केबल संचालकों को हरियाणा एजुसेट चैनलों के प्रसारण का निर्देश

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गुरुग्राम 14 अप्रैल। ‘घर से पढ़ो- घर से पढ़ाओ ‘ अभियान के तहत सरकारी स्कूलों के कक्षा पहली से 12वीं विद्यार्थियों को  शिक्षा विभाग द्वारा ई लर्निंग के माध्यम से ऑनलाइन क्लासेज दी जा रही है ताकि कोविड-19 लॉक डाउन के दौरान विद्यार्थियों को पढ़ाई का नुकसान ना हो।  इसी कड़ी में विद्यार्थियों को www.haryanaedusat.com के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाने की शुरुआत की गई है। जहां पर इंटरनेट की उपलब्धता नहीं है या किसी कारणवश सुचारू नही है, वहां हरियाणा एजुसेट  के 4 चैनलो को सिटी केबल के माध्यम से विद्यार्थियों तक पहुंचाए जाने की व्यवस्था की गई हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि जिला गुरुग्राम के 6 केबल संचालकों को ट्राई तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए हरियाणा एजुसेट चैनल सिटी केबल पर चलाने के लिए कहा गया है। उन्हें इसकी फ्रीक्वेंसी के बारे में अवगत करवा दिया गया है । उन्होंने बताया कि केबल संचालकों को हरियाणा एजुसेट चैनलों के प्रसारण को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जिला में कक्षा पहली से बारहवीं तक के 607 राजकीय विद्यालय हैं, जिनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिये ऑनलाइन क्लासेज शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि जिला गुरूग्राम में कक्षा पहली से आठवीं तक कुल 80968 विद्यार्थी है जिनमें से 41727 लड़कियां तथा 39241 लड़के है। इसी प्रकार कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के कुल 34665 विद्यार्थियों में से 17505 लड़कियां तथा 17160 लड़के शामिल है। उन्होंने बताया कि इन सभी विद्यार्थियों को अध्यापकों द्वारा अलग-अलग मोबाइल ऐप के माध्यम से भी ऑनलाइन क्लासेज दी जा रही है। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं । अध्यापक सुबह 9:00 से दोपहर 12:30 बजे तक ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं। इस दौरान अध्यापकों द्वारा विद्यार्थियों की पढ़ाई को लेकर संशयो को भी दूर किया जाता है।
श्री खत्री ने बताया कि शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों के व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाए गए हैं जिनके एडमिन क्लास टीचर को बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अध्यापक यूट्यूब चैनलों तथा अपनी वीडियो बनाकर ग्रुप में अपलोड कर रहे हैं ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में असुविधा ना हो।  विद्यार्थी अध्यापकों को वीडियो कॉल करके भी उनके संशयो को दूर कर रहे हैं। इसके अलावा जूम एप के माध्यम से भी बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मोबाइल  एप से विद्यार्थी बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि ई लर्निंग को लेकर कई विकल्पों पर काम किया जा रहा है और प्रभावी विकल्पों के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।
ऑनलाइन क्लासेज का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जिन विद्यालयों में यदि किसी सब्जेक्ट के टीचर नहीं है तो दूसरे विद्यालय के संबंधित सब्जेक्ट के टीचर की वीडियो ग्रुप में शेयर कर दी जाती है।
जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन ने बताया कि बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए पाठ्य सामग्री भी तैयार कर ली गई हैं और उसी के अनुरूप बच्चों को शिक्षा दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि जिन घरों में स्मार्टफोन नहीं है उनके लिए भी दूसरे विकल्पों पर काम किया जा रहा है। हालांकि ऐसे विद्यार्थियों की संख्या काफी कम है।उन्होंने बताया कि कक्षा 9वी तथा 11वीं का भी परीक्षा परिणाम आ चुका है जिसके बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी जा चुकी है।

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