लखनऊ, 04 जून । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक व्यवस्था के तहत 8 जून से शुरू की जाने वाली गतिविधियों को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि 08 जून से मिलने वाली छूट के सन्दर्भ में अध्ययन करते हुए पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए।
मुख्यमंत्री ने गौतमबुद्ध नगर, कानपुर नगर, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ, फिरोजाबाद तथा बुलन्दशहर में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। कहा कि यहाँ चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर किया जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जिन जनपदों में ज्यादा संख्या में कामगार व श्रमिक आए हैं, वहां विशेष पूल टेस्टिंग की व्यवस्था करते हुए सैम्पलों की जांच की जाए।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश गुरुवार को हुई टीम 11 की मीटिंग में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कामगारों व श्रमिकों को 01 हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध करया जाए।
मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को निर्देशित किया कि वे सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के माध्यम से यह सुनिश्चित कराएं कि इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर संचालित करने वाले कार्मिकों को इन उपकरणों के संचालन तथा इनकी रेंज के आधार पर व्यक्ति को स्वस्थ अथवा अस्वस्थ आकलित करने की पूर्ण जानकारी हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपदों में तैनात स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारियों की कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों की निरीक्षण सम्बन्धी रिपोर्टाें की नियमित समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए यह जरूरी है कि सभी लोग पूरी सावधानी बरतें। कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को प्रत्येक दशा में कम रखने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि डाॅक्टरों सहित पूरी मेडिकल टीम को पूर्ण समर्पण से कार्य करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों को संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी प्रोटोकाॅल के अनुरूप संचालित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यालयों में इंफ्रारेड थर्मामीटर एवं सेनिटाइजर की व्यवस्था की जाए। संेसर वाली सेनिटाइजर मशीन का उपयोग किया जाए, क्योंकि स्प्रे वाली सेनिटाइजर बोतल के कोरोना वायरस के वाहक होने की सम्भावना रहती है