चंडीगढ़। हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज अपने डिजिटल संबोधन के दौरान स्पष्ट कर दिया कि हरियाणा में कोरोना महामारी संक्रमण की रोकथाम की दृष्टि से लॉक डाउन को 14 दिन के लिए और बढ़ाया जा सकता है। यानी यह अवधि आगामी 30 अप्रैल तक रहेगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ आज देश के सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक का हवाला देते हुए कहा कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्री इस बात पर सहमत थे कि लॉक डाउन को और 14 दिनों के लिए बढ़ाया जाए। सभी मुख्यमंत्रियों ने अपनी अपनी ओर से अपने राज्यों की समस्याओं के बारे में बताया और वित्तीय मदद की भी मांग की । मनोहर लाल ने साफ संकेत दिया कि संक्रमण की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है हालांकि देश के अन्य राज्यों में यह संख्या तेजी से बढ़ रही है जबकि हरियाणा में औसतन 10 से 15 प्रतिदिन कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि प्रदेश को सोशल डिस्टेंसिंग की दृष्टि से और 14 दिनों के लिए लॉक डाउन में रखा जाए ।
उन्होंने अपना मत प्रकट करते हुए बताया कि हालांकि यह लॉक डाउन पिछली लॉक डाउन की अवधि से थोड़ा अलग होगा और इसमें अलग प्रकार के प्रावधान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार हरियाणा प्रदेश के सभी जिलों को तीन जोन में बांटा गया है और इसके लिए कंटेनमेंट प्लान बनाया गया है ।सभी जिले के उपायुक्तों को इस दृष्टि से अपनी योजना तैयार करने को कहा गया है । अगले दो से 3 दिनों में सभी जिलों के लिए लागू की जाने वाली योजनाएं और किस प्रकार से लॉक डाउन में प्रावधान लागू रहेंगे उसकी रूपरेखा सामने आ जाएगी ।
उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश के सभी जिलों को जिन तीन जोन में बांटा गया है उनमें रेड जोन ऑरेंज ऑन और वल्नरेबल जॉन नामित किए गए हैं। रेड जॉन में वह जिले होंगे जहां सबसे अधिक रोगी पाए गए हैं जबकि इससे कम संख्या में पाए जाने वाले को ऑरेंज जोन में रखा गया है और उसके बाद जहां एक भी रोगी नहीं पाए गए हैं उसे वल्नरेबल जॉन में रखा गया है । उनका कहना था कि लंबी अवधि के दौरान आर्थिक गतिविधियों को पूरी तरह से बंद करना और देश व प्रदेश के लिए सम्भव नहीं हो सकता । इसलिए सभी मुख्यमंत्रियों ने इस पर भी प्रधानमंत्री के सामने अपने सुझाव रखे । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि जहां एक भी रोगी नहीं पाए गए हैं उन जिलों में गतिविधियां शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है
उन्होंने कहा कि जिन जिलों में एक भी कोरोना संक्रमित रोगी नहीं पाए गए हैं वहां व्यावसायिक और औद्योगिक गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं। साथ ही कृषि क्षेत्र के लिए भी छूट देने की बात उन्होंने कि। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों को राहत प्रदान करते हुए कुछ प्रावधान के साथ ही अनुमति दी जाएगी। उनका कहना था कि खासकर एमएसएमई सेक्टर के लोगों के लिए उन्हें अपने कर्मियों को सोशल डिस्टेंसिंग की दृष्टि से पूरी व्यवस्था करनी पड़ेगी । साथ ही उन्हें अपनी फैक्ट्री या अपनी यूनिट या फिर अपने कार्यालय में ही कर्मचारियों को दिन-रात रखने की व्यवस्था करनी पड़ेगी। उन्हें सुबह शाम के भोजन भी देने पड़ेंगे। जो एमएसएमई सेक्टर या ट्रेडर्स इस प्रावधान के साथ अनुमति के लिए आएंगे उन्हें काम करने की अनुमति दी जा सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि छोटे ट्रेडर्स खाद्य वस्तुओं की दुकानदार के लिए थोड़ी राहत की बात की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे दुकानदारों के लिए दुकान खोलने की अवधि बढ़ाई जा सकती है क्योंकि अवधि कम रखने से लोगों की भीड़ अचानक बढ़ जाती है जिससे सोशल डिस्टेंसिंग के सिस्टम को नुकसान पहुंचता है इसलिए इस प्रकार के प्रावधान बनाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि आज कोरोना संक्रमण की दृष्टि से सबसे बड़ा उपाय अगर कोई है तो वह सोशल डिस्टेंसिंग है। इसलिए देश के सभी राज्य इस बात पर सहमत दिखे कि लॉक डाउन को और आगे बढ़ाया जाए क्योंकि लगातार इस बीमारी से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या देश में बढ़ती जा रही है । उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी समस्या मजदूरों को लेकर है तो उनकी मुकम्मल व्यवस्था करने की दिशा में सरकार ने काफी कदम उठाए हैं और आने वाले समय में और भी कदम उठाए जाएंगे । उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या कृषि क्षेत्र के लिए है । हरियाणा के सभी जिले में किसान फसल तैयार कर रहे हैं। बहुत सारे किसान अपनी फसल तैयार कर चुके हैं और उन्हें मंडी में लाने का इंतजार है। इसलिए सरकार ने 20 अप्रैल से उसकी खरीद की शुरुआत करने की घोषणा की है । इसलिए किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी । उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि अगर कोई किसान अपनी फसल को तैयार करने के बाद अगले 2 से 3 महीने तक अपने घर पर स्टोर करके रखने की स्थिति में है तो रख सकते हैं और उसके बाद फिर सरकार खरीद की घोषणा करेगी तो फिर वह में लेकर आ सकते हैं। इसलिए उन्हें इस बात के लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है कि उनकी फसल नहीं खरीदी जाएगी ।
उन्होंने प्रदेशवासियों को सोशल डिस्टेंसिंग को महत्व देने की गुजारिश की । उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने एकमात्र उपाय है सोशल डिस्टेंसिंग । इसे हमें अगले 14 दिनों तक और रखना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार लॉक डाउन को 14 दिन और बढ़ाने की घोषणा करती है तो हरियाणा सरकार उसका पालन करेगी और इसके लिए सभी जिले तैयार हैं और उन्हें आगामी 14 दिनों की दृष्टि से कुछ अन्य प्रकार के प्रावधानों के साथ नई योजना बनाने को कहा गया है।
खासकर हरियाणा प्रदेश के 4 जिले जिन्हें रेड जोन में रखा गया है गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूह में लॉक डाउन के दौरान और सख्ती बरती जाएगी । उन्होंने कहा क्योंकि इन 4 जिलों से ही हरियाणा प्रदेश में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव की संख्या सामने आई है इसलिए यहां कुछ अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है । उन्होंने प्रदेशवासियों से लोक डाउन में सोशल डिस्टेंसिंग की दृष्टि से पूर्ण सहयोग करने की अपील की । उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में हम सब मिलकर ही जीत सकते हैं । उन्होंने दुनिया के अन्य देशों का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां हालात बदतर हो गए और अनियंत्रित भी जिससे बड़े पैमाने पर जनहानि हो रही है । उन्होंने आगाह किया कि अगर हमें इससे बचना है तो सोशल डिस्टेंसिंग ही एकमात्र उपाय है।