम जिला के गांव बाघनकी के स्वतंत्रता सेनानी 99 वर्षीय अमीलाल हरियाणा प्रदेश के उन 5 स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे जिन्हें राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया जाना था।
इस वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर राष्ट्रपति भवन में एट होम कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सका और जो सम्मान स्वतंत्रता सेनानियों को दिया जाना था, वह राष्ट्रपति भवन से राज्य सरकारों को भिजवा दिया गया था । आज वह सम्मान गुरुग्राम की एसडीएम जितेंद्र कुमार ने स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति के जिला अध्यक्ष कपूर सिंह दलाल के साथ गांव बाधनकी के 99 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी आई. एन. ए. के सिपाही रहे अमी लाल तक उनके दिल्ली स्थित निवास पर पहुंचाया।- एसडीएम जितेंद्र कुमार ने राष्ट्रपति की ओर से श्री अमीलाल को शॉल तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। गुरुग्राम जिला के स्वतंत्रता सेनानी भागमल और परमानंद को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले एट होम कार्यक्रम में जाकर सम्मानित होने का अवसर पहले ही मिल चुका है। अतः इस बार यह सम्मान प्राप्त करने की बारी गांव बाघंकी के स्वतंत्रता सेनानी अमी लाल की थी।
राष्ट्रपति की ओर से सम्मान पाकर प्रफुलित स्वतंत्रता सेनानी अमी लाल ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ बिताए आजाद हिंद फौज के समय की आपबीती सुनाई और अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए स्वतंत्रता आंदोलन की यादों को ताजा किया। उन्होंने बताया कि 9 अगस्त 1942 को अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया गया था जिसके बाद से इस दिन की प्रति वर्ष विशेष अहमियत होती है और इसे बड़े सम्मान के साथ मनाया जाता है।
एसडीएम जितेंद्र कुमार ने स्वतंत्रता सेनानी की दीर्घायु की कामना करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानी हमारे देश की शान है और आज हिंदुस्तान जिस मुकाम पर है यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की बदौलत है। उन्होंने कहा कि इस दिन की अहमियत केवल स्वतंत्रता सेनानी के लिए ही नहीं बल्कि देश के हर नागरिक के लिए है।