चंडीगढ़। हरियाणा में बढ़ते कोरोना संकट के मद्देनजर प्रदेश सरकार बेहद चिंतित है । खासकर गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले में संक्रमण का क्रम टूटने की बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तो इन दोनों शहरों की प्रत्येक कॉलोनियों और सेक्टरों में कोविड-19 वायरस ने खतरनाक तरीके से दस्तक दे दी है । हालात की समीक्षा करने के लिए कल चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के सत्य बैठक की। बताया जाता है कि हरियाणा सरकार ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के उपायों को प्रभावी बनाने के लिए अब 14 वरिष्ठ आईएएस अफसरों को 15 जिलों में विशेष ड्यूटी पर तैनात करने का निर्णय लिया है।
सूत्रों का कहना है कि ये अफसर 15 जिलों में covid-19 वायरस संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की ओर से सुझाए गए सभी भाइयों की लागू करने के तौर-तरीके और उसके प्रभाव की न केवल समीक्षा करेंगे बल्कि आगे के लिए पूरी प्लानिंग, समन्वय, क्रियान्वयन का खाका भी तैयार करेंगे। प्रदेश सरकार ने यह आदेश किया है कि अलग-अलग जिले के लिए तैनात सभी अधिकारी कम से कम दो दिन-दो रात जिलों में रहकर वहां के हालात पर नजर रखेंगे और जिले में तैनात अधिकारियों के कामकाज की भी समीक्षा करेंगे । उन्हें यह भी देखने को कहा गया है कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों की पालना हुई या नहीं हुई या केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन किस प्रकार से कराया जा रहा है।
हरियाणा सरकार इस बात से बेहद चिंतित है कि प्रदेश के लगभग सभी 22 जिले में पिछले 2 सप्ताह से कोविड-19 वायरस से संक्रमित नए के लगातार सामने आ रहे हैं। सोशल डिस्टेंस इन और फेस मास्क पहनना आवश्यक करने के बावजूद संक्रमण की रफ्तार अचानक तेज हो गई है यहां तक कि प्रदेश में कम से कम 34 मरीज बेहद गंभीर स्थिति में अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। जिला प्रशासन मुख्यालय को जो रिपोर्ट भेज रहा है उसके प्रति राज्य सरकार अब आशंकित है क्योंकि गाइडलाइन के अनुपालन का दावा करने के बावजूद संक्रमण बढ़ रहा है। बड़ी संख्या में कंटेनमेंट जोन में भी नोडल अधिकारियों के तैनात करने का दावा किया जा रहा है जबकि संक्रमित मरीजों व उनके परिवारों की मॉनिटरिंग करने की बात भी प्रशासन कर रहा है लेकिन उन कालोनियों या फिर उन्हीं गलियों से नए संक्रमित मरीज फिर मिल रहे हैं।
ऐसे में यह लाजमी है कि प्रदेश में कोविड-19 संक्रमित मरीजों की भर्ती संख्या से प्रदेश सरकार के दावे हवा हवा में उड़ने लगे हैं। अब तक या कहा जाता रहा कि कोविड-19 रोकथाम की दृष्टि से हरियाणा में बेहतर व्यवस्था है लेकिन संक्रमण की बढ़ती रफ्तार ने उस दावे को गलत साबित कर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव प्रीती सुदन ने सोमवार को देश के सर्वाधिक संक्रमित राज्यों के अधिकारियों से केंद्र द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुपालन का सवाल उठाया था। अब उन सर्वाधिक संक्रमित राज्यों में हरियाणा का नाम भी शामिल हो गया है और इस प्रदेश के 2 जिले गुरुग्राम और फरीदाबाद राष्ट्रीय मानचित्र पर सर्वाधिक संक्रमण वाले जिले में शामिल हो चुके हैं। इसलिए भी हरियाणा सरकार पर इस स्थिति से उबरने का दबाव पड़ने लगा है। इसलिए ही एक बार फिर प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को उन सर्वाधिक संक्रमित जिले में भेजकर केंद्र सरकार की गाइडलाइन को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी दी गई है।
गुड़गांव का जिम्मा ACS विजयवर्धन को सौंपा गया है जबकि फरीदाबाद के हालात पर नजर रखने के लिए संजीव कौशल को भेजा गया है।
सुनील कुमार गुलाटी को न्यू का प्रभाव किया गया है जब भी आलोक निगम एसएस को रोहतक का देवेंद्र सिंह एसएस टू यमुनानगर का त्रिलोक चंद्र गुप्ता एसीएस को कुरुक्षेत्र का अमित झा acf2 कैथल का महावीर सिंह एसएस को भिवानी का सुधीर राजपाल प्रिंसिपल सेक्रेट्री को पलवल का अनुराग रस्तोगी प्रिंसिपल सेक्रेट्री को झज्जर का राजा शेखर कुंदरू प्रिंसिपल सेक्रेटरी को रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ का विनीत गर्ग प्रिंसिपल सेक्रेटरी को करनाल का अपूर्व कुमार सिंह प्रिंसिपल सेक्रेट्री को सोनीपत का जर्सी अनुराग अग्रवाल प्रिंसिपल सेक्रेट्री को जींस जिला का प्रभार दिया गया है।
गाजी सरकार ने इन सभी 14 अधिकारियों को संबंधित जिले के प्रत्येक कंटेनमेंट जून का भी दौरा करने का निर्देश दिया है साथी यह कहा है स्वास्थ विभाग की ओर से जारी सभी निर्देशों का पालन उक्त जिले में हो रहा है या नहीं इसका विस्तार से अध्ययन करें। खासकर फेस मास्क पहने और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने की अनिवार्यता किस हद तक उक्त जिले में लागू है इस पर गंभीरता से अध्ययन करने को कहा गया है।
यह सभी अधिकारी संबंधित जिले में बनाए गए कोविड-19 फैसिलिटी सेंटर और कम्युनिटी क्वॉरेंटाइन फैसिलिटी सेंटर का भी दौरा करेंगे साथ ही वहां की सारी व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। यहां तक कि उन सेंटरों के टॉयलेट और बाथरूम तक का भी इन्फेक्शन करने का आदेश दिया गया है।
यह वरिष्ठ अधिकारी उक्त जिले में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली और कोविड-19 वायरस संक्रमण की रोकथाम की दृष्टि से उनके कामकाज की भी समीक्षा करेंगे साथ ही उन्हें स्वास्थ विभाग की गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए मोटिवेट भी करेंगे।
इन अधिकारियों को सरकार ने जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण रोकथाम की व्यवस्था में लगे सभी सामाजिक संगठनों एवं अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी बातचीत कर उनका फीडबैक लेने को कहा गया है।