प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली के राजघाट स्थित राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का उद्घाटन किया
सुभाष चौधरी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली के राजघाट स्थित राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का उद्घाटन किया. उन्होंने इस केंद्र में बनाए गए सभी एग्जिबिशन हॉल और यहां प्रयोग किए गए टेक्नोलोजिकल प्रयोग को भी गौर से देखा और समझा .प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 36 राज्यों से आए 36 बच्चों से गंदगी भारत छोड़ो का नारा लगवाया. उन्होंने कहा कि 6 साल पहले लाल किले की प्राचीर से शुरू हुए सफर के पल पल के चित्र इस केंद्र में अंकित किए गए हैं. ये सभी मेरे स्मृति पटल पर भी छा गए.
उन्होंने कहा कि देश के कोने कोने में जिन करोड़ों स्वछाग्रहियों ने एकजुट होकर एक स्वर में स्वच्छ भारत अभियान को अपनाया उसको इस केंद्र में संजोया गया है. यहाँ स्वछाग्रह की हमारी यात्रा को आधुनिक तकनीक के माध्यम से दर्शाया गया है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता केंद्र में स्थापित सोचा सिंह रोबोट बच्चों के लिए बेहद प्रिय है .यह रोबोट सभी से मित्र की तरह बात करते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि स्कूल कॉलेज के बच्चे यहां बार बार आना पसंद करेंगे. आज के विश्व के लिए गांधीजी से बड़ी प्रेरणा नहीं हो सकती. गांधीजी के संदेश को अपनाने के लिए पूरी दुनिया आज आगे आ रही है. पूरी दुनिया में गांधी जी की 150वीं जयंती को एक साथ मनाया गया वह अभूतपूर्व था।
उन्होंने कहा कि आप सभी बच्चों से बातचीत करके पूरे हिंदुस्तान के साथ बातचीत होने का एहसास हो रहा है. आप सभी मास्क पहन कर आए हैं. अपने दोस्तों के साथ 2 गज की दूरी बनाकर की भी बैठे हैं और चलते हैं. हम सब जिस तरह से नियमों का पालन कर रहे हैं यह देख कर हमें बहुत आनंद हो रहा है. जिस तरह से लड़ाई लगने का तरीका अख्तियार कर रहे है वह सराहनीय है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमें बाहर भी निकलना है. अपनी गतिविधि भी करनी है और कोरोना से बचना भी है. उन्होंने बच्चों से पूछा कि राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र आप लोगों ने देखा ? बच्चों से उनके अनुभव जाने. उत्तर प्रदेश से आई बच्ची ने पीएम मोदी को बताया कि स्वच्छता गृह में हाल नंबर वन में बने थिएटर जो 360 डिग्री पर घूमता है बहुत अच्छा है. उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि आपने टेक्नोलॉजी का कमाल भी देखा.
इस अवसर पर मणिपुर से आए छात्र ने बताया कि हमें स्वच्छता गेम खेलने में बहुत अच्छा लगा. प्रधान मंत्रीनरेंद्र मोदी ने नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की सफाई पर सबसे अधिक बल देने के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्य सफाई की सीख नार्थ ईस्ट से सीख सकते हैं.
उन्होंने सभी बच्चों को स्वच्छता क्विज कंपटीशन में भाग लेने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि इससे आपको इससे संबंधित विभिन्न पहलुओं की जानकारी मिल जाती है और आप जागरूक बनते हैं।
तमिलनाडु से आए एक छात्र ने स्वच्छता केंद्र के एक हॉल में अमिताभ बच्चन द्वारा स्वच्छता पर दिए गए बल संबंधित फोटो के साथ फोटो खींचने को अच्छा बताया. बच्चों ने प्रधानमंत्री से इंटरेक्शन करते हुए उनसे पूछा कि इस केंद्र में आप को सबसे अधिक अच्छा क्या लगा ? प्रधानमंत्री ने इसके जवाब में कहा कि वैसे तो स्वच्छता केंद्र में बहुत सारी चीजें देखने सुनने और समझने लायक है लेकिन मुझे हमेशा से गांधी हौलो और उनके संदेश सुनना बहुत पसंद है. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप लोगों ने भी महात्मा गांधी के संदेश को ठीक से सुना होगा और उस पर आगे जीवन में अमल करेंगे।
गुजरात से आई एक बच्ची ने स्वयं को इस केंद्र में बुलाने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया और उन्होंने कहा की स्वच्छता से संबंधित जानकारी यहां प्रदर्शित की गई है जिससे उन्हें बहुत जानकारी मजबूत हुई ।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जब हम ने लाल किला के प्राचीर से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी तो बहुत सारे लोग हमसे कहते थे कि बच्चे हमें घर में बहुत परेशान करते हैं. क्योंकि बच्चों ने ही हमारे इस अभियान को बल दिया और अपने अभिभावकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक एवं संबद्ध संवेदनशील रहने को मजबूर किया. पीएम ने बल देते हुए कहा कि बच्चों के कारण ही हमारा यह अभियान सफल हुआ।
उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि आप लोग इस स्वच्छता केंद्र के संदेश को पूरे भारत में फैलायें . उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में अगर मेरी सबसे कोई बड़ी शक्ति है तो देश के बाल मित्र हैं, जिन्होंने हमें इस अभियान में सफलता की ओर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि पिछले साल देश के सभी गांवों ने अपने आप को खुले में शौच से मुक्त किया था. आने वाले समय में सभी बच्चे, वर्तमान पीढ़ी, आने वाली पीढ़ी, बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं. आप सभी अपने बड़ों को रास्ता दिखा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को अपने अपने घरों में ध्यान देना चाहिए. गीला कचरा, सूखा कचरा या कचरे के अन्य अलग-अलग प्रकार हैं उसमें विभेद कर उसको अलग रखना और उसके निष्पादन की व्यवस्था कराना। उन्होंने कहा कि आज का दिन देश की आजादी में बहुत बड़ा दिन है. गांधीजी की अगुवाई में 8 अगस्त को 1942 में विराट जन आंदोलन शुरू हुआ था. उन्होंने भारत छोड़ो का नारा इसी दिन दिया था. ऐसे ऐतिहासिक दिवस पर राजघाट के समीप राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का लोकार्पण अपने आप में बेहद प्रासंगिक है. उनके शब्दों में यह केंद्र बापू के सत्याग्रह के प्रति 130 करोड़ भारतीयों की स्वछांजलि और श्रद्धांजलि है. उन्होंने कहा कि पूज्य बापू स्वच्छता में ही स्वतंत्रता या स्वराज का प्रतिबिंब देखते थे.
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है स्वच्छता के प्रति बापू के आग्रह को पूरी तरह समर्पित एक आधुनिक स्मारक का नाम अब राजघाट के साथ भी जुड़ गया है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय से लेकर दुनिया के बड़े-बड़े देशों में पिछले साल वहां की सरकारों ने भी बापू की 150 वीं जयन्ती को आयोजित किया था. ऐसा लगता था गांधी जी ने पूरे विश्व को एक सूत्र में एक बंधन में बांध दिया है. गांधीजी की स्वीकार्यता और लोकप्रियता देश काल और परिस्थिति से परे है . इसकी एक बड़ी वजह है, सामान्य माध्यमों से अभूतपूर्व परिवर्तन लाने की क्षमता . क्योंकि दुनिया में कभी कोई यह सोच सकता था कि कि दुनिया में बेहद सर्व शक्तिशाली सत्ता को गांधी जी ने अपने सत्याग्रह के माध्यम से बिगुल फूंका और देश को आजाद कराया. उन्होंने कहा कि गांधी जी हमेशा कहते थे कि स्वराज स्वच्छ जन ही ला सकते हैं।
राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र के प्रमुख पी परमेश्वरन ने पीएम नरेंद्र मोदी को इस केंद्र की सारी जानकारी दी जबकि उनके साथ केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया भी मौजूद थे .