नई दिल्ली। भारत सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) ने आज 1 करोड़ उपचार का आंकड़ा हासिल कर लिया है। इस उपलब्धि के अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज यहां वेबिनार की एक श्रृंखला आरोग्य धारा के पहले संस्करण का शुभारंभ किया, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े सामयिक मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए एक मुक्त मंच की भूमिका निभाएगा। वेबिनार का शीर्षक “आयुष्मान भारत : 1 करोड़ उपचार और उसके बाद” है। वेबिनार के दौरान राज्य मंत्री (एचएफडब्ल्यू) अश्विनी कुमार चौबे भी उपस्थित रहे।
एनएचए के सीईओ डॉ. इंदु भूषण ने इस अवसर पर एबी-पीएमजेएवाई के प्रदर्शन पर प्रस्तुतीकरण दिया और आगे की यात्रा पर विचार विमर्श किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के सभी आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से वेबिनार का प्रसारण किया गया और यह आम जनता के सभी सदस्यों के लिए खुला था।
इस अवसर पर डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा, “शुभारम्भ के बाद दो साल से भी कम समय में देश के सबसे गरीब परिवारों के मरीजों को 1 करोड़ उपचार उपलब्ध कराना आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई योजना के लिए एक मील का पत्थर है। इसमें 21,565 सरकारी और निजी पैनलबद्ध अस्पतालों के माध्यम से 13,412 करोड़ रुपये की लागत से ये उपचार उपलब्ध कराए गए हैं।” उन्होंने कहा, “आयुष्मान भारत योजना आने वाले महीनों और वर्षों के दौरान सामने आने वाली स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने में मानवीय दृष्टिकोण के साथ एक पथ प्रदर्शक की भूमिका निभाती रहेगी।”
उन्होंने कहा, “वर्ष 2018 में शुभारम्भ के बाद से ही आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना बनी हुई है। इसमें हर परिवार को प्रति वर्ष दिए जा रहे 5 लाख रुपये के स्वास्थ्य कवर के माध्यम से गरीब और वंचित भारतीयों को अस्पताल में किफायती स्वास्थ्य उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। इसका उद्देश्य देश में 10.74 करोड़ से ज्यादा गरीबों, सबसे कमजोर परिवारों वित्तीय जोखिम सुरक्षा सुनिश्चित करना है। साथ ही यह भारत में सभी के लिए स्वास्थ्य कवरेज हासिल करने की दिशा मे उठाया गया एक कदम है।”
केन्द्रीय मंत्री ने उन सभी राज्यों को शुभकामनाएं दीं और आभार प्रकट किया, जिन्होंने कोविड-19 के इस अप्रत्याशित दौर में योजना का लाभ देने के वादे को पूरा किया है। उन्होंने कहा, “भारत सरकार आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई के सभी 53 करोड़ लाभार्थियों को मुफ्त कोविड-19 जांच और उपचार उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है, जिससे भारत सरकार के सभी को स्वास्थ्य कवरेज के संकल्प, संभावना और क्षमताओं को मजबूती मिलेगी। सभी स्वास्थ्य कामगारों और सभी पैनलबद्ध अस्पतालों के ठोस प्रयासों से 1 करोड़ का आंकड़ा हासिल करने में सहायता मिली है।”
इस अवसर पर डॉ. हर्ष वर्धन ने वाट्सऐप पर ‘आस्क आयुष्मान’ चैट बोट का शुभारम्भ किया, जो 24X7काम करने वाला एआई-सक्षम सहायक है। यह एबी-पीएमजेएवाई योजना के लाभ, विशेषताओं, ई-कार्ड बनवाने की प्रक्रिया, नजदीक में स्थित पैनलबद्ध अस्पतालों, फीडबैक और शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया जैसे जानकारियां उपलब्ध कराता है। चैट बोट की मुख्य विशेषताओं में इसका हिंदी और अंग्रेजी भाषा समझने तथा प्रतिक्रिया देने में सक्षम होना शामिल है। यह उपयोगकर्ताओं के लिए टेक्स्ट टू स्पीच (लिखित विवरण को बोलना) की सुविधा भी उपलब्ध कराता है और इसे सभी प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपयोग किया जा सकता है।
केन्द्रीय मंत्री ने एक ‘हॉस्पिटल रैंकिंग डैशबोर्ड’ का भी शुभारम्भ किया, जो लाभार्थियों के फीडबैक के आधार पर पैनलबद्ध अस्पतालों की रैंकिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस रैंकिंग से एनएचए को लाभार्थियों को अच्छा अनुभव देने के लिए सभी पैनलबद्ध अस्पतालों में गुणवत्ता बढ़ाने के उपाय और स्वास्थ्य सेवाओं के संकेतकों में सुधार के लिए प्रमाण आधारित फैसले लेने में सहायता मिलेगी।
डॉ. हर्ष वर्धन ने ‘एबी-पीएमजेएवाई लाभार्थी ई-कार्ड का एक विशेष संस्करण’ जारी किया, जिसमें अस्पताल में 1 करोड़ भर्ती की उपलब्धि का प्रदर्शन किया गया। उक्त के अलावा,“आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई वेबसाइट का हिंदी वर्जन” का भी शुभारम्भ किया गया, जिससे जनता के साथ प्रभावी रूप से जुड़ना सक्षम होगा और उन्हें उपयोग अनुकूल माध्यम से सही जानकारी उपलब्ध कराकर सशक्त बनाया जा सकेगा।
अपने संबोधन में श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि एमओएचएफडब्ल्यू और एनएचए लगातार सभी परीक्षण, उपचार, अस्पताल तथा संबंधित दिशानिर्देशों, लाभार्थियों के लिए जानकारियों के विकास, साझा करने, संशोधन पर काम कर रहे हैं। इससे कोविड-19 से संबंधित अफवाहों और मिथकों को दूर करने में काफी सहायता मिलेगी।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. विनोद पॉल ने कहा कि 2018 में शुभारम्भ के बाद से ही एबी-पीएमजेएवाई योजना गरीब और वंचित भारतीयों को अस्पतालों में किफायती उपचार उपलब्ध करा रही है। पीएमजेएवाई का उद्देश्य देश में 10 करोड़ गरीबों, सबसे ज्यादा वंचित परिवारों को वित्तीय जोखिम सुरक्षा सुनिश्चित करना है। साथ ही यह भारत में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज हासिल करने की दिशा में एक कदम है।
श्री इंदु भूषण ने कहा कि एनएचए ने इस अवधि को अपने आईटी सिस्टम, निजी क्षेत्र के हितधारकों की विशेषज्ञता और नेटवर्क को भारत सरकार की तैयारियों में सहयोग देने और कोविड पॉजिटिव मरीजों और उनके परिवारों से मिलने वाली हजारों कॉल को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय कोविड-19 हेल्पलाइन 1075 के प्रबंधन के रूप में प्रतिक्रिया देने के लिए उपयोग किया गया है।