गुरुग्राम में 350 कंपनियों को काम शुरू करने की अनुमति देने का फैसला, 12 सौ कंपनियों ने किये हैं आवेदन

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सुभाष चन्द्र चौधरी

गुरुग्राम:  हरियाणा सरकार प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपायों को सख्ती से लागू करते हुए कड़ी निगरानी के साथ-साथ सभी प्रकार के औद्योगिक और व्यावसायिक इकाइयों  में पुनः कामकाज शुरू  कराने की कोशिश में जुट गई है.  यही कारण है कि आज गुरुग्राम में लगभग  350 औद्योगिक एवं व्यावसायिक इकाइयों को पुनः काम शुरू करने की अनुमति देने का फैसला लिया गया.  जिला उपायुक्त अमित खत्री की अध्यक्षता में गठित डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट कमिटी की आज हुई बैठक में इस पर सहमति बनी. इससे पूर्व देश की मशहूर ऑटो कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड सहित लगभग 35 कंपनियों को कमेटी ने अपनी फैक्ट्री और कार्यालय चलाने की अनुमति दी थी.  आज के इस निर्णय से यह साफ हो गया है कि प्रदेश सरकार प्रदेश में केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए अधिक से अधिक औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को एक बार फिर नियमित प्रक्रिया में लाने को उत्सुक है. 

 

 बताया जाता है कि डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट कमिटी ने प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के तहत आज की बैठक में अधिक से अधिक इंडस्ट्री और ट्रेड कंपनियों को काम शुरू करने की अनुमति देने का खाका तैयार कर लिया.  कमेटी की आज लंबी चली बैठक में  हरियाणा सरकार की ओर से गुरुग्राम के लिए मजदूरों के ट्रैवल करने की निर्धारित संख्या को बढ़ाए जाने पर  उद्योग जगत को अनुमति देने की प्रक्रिया में काफी कुछ बदलाव लाने का भी निर्णय लिया गया.

 

 उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम के लिए लॉक डाउन के दौरान 11,000 ट्रैवल पास स्वीकृत किये हैं .  इसी के मद्देनजर कोरोना संक्रमण की रोकथाम की दृष्टि से नियुक्त गुरुग्राम के नोडल अधिकारी एवं प्रदेश के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी वी एस कुंडू  के निर्देशन में ऑनलाइन आवेदन करने वाले उद्यमियों एवं व्यवसायियों को अनुमति देने की प्रक्रिया आज महत्वपूर्ण तब्दीली लाई गई. 

 

गुरुग्राम में 350 कंपनियों को काम शुरू करने की अनुमति देने का फैसला, 12 सौ कंपनियों ने किये हैं आवेदन 2एसीएस श्री कुंडू ने thepublicworld.com से खास बातचीत में बताया कि अब तक  मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड सहित जिन 35 औद्योगिक कंपनियों को काम शुरू करने की अनुमति दी गई है उन्हें 4500  ट्रैवल पास जारी किए गए हैं. आज की बैठक के दौरान निर्धारित की गई शर्तों  के आधार पर बाकी बचे सभी 6500 ट्रेवेल परमिट कल यानी शुक्रवार को जारी कर दिए जाएंगे.  उनका कहना है कि सरकार की ओर से परमिट जारी करने की निर्धारित संख्या का पूरा उपयोग कल हो जाएगा.  उसके बाद सरकार की ओर से जिस तरह का निर्णय लिया जाएगा उस पर आगे की प्रक्रिया निर्धारित की जाएगी. 

 

उन्होंने बताया कि  पिछले 24 घंटे के दौरान  बड़ी संख्या में कंपनियों ने अपना काम पुनः शुरू करने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है.  बुधवार शाम तक यह संख्या लगभग 350  थी जबकि आज शाम तक काम करने के लिए अनुमति लेने  के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाली कंपनियों/ संस्थानों की संख्या  1200 तक पहुंच गई.  यह अपने आप में स्थिति का आकलन करने के लिए पर्याप्त है कि उद्योग और व्यावसायिक जगत गुरुग्राम में अपना काम विषम परिस्थितियों में भी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए शुरू करने को किस कदर उत्साहित है.  यह संख्या इस बात की  परिचायक है की आने वाले अगले  एक  सप्ताह के अंदर ही  गुरुग्राम का मानेसर औद्योगिक क्षेत्र और उद्योग विहार सहित अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाएं फिर बनेंगी.  इससे 1 महीने से भी अधिक समय से अपने घरों में  बेरोजगार बैठे या फिर राहत शिविरों में अपनी आजीविका के लिए पनाह लेने वाले श्रमिकों एवं मजदूरों  की जिंदगी में फिर से बाहर आएगी. 

 

एक सवाल के जवाब में श्री कुंडू ने स्पष्ट किया की शुक्रवार से उद्यमियों को अनुमति देने की प्रक्रिया तेज कर दी जाएगी.  ऑनलाइन आवेदन करने वालों में से जिनके डॉक्यूमेंट और अन्य औपचारिकताएं नियम के अनुरूप होंगी उन्हें अनुमति दे दी जाएगी.  उनके अनुसार आई एम  टी मानेसर एरिया में अवस्थित लगभग सभी उद्योगों को अनुमति दे दी जाएगी बशर्ते की उनकी ओर से केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा जारी लॉक डाउन की गाइडलाइंस का पालन करने की स्व घोषणा करेंगे. उन्होंने बारंबार बल देते हुए कहा कि उद्योगों को हम सुचारू रूप से चलाना चाहते हैं लेकिन स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने दी जाएगी.  कंपनियों को अपने आसपास या फिर परिसर में ही श्रमिकों को ठहराने की व्यवस्था करनी चाहिए. इस दौरान अगर आवश्यकता महसूस की गई तो आवेदक कंपनियों  से नियमानुसार फिजिकल इंफेक्शन कराने को भी कहा जा सकता है. 

आज की बैठक में  जिला उपायुक्त अमित खत्री के अलावा  एडिशनल लेबर कमिश्नर मुनीश शर्मा,  एचएसआईआईडीसी के अधिकारी  और पुलिस महकमे के अधिकारी भी मौजूद थे. 

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