मुंबई । महाराष्ट्र में राज्य पुलिस में लगातार बढ़ती कोरोनावायरस संक्रमण की रफ्तार को लेकर राज्य सरकार के हाथ पांव फूलने लगे हैं। लोक डाउन के चौथे चरण के बावजूद यहां वायरस संक्रमण की रफ्तार तेज हो चुकी है। लोक डाउन के नियमों का पालन सख्ती से नहीं करनी की शिकायतें यहां से लगातार आम हो चुकी हैं और महाराष्ट्र पुलिस इसे धरातल पर मजबूती से लागू करने में अब तक अपेक्षित तौर पर सफल नहीं रही है। यही कारण है कि महाराज सरकार ने अब मुंबई के 5 जून में सीआईएसएफ और सीआरपीएफ को तैनात करने का निर्णय लिया है। समझा जाता है कि अब महाराष्ट्र सरकार ने या महसूस कर लिया है कि महाराष्ट्र पुलिस मुंबई के कई इलाके में लॉक डाउन को सख्ती से लागू कराने में विफल रही है और संक्रमण की रफ्तार कम होने की वजह तेज हो गई है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र पुलिस के लगभग 1273 पुलिसकर्मी और अधिकारी अब तक कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए हैं जिनमें से 11 पुलिसकर्मियों की अब तक मौत हो चुकी है और 291 इस बीमारी से छुटकारा पा चुके हैं। पुलिसकर्मियों में संक्रमण की तेज होती रफ्तार के कारण अब पुलिस का मनोबल भी टूटने लगा है। महाराष्ट्र पुलिस को हाय रिस्क एरिया से लेकर सभी इलाके में तैनात किया गया है
बताया जाता है कि कुल 1273 पॉजिटिव मामले में से 131 महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी हैं जबकि 1142 कॉन्स्टेबल रैंक के व्यक्ति हैं मुंबई के हाई रिस्क इलाके मालेगांव सिटी मैं तैनात किया गया था जिनमें से कई महाराष्ट्र स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स पर्सनल है।
सोमवार शाम तक की रिपोर्ट के अनुसार 618 केस मुंबई पुलिस से 46 थाने पुलिस से पचासी नासिक रूरल पुलिस जिनमें मालेगाव और पुणे सिटी पुलिस के 33 पुलिसकर्मी शामिल है।
महाराष्ट्र स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स की 387 पुलिसकर्मी अब तक वायरस संक्रमित पाए गए हैं जिन्हें मुंबई और मालेगांव में तैनात किया गया था