भारत में कोरोना पॉजिटिव के 909 नए मामले आये, 716 को मिली अस्पताल से छुट्टी

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नई दिल्ली। देश में महामारी कोविड-19 से निपटने के सामूहिक प्रयासों के जरिए भारत सरकार राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों के साथ मिलकर कोविड-19की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए अनेक कदम उठा रही है। इन कदमों की उच्‍च स्तर पर नियमित रूप से समीक्षा और निगरानी की जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कल से कोविड-19 के पुष्ट मामलों में 909 मामलों की बढोतरी दर्ज की गई है। 716 व्यक्तियों का उपचार किया जा चुका है/अस्‍पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और आज तक इससे कुल 273लोगों की मृत्यु हुई है।

देश के सभी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में कोविड-19 की परीक्षण की क्षमता तात्‍कालिक आधार पर बढ़ाने के लिए देश भर के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों को समान रूप से जिम्मेदारी सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।इन संस्थानों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने आवंटित क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों के परामर्शदाता के रूप में कार्य करें और अपने-अपने राज्यों में कोविड-19 परीक्षण सुविधाओं की स्थापना में सहायता प्रदान करें।इन सभी संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी-अपनी राज्य सरकारों के साथ निकट सामंजस्‍य के साथ  कार्य करें।

देश में कल से कोविड-19 के पुष्ट मामलों में 909 मामलों की बढोतरी दर्ज की गई है। 716 व्यक्तियों का उपचार किया जा चुका है/अस्‍पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और आज तक इससे कुल 273लोगों की मृत्यु हुई है।

सरकार प्राथमिक चिकित्‍सा संबंधी बुनियादी सुविधाओं की क्षमता बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, जिनमें  समर्पित अस्पताल, आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और क्‍वारंटीन सुविधाएं शामिल हैं।देश भर में 12.04.2020 तक जहां एक ओर 8356 मामलों के लिए 1671 बिस्तरों (पुष्‍ट मामलों में से 20 प्रतिशत मध्यम और गंभीर/ गंभीर नैदानिक लक्षणों वाले) की आवश्यकता होने का अनुमान है, वहीं वर्तमान में कोविड-19 के समर्पित601 अस्‍पतालों में 1,05,980 बिस्‍तर उपलब्‍ध हैं। देश भर के समर्पित अस्पतालों में आइसोलेशन बेड्स  की संख्या में और वृद्धि की जा रही है।

कोविड-19 मरीजों के इलाज की व्‍यवस्‍था के लिए देश भर में तेजी से समर्पित अस्‍पताल स्‍थापित किए जा रहे हैं। सरकारी अस्‍पतालों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के विविध अस्‍पतालों, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों, सैन्‍य अस्‍पतालों, भारतीय रेलवे भी इन प्रयासों में योगदान दे रहे हैं। दूर-दराज के इलाकों में चिकित्‍सा संबंधी बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि करने के लिए आयुध फैक्‍टरी बोर्ड ने विशिष्‍ट शिविरों का निर्माण किया है।

तैयारियों के प्रयासोंके तहत एम्‍स, निमहान्‍स जैसे  राष्‍ट्रीय महत्‍व के संस्‍थानों के माध्‍यम से स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करने पर भी ध्‍यान केंद्रित किया जा रहा है।  इन संस्‍थानों द्वारा वेंटिलेटर प्रबंधन, नैदानिक प्रबंधन, संक्रमण निवारण नियंत्रण, जैव-चिकित्सकीय अपशिष्ट प्रबंधन और महामारी के संबंध में ऑनलाइन प्रशिक्षण मॉड्यूल्‍स और वेबिनार आयोजित किए गए हैं। फ्रंटलाइन मेडिकल वर्कर्स को तैयार करने के लिए मॉक ड्रिल्‍स भी आयोजित की गई हैं।

कोविड-19 से संबंधित तकनीकी मामलों के बारे में सभी प्रकार की विश्‍वसनीय और अद्यतन जानकारी, दिशानिर्देशों एवं परामर्शों  के लिए कृपया नियमित रूप से : https://www.mohfw.gov.in/  देखें।

कोविड-19 से संबंधित तकनीकी प्रश्‍नों को [email protected]और अन्‍य प्रश्‍नों को [email protected]पर ई-मेल के माध्‍यम  से भेजा जा सकता है ।

कोविड-19 के बारे में किसी भी प्रश्‍न के बारे में कृपया स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय को हेल्‍पलाइन नम्‍बर : +91-11-23978046 या 1075 (टोल फ्री) पर सम्‍पर्क करें। राज्‍यों/संघशासित प्रदेशों के हैल्‍पलाइन नम्‍बरों की सूची https://www.mohfw.gov.in/pdf/coronvavirushelplinenumber.pdf पर भी उपलब्‍ध है।

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