नई दिल्ली, 19 जून । भारत-चीन सीमा पर पूर्वी लद्दाख में तनाव के बीच लेह से लद्दाख तक आसमान में लड़ाकू विमान गरज रहे हैं तो हेलीकॉप्टर्स की आवाजाही भी बढ़ गई है। भारतीय वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमानों को अग्रिम बेसों पर तैनात कर दिया है। इस बीच वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया ने लेह और श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया है, जोकि किसी विषम परिस्थिति में सबसे अहम होंगे।
इस बीच भारत ने सुखोई 30MKI, मिराज 2000 और जगुआर फाइटर जेट्स को अडवांस पोजिशन में तैनात कर दिया है जहां से वे तुरंत उड़ान भर सकते हैं। भारतीय सेना के जवानों की मदद के लिए अमेरिकन अपाचे अटैक हैलीकॉप्टर्स को भी तैनात कर दिया है। चिनूक हेलीकॉप्टर्स को भी लेह में तैयार रखा गया है। Mi 17V5 मीडियम लिफ्ट चॉपर्स भी सेना और सामानों की आपूर्ति में अहम योगदान दे रहे हैं।
एक न्यूज एजेंसी ने लेह और लद्दाख की कुछ ताजा तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें हेलीकॉप्टर्स और लड़ाकू विमान आसमान में मंडराते दिख रहे हैं। एयरफोर्स चीफ का यह दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों में हिंसक झड़प के बाद देश के सुरक्षा प्रमुखों की बैठक के तुरंत बाद भदौरिया लेह पहुंचे हैं।