चंडीगढ़ । हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) द्वारा ‘प्रगति में आपका भागीदार’ के अपने सिद्घान्त के अनुरूप उद्योगपतियों की सुविधा के लिए 2 मार्च, 2020 से अपनी औद्योगिक सम्पदाओं में ‘कुशल सेवा शिविरों’ की शुरुआत की गई थी। एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक अनुराग अग्रवाल द्वारा शुरू की गई इस पहल को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। इस शिविर को कोविड-19 के चलते लॉकडाउन के कारण स्थगित करना पड़ा।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस सम्बन्ध में बताया कि फिर से उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श शुरू करने और उनकी सभी शिकायतों को मौके पर ही हल करने के उद्देश्य से, एचएसआईआईडीसी द्वारा संबंधित औद्योगिक संघों के परामर्श से किसी उपयुक्त मंच का उपयोग करते हुए ऑनलाइन मकैनिज्म (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) द्वारा पहली जून, 2020 से इसकी सभी सम्पदाओं में साप्ताहिक आधार पर ‘कुशल सेवा शिविर’ शुरू किए जाएंगे।
श्री अनुराग अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 महामारी को रोकने के मकसद से पूरे देश में लॉकडाउन की पहली घोषणा से पूर्व एचएसआईआईडीसी द्वारा उद्यमियों की सभी समस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से अपने सभी आईएमटीज और औद्योगिक सम्पदाओं में साप्ताहिक आधार पर ‘कुशल सेवा शिविर’ चलाए जा रहे थे। उद्यमियों ने इन शिविरों में गहरी दिलचस्पी दिखाई और एचएसआईआईडीसी की भूमिका की सराहना की। श्री अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन के कारण निगम को इस कवायद को रोकना पड़ा।
उन्होंने आगे बताया कि राज्य के आर्थिक विकास के लिए अपने प्रयासों को जारी रखते हुए, एचएसआईआईडीसी फिर से ‘कुशल सेवा शिविरों’ का आयोजन करेगा, क्योंकि वे आवंटियों की शिकायतों के समाधान के अलावा जानकारी सांझा करने, रचनात्मक विचार और रणनीतियां बनाने तथा कार्यस्थल पर मनोबल बढ़ाने के लिए एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करते हैं, जिससे हरियाणा राज्य में उद्योगों के विकास के लिए रोडमैप को तैयार करने में मदद मिलेगी। कुशल सेवा शिविरों का मकसद मुख्यत:उद्यमियों के साथ संबंध स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि व्यापार जगत में, ये लोग ही हैं जो हमारी सफलता या विफलता को प्रभावित करते हैं।
श्री अग्रवाल ने बताया कि एचएसआईआईडीसी इस थीम पर काम करता है कि ‘आपके कारोबार को सुविधाजनक बनाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है’। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों की सुविधा के लिए, कुशल सेवा शिविर एक मंच प्रदान करते हैं, उन्होंने कहा कि आवंटियों के एस्टेट विंग, इंजीनियरिंग विंग, प्लानिंग डिवीजन, कमर्शियल और हाउसिंग आर एंड आर मुद्दों से संबंधित मुद्दों का मौके पर समाधान किया जाता है।
उन्होंने कहा कि इन शिविरों में भवन नक्शे, कब्जा प्रमाण-पत्र, कब्जे, स्थानांतरण, पट्टे, बकाया देय राशि, जलापूॢत, बिजली की आपूर्ति, आंतरिक सडक़ों, हरित पट्टी के रख-रखाव, आर एंड आर के मुद्दों समेत औद्योगिक सम्पदा के रख-रखाव से जुड़े मामलों का निपटान किया जाता है।
बैठक के दौरान विशिष्ट औद्योगिक सम्पदा में तैनात सभी विंग्स के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। एसोसिएशनों और अलॉटियों के सीमित प्रतिनिधियों के साथ ये अधिकारी बुनियादी ढांचे, विशेष रूप से सडक़ों, बागवानी ढांचे के रखरखाव, फुटपाथों, कर्ब और चैनलों की पेंटिंग आदि की स्थिति देखने और उचित कार्रवाई के लिए निर्धारत दिनों में सम्पदा क्षेत्र का दौरा भी करेंगे। एचएसआईआईडीसी द्वारा आयोजित किए जाने वाले ये ‘कुशल सेवा शिविर’ निवेशकों व जन साधारण को सरकार की गतिविधियों और अन्य योजनाओं तथा उद्यमियों को प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी देने के एक महत्वपूर्ण मंच का काम भी करेंगे। श्री अनुराग अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि ये शिविर आवंटियों की सभी तरह की शिकायतों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और एचएसआईआईडीसी अपने आवंटियों के सभी मुद्दों का हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। आवंटी www.hsiidcwindow.org.in पर भी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। पत्राचार के लिए ईमेल [email protected] इस्तेमाल किया जा सकता है।