सुभाष चंद्र चौधरी
गुरुग्राम। गुरुग्राम में कोविड-19 संक्रमित नए मामले आने की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही । आज फिर 12 नए पॉजिटिव केस सामने आए। यहां फॉर्म आइसोलेशन में रखे गए 108 संक्रमित व्यक्ति हैं जबकि आज कुल 391 लोगों के सैंपल जांच के लिए लिए गए जिनमें से 273 सैंपल सरकारी लैब के माध्यम से और 118 सैंपल प्राइवेट लैब के माध्यम से लिए गए हैं। यहां अब कुल संक्रमित लोगों की संख्या 262 हो गई है जबकि 373 लोगों की रिपोर्ट अभी तक नहीं आ पाई है। दूसरी तरफ आम जनमानस के साथ साथ प्रशासन व पुलिस के अधिकारी भी अब फील्ड से गायब होने लगे हैं। यही कारण है कि अधिकतर मध्यमवर्गीय आवासीय कालोनियों में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है।
चौथे चरण के लॉक डाउन के मध्य में आकर गुरुग्राम कि लगभग सभी कालोनियों में संक्रमण की गति तेज हो गई है। कोविड-19 वायरस ने अपने पैर बड़ी तेजी से पसारने शुरू कर दिए हैं और अब यह पाश कालोनियों से निकलकर मध्यम वर्गीय एवं निम्न कालोनियों में लोगों को अपना शिकार बनाने लगा है। इसका कारण साफ है की शहर के पॉश ट्रैक्टर्स एवं कालोनियों में लोग लॉक डाउन के प्रथम चरण से लेकर ही अनुशासित रहे और उन्होंने केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरा पालन किया। लगभग सभी लोग अपने घरों में लगातार बंद रहे और पुलिस व प्रशासन का पूरा सहयोग किया।
दूसरी तरफ नगर निगम क्षेत्र के अधिकतर पुरानी कालोनियों एवं लाइनपार की अधिकतर कालोनियों में लॉक डाउन के प्रथम पेज से लेकर अब तक लॉक डाउन का पालन करने में पूरी कोताही बरती। यहां ना तो प्रशासन ने सख्ती दिखाई और ना ही पुलिस कहीं मुस्तैद दिखी। केबल औपचारिकताओं में फसे प्रशासन और पुलिस ने लक्ष्मण विहार अशोक विहार फेज वन फेस टू शीतला कॉलोनी देवीलाल कॉलोनी राजेंद्र पार्क आनंद गार्डन सूरत नगर न्यू पालम विहार धर्म कॉलोनी ज्योति पार्क अर्जुन नगर भीम नगर जैसी कालोनियों में आरंभ में पैदल मार्च आयोजित करने के अलावा कहीं भी सक्रिय भूमिका अदा नहीं की।
इन कालोनियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारी और उनके साथ अन्य संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी खास कोशिश नहीं की। अब इसका ही नतीजा है कि आज अधिकतर मामले लगातार 2 सप्ताह से भी अधिक समय से प्रतिदिन मध्यम वर्ग एवं निम्न स्तर की कालोनियों से ही सामने आने लगे हैं।
स्वास्थ विभाग की ओर से जारी बुलेटिन से यह साफ पता चलता है कि आज भी 12 नए पॉजिटिव मामले इसी प्रकार की कालोनियों से सामने आए हैं। स्वास्थ विभाग ने बताया है कि अकेले देवीलाल कॉलोनी से 4 नए मामले सूरत नगर से एक व्यक्ति राजीव नगर से एक व्यक्ति सतगुरु एनक्लेव से एक व्यक्ति राजेंद्र पार्क इलाके से एक व्यक्ति 8 विश्वा एरिया से एक व्यक्ति सेक्टर 37 इलाके से एक व्यक्ति खांडसा क्षेत्र से एक व्यक्ति और नई बस्ती एरिया से भी एक व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं।
कहना न होगा कि जिन कालोनियों से आज और कल पॉजिटिव के निकले हैं वह सभी नगर निगम क्षेत्र की आवासीय कॉलोनी है जहां जनसंख्या का घनत्व अपेक्षाकृत बहुत ज्यादा है लेकिन कंटेनमेंट एरिया घोषित होने के बावजूद ना तो लोग इस संक्रमण के प्रति सतर्क हो रहे हैं और ना ही स्थानीय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी।
इन कालोनियों की वास्तविक स्थिति यह है कि 90% से अधिक लोग अपने घरों से निकलने के बाद ना तो फेस मास्क का उपयोग करते हैं और ना ही स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से सुझाए गए अन्य उपायों को अपनाते हैं। यहां के लोग स्वयं ही अपने स्वास्थ्य के प्रति गैर जिम्मेदार दिखते हैं जबकि इन इलाके में स्थापित सभी प्रकार की दुकानें भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं कर रही है। दुकानदार तो क्या ग्राहक भी इस कदर दुकानों पर एक साथ बिना डिस्टेंस बनाए एक दूसरे पर टूटते हैं जैसे इन्हें कोविड-19 वायरस संक्रमण की लेस मात्र भी जानकारी नहीं हो।
दुखद प्रकरण तो यह है कि इन इलाके में पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग का अमला भी कभी अपना दर्शन नहीं देता है और अगर पुलिस के सायरन की आवाज कभी-कभी सुनने में आ जाती है तो भी लोग उसे अनसुना करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग को पुलिस के सामने ही तथा बताते हैं।
प्रशासन अक्सर यह दावा करता है कि गुरुग्राम में रिकवरी रेट संतोषजनक है और अब तक 154 लोग इस संक्रमण को पराजित कर अपने घर सामान्य जीवन जीने के लिए पहुंच चुके हैं जबकि वर्तमान में यहां कुल 160 व्यक्ति अपना इलाज करवा रहे हैं और 10 व्यक्ति क्वॉरेंटाइन फैसिलिटी में सरविलियम्स के लिए रखे गए हैं।
स्वास्थ विभाग की ओर से यह भी दावा किया जाता है कि अब टेस्ट करने की रफ्तार भी तेज हो चुकी है और गुरुग्राम जिले में कुल 11543 लोगों के सैंपल टेस्ट के लिए लिए गए थे जिनमें से 10912 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई और कुल 262 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई।
कोविड-19 वायरस संक्रमित लोगों की लगातार बढ़ती संख्या से भी गुरुग्राम का जनमानस सतर्क होता नहीं दिखता है। कुछ हद तक आजीविका के लिए रोजगार पर जाना लोगों की मजबूरी हो सकती है लेकिन घर से निकलने के लिए और घर वापस आने तक के अंतराल में केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करना भी आवश्यक नहीं समझते हैं। लोगों का आपस में मिलना जुलना भी लगातार जारी है और लॉक डाउन के तीसरे चरण में केंद्र सरकार की ओर से छूट देने की घोषणा के साथ आरंभ हुई यह प्रक्रिया लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग की आवश्यकता को दरकिनार करने को और ज्यादा प्रेरित करने लगा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2 दिन पूर्व भी सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और सभी जिले के कलेक्टर को संबोधित करते हुए भेजे गए पत्र में इस प्रकार की चिंता जताई थी और अलग-अलग जिले में गाइडलाइन को दरकिनार करने की शिकायतें लगातार करने का मामला भी उजागर किया था
गृह मंत्रालय ने साफ तौर पर कंटेनमेंट एरिया के लिए निर्धारित प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने और शाम 7:00 बजे से सुबह 7:00 बजे के अंतराल में कर्फ्यू में किसी भी प्रकार की भी नहीं देने की सख्त हिदायत दी थी। लेकिन गुरुग्राम जैसे शहर में एक तरफ जनसामान्य को अब यह औपचारिकता और मजाक लगता है जबकि प्रशासन इसको लेकर कतई गंभीर नहीं दिखता है। गैर जिम्मेदाराना रवैया के इस सम्मिश्रण का परिणाम लगातार गुरुग्राम में दिखने लगा है। देखरेख के लिए नियुक्त अधिकारी अब तापमान बढ़ने के साथ-साथ फील्ड से नदारद दिखने लगे हैं जबकि लोगों की संख्या सड़कों पर बेतहाशा बढ़ने लगी है। इसका परिणाम कितना भयावह और खतरनाक होगा इसका अंदाजा आने वाले समय में लगेगा।
अगर बात की जाए हरियाणा प्रदेश की तो कोविड-19 संक्रमण की दृष्टि से अब पूरे प्रदेश में ही रोगियों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आज की बुलेटिन के अनुसार हरियाणा में आज कुल 64 नए पॉजिटिव के मिले हैं जिनमें से 12 मामले गुरुग्राम से 10 फरीदाबाद से सोनीपत में तीन व्यक्ति पलवल में एक व्यक्ति पानीपत में 7 व्यक्ति जींस में तीन व्यक्ति करनाल से एक व्यक्ति भिवानी से दो व्यक्ति हिसार से 3 कुरुक्षेत्र से एक और यूएसए से आए हुए हरियाणा के निवासियों में 21 व्यक्ति शामिल है। पूरे प्रदेश में अब कुल पॉजिटिव केस की संख्या 1131 हो गई है जिनमें से 794 लोग अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं और 16 लोगों की मृत्यु हो गई है।
अब प्रदेश में सभी जिले को मिलाकर कुल 365 लोग अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग कहता है कि हरियाणा में संक्रमण की रफ्तार 1.2 7% है जबकि मृत्यु दर 1.4 1% है और यहां प्रति लाख व्यक्ति पर 3709 लोगों की जांच की जा रही है। यहां पॉजिटिव केस के दोगुने होने का अंतराल 17 दिन बताया गया है।