वादों के सब्जबाग से मदद की हकीकत तक पहुंचने में सरकार ने पूर्णतः देश को निराश किया : रणदीप सुरजेवाला
सुभाष चन्द्र चौधरी
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन की ओर से लगातार तीन दिन से देश के सामने रखे जा रहे आर्थिक पैकेज की रूपरेखा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. कांग्रेस पार्टी के मिडिया सेल के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि आज तीसरे दिन का आर्थिक पैकेज पूरे देश ने देखा। प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री की तीन दिन की “जुमला पैकेज घोषणाओं” से एक बात साफ है कि मोदी सरकार ‘हैडलाइन मैनेजमेंट’ से ‘हेल्पलाइन मैनेजमेंट’ तक का सफर तय करने में विफल साबित हुई है.
उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ का पैकेज देशवासियों के लिए राहत का कम, बल्कि ‘वुडू इकॉनोमिक्स’ अधिक साबित हुआ है। वादों के सब्जबाग से मदद की हकीकत तक पहुंचने में सरकार ने पूर्णतः देश को निराश किया है. हमारे अनुमान में,राजकोषीय प्रोत्साहन की दूसरी किश्त 5,000 करोड़ रुपये था। ज्यादातर विश्लेषक सहमत हैं। आज की किश्त में यह जीरो के करीब है। यहां तक कि आज वित्त मंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया कि उल्लिखित राशि में से पहले से ही कितना व्यय बजट का हिस्सा थी और कितने पैसे की अतिरिक्त राशि हैं।
उनहोंने कहा कि रबी फसलों की कीमत न मिल पाने से देश के किसान को 50,000 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। किसान को आकर्षक कीमत देने और कानून बनाने के बारे में आज वित्तमंत्री द्वारा बड़ी-बड़ी बातें कही गई, लेकिन ये नहीं बताया कि MSP पर फसल क्यों नहीं खरीद रही?
सुरजेवाला ने कहा कि इसी प्रकार चना, मसूर, सरसों जैसी रबी की प्रमुख फसलों में MSP से भी कम कीमत मिलने से होने लगभग ₹21,000 करोड़ और मार्च-अप्रैल माह में फल, सब्जी, फूल पैदा करने वाले किसान को 10,000 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. किसान को दिया जा रहा MSP फसल की लागत से भी कम है। परंतु न इसका हल बताया और न ही सही कीमत देने का रास्ता। केवल नया कानून बनाने के जुमले से क्या किसान को फसल का सही मूल्य मिल पाएगा ?
LIVE: Special Congress Party Briefing by Shri @rssurjewala and Shri Abhay Dubey via video conferencing https://t.co/oJeCtGpbqu
— Congress (@INCIndia) May 15, 2020
कांग्रेस पार्टी ने यह कहते हुए आरोप लगाया कि आज वित्तमंत्री ने फसल बीमा योजना के कसीदे तो पढ़े पर यह नहीं बताया कि असल में यह निजी कंपनी मुनाफा योजना है। साल 2016-17 से खरीफ 2019 तक बीमा कंपनियों ने 26,094 करोड़ का मुनाफा कमाया .
उनका कहन था कि वित्तमंत्री 3 करोड़ मार्जिनल किसानों को 4,00,000 करोड़ का फसली लोन उपलब्ध करवाते समय यह बताना भूल गईं कि एग्रीकल्चर सेंसस 2016 के मुताबिक देश में 10 करोड़ मार्जिनल किसान हैं, जो एक हेक्टेयर से कम भूमि जोतते हैं। तो फिर 7 करोड़ मार्जिनल किसानों का क्या होगा?
कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि देश में कोरोना के मामले निरंतर बढ़ रहे हैं। लॉकडाउन के बावजूद भारत का 12वां सबसे प्रभावित देश बन जाना चिंताजनक है। कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर लगाम लगाने में भाजपा सरकार के प्रयास असरकारक नहीं हैं. भारत में कोरोना महामारी बहुत तेजी से फैलती जा रही है। भाजपा सरकार मामले दोगुने होने के धीमेपन या तेजी को आधार बनाकर अपनी विफलता से बच नहीं सकती।
पार्टी ने सवाल खड़ा किया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय को स्पष्ट करना चाहिए कि हमारी टेस्टिंग दर अन्य देशों के मुकाबले बेहद कम क्यों है ? प्रधानमंत्री का सिर्फ 21 दिन में कोरोना पर विजय प्राप्त करने का दावा सिर्फ भाषण तक सीमित रहा। जबकि असलियत में भाजपा सरकार लॉकडाउन के तीसरे चरण तक भी लगाम लगाने में विफल रही है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि होती जा रही है। नीति आयोग का 16 मई के बाद कोरोना के मामले शून्य हो जाने का दावा सिर्फ भाजपा सरकार को बचाने की कोशिश नजर आ रहा है। नीति आयोग के दावों का वास्तविकता के साथ कोई तालमेल नहीं है। कोरोना संक्रमण के मामले देश में बेतहाशा वृद्धि दर के साथ बढ़ रहे हैं। लेकिन भाजपा सरकार टेस्टिंग में बहुत पिछड़ी हुई है।