सुभाष चन्द्र चौधरी
नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए यह खबर सुखद हो सकती है कि शीघ्र ही दिल्ली मेट्रो रेल का परिचालन शुरू हो सकता है. इस बात के संकेत दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से जारी वक्तव्य में दिया गया है. कोविड-19 वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी देशव्यापी लॉक डाउन के बाद मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने परिचालन से पहले अपनी सारी तैयारियां शुरू कर दी है. मेट्रो के 2200 कोच से लेकर 264 स्टेशन की सफाई का काम भी जोर शोर से शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा परिचालन शुरू होने पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए अभी से सारे इंतजाम किए जा रहे हैं. संभावना इस बात की प्रबल है कि लॉक डाउन के चौथे चरण में मेट्रो को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जा सकता है. इससे दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नॉएडा और गाजियाबाद के लाखों लोगों का जीवन आसन हो जाएगा .
दिल्ली एनसीआर की लाइफ लाइन दिल्ली मेट्रो रेल एक बार फिर अपने यात्रियों को पूर्व की तरह ही यात्रा सुविधा देने की तैयारी में है. मेट्रो रेल की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है कि डीएमआरसी अपने सभी तंत्र का पूर्ण स्वच्छता और मेंटेनेंस की प्रक्रिया में जुट गया है. कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम की दृष्टि से प्रबंधन ने मेट्रो की हर उस सुविधाओं को सैनिटाइज करने का अभियान चलाया है जहां से यात्रियों का आवागमन होता है. प्रबंधन ने कहा है कि हालांकि इस प्रक्रिया मैं बहुत समय लगेगा लेकिन स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुरूप यात्रियों के लिए इसे सुरक्षित बनाने की जिम्मेदारी मेट्रो की है.
इसलिए दिल्ली एनसीआर के कुल 264 मेट्रो स्टेशन और 2200 कोच की क्लीनिंग एवं डिसइन्फेक्शन का अभियान शुरू कर दिया गया है. सभी स्टेशन पर कुल 11100 एस्केलेटर भी हैं जबकि यात्रियों की स्टेशन पर जाने और निकलने की दृष्टि से स्थापित 1000 लिफ्ट के चप्पे-चप्पे को भी सैनिटाइज करने के लिए बड़े पैमाने पर सफाई कर्मियों को लगाया गया है.
बताया जाता है कि मेट्रो रेल के इस बड़े नेटवर्क के सैनिटाइजेशन के लिए मैकेनाइज्ड क्लीनिंग नियमित तौर पर किया जा रहा है. इसमें स्टेशंस के कॉनकोर यात्रियों के गुजरने वाले पैसेज प्लेटफॉर्म्स फ्लोर शेयर ग्लास वर्क स्टील वर्क और इंस्टॉल किए गए अन्य उपकरणों एवं मशीनों की सफाई और सैनिटाइजेशन पर फोकस किया जा रहा है.
प्रबंधन ने कहा है कि मेट्रो में सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करना भी एक बड़ी चुनौती होगी जिसके लिए सभी प्रोटोकॉल अपनाए जाएंगे. इस दिशा में भी अभी से काम शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा स्टेशन पर सिग्नल की व्यवस्था इलेक्ट्रिकल मैनेजमेंट, रोलिंग स्टॉक, दिल्ली एनसीआर में फैले मेट्रो रेल कीटेक्स की जाल का परीक्षण भी मेट्रो सर्विस शुरू करने से पहले करना होगा. प्रबंधन ने सुरक्षा की दृष्टि से भी सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए एस ओ पी तैयार किया है जिसे लागू करने की व्यवस्था पर काम शुरू है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने अपने वक्तव्य में यह साफ किया है कि मेट्रो रेल की सर्विस शुरू करने की तिथि अभी निर्धारित नहीं की गई है. जैसे ही यह तिथि निश्चित की जाएगी इसकी जानकारी आने वाले समय में जल्द ही प्रकाशित की जाएगी. लॉक डाउन के चौथे चरण से ठीक पहले मेट्रो की यह तैयारी इस बात का संकेत दे रही है कि केंद्र सरकार मेट्रो रेल को चरणबद्ध तरीके से शुरू करने की अनुमति दे सकती है. डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए गठित केंद्र सरकार की समिति संभवतया इस पर गंभीरता से विचार कर रही है और मेट्रो रेल को केंद्र सरकार के मंतव्य से सूचित किया गया होगा. इस दृष्टि से ही परिचालन से पहले की सारी तैयारी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने पूरी करने का बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है.
उल्लेखनीय है कि मेट्रो रेल के बंद होने के बाद दिल्ली एनसीआर के लोगों की जिंदगी ठप हो गई है. इसको लेकर मेट्रो रेल ने मेट्रो के यात्रियों से लॉक डाउन के दौरान हुई कठिनाइयों के बारे में लोगों के विचार जानने का एक अभियान भी चलाया था. इसमें दिल्ली एनसीआर के सभी शहरों के यात्रियों ने बड़े पैमाने पर मेट्रो सेवा को मिस करने और अपनी दैनिक गतिविधि को पूरी तरह बाधित होने की व्यथा व्यक्त की थी रग रग में दिल्ली मेट्रो के नाम से चलाए गए इस अभियान से हजारों लोग जुड़े थे और जल्द से जल्द परिचालन शुरू करने की मांग की थी. दूसरी तरफ प्रतिदिन लाखों लोगों को उनके व्यावसायिक और अन्य गंतव्य पर पहुंचाने वाली मेट्रो को भी पिछले लगभग दो माह में जबरदस्त आर्थिक नुकसान हुआ है. यह सेवा दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नॉएडा और गाजियाबाद के लोगों के जीवन का अनिवार्य अंग बन गई है . ऐसे में मेट्रो प्रबंधन और मेट्रो के दैनिक यात्री दोनों ही बड़ी उत्सुकता के साथ मेट्रो सेवा के पुनः परिचालन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.