गृह मंत्री अनिल विज ने लॉक डाउन में ढील देने का विरोध किया, कहा यह घातक हो सकता है

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चंडीगढ़। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में लॉक डाउन के दौरान सभी जोन में ढील देने के फैसले के प्रति आशंका जाहिर करते हुए कहा है कि मुझे इस फैसले से भय लग रहा है। उन्होंने तर्क दिया है कि आज के दिन हरियाणा में 50 से अधिक संक्रमण के केस बढ़ गए हैं जो इस ओर इशारा करते हैं कि अभी यह सही वक्त नहीं है। इस समय सरकार सभी सेवाएं खोलने का फैसला कर रही है जिसका परिणाम घातक भी हो सकता है।गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो निर्णय लिया है वह अंतिम है लेकिन बतौर गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर मुझे इस निर्णय से भय लग रहा है।

श्री विज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा है कि एकदम से ढील देना घातक साबित हो सकता है। एक तरफ तो हम दिल्ली का बार्डर सील कर रहे हैं और दूसरी तरफ प्रदेश में संक्रमण की संख्या अचानक बढ़ रही है। मुख्यमंत्री की ओर से यह घोषणा की गई है कि बाजार खुलेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम साहब ने केंद्र सरकार से बातचीत के बाद ही यह निर्णय लिया होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मैं उनके निर्णय पर सवाल नहीं खड़ा कर रहा लेकिन मुझे अपने स्तर पर डर लग रहा है।

अनिल विज जो प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी ने कहा कि अभी तक हमने जब भी ढील दी है, यह देखा है कि लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं करते हैं साथ ही अन्य गाइड लाइन की भी अवहेलना करते है। उनका कहना था कि इस तरह की घोषणा से पहले उनसे किसी ने कोई बात नही की है। उन्होंने बल देते हुए कहा कि यदि बात की होती तो मैं इसका विरोध करता। 

उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अभी इस तरह से ढील नहीं दी जा सकती। उनका सवाल था कि जब बाजार खुल गए तो कौन किसको रोक सकता है। अभी तो हमारे सामने बार्डर पर की गई सख्ती का नतीजा आना बाकी है। अभी तक तो सख्ती से पहले की गई आवाजाही के नतीजे ही सामने आ रहे हैं। उन्होंने चिंता जाहिर की कि अभी लगातार हमारे डॉक्टर और नर्सें संक्रमित हो रही हैं। ऐसे में ढील देने का निर्णय नुकसानदायक साबित हो सकता है।

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