कचहरी में वकील पर बम से हमला, तीन घायल

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लखनऊ, 13 फरवरी । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की कचहरी में गुरुवार को दिनदहाड़े एक वकील पर बम से हमला किया गया। इस वारदात में तीन अधिवक्ता जख्मी हुए हैं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि कचहरी परिसर में कुछ लोगों ने लखनऊ बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव संजीव लोधी पर बमों से हमला किया। उनमें से एक बम फटा जबकि बाकी दो में धमाका नहीं हुआ।

प्रदेश के अदालत परिसरों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ी करती इस एक और वारदात के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं। मामले की जांच की जा रही है।

इस बीच, वकील संजीव लोधी ने बताया कि उन्होंने कुछ न्यायिक अधिकारियों की उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी जिसे लेकर लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री जीतू यादव, सुधीर यादव और अन्नू यादव उन्हें शिकायत वापस लेने की धमकी दे रहे थे। उन्होंने कहा ‘‘ये लोग उन न्यायिक अधिकारियों के करीबी हैं।’’

लोधी का आरोप है कि गुरुवार को एजाज और आजम तथा करीब 10 अन्य लोग आये और उन पर बम से हमला कर दिया। उनमें से एक बम फटा, बाकी दो नहीं फटे। वारदात के बाद हमलावर असलहा लहराते हुए भाग गये।

उन्होंने बताया कि उनके साथ—साथ वकील श्यामसुंदर और प्रमोद लोधी को भी मामूली चोटें आयी हैं।

लखनऊ बार एसोसिएशन के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष जेपी सिंह ने बताया कि बम कांड के बाद बार एसोसिएशन की एक बैठक आयोजित की गई। मगर इसी दौरान बैठक में ही वकीलों के दो गुटों के बीच मारपीट हो गई। बहरहाल, वरिष्ठ अधिवक्ताओं के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझ गया।

उन्होंने बताया कि बम कांड के दोषी लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वकीलों ने कचहरी के बाहर मुख्य मार्ग पर रास्ता जाम कर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में अधिकारियों के समझाने बुझाने पर प्रदर्शन समाप्त हुआ। हालांकि सभी वकीलों ने कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। समूचे कचहरी परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

लोधी ने कचहरी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने और वकीलों की हिफाजत के बंदोबस्त करने की मांग की।

प्रदेश के अदालत परिसरों में हमले की घटनाएं हाल में बढ़ी हैं। गत 17 दिसम्बर को बिजनौर की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की भरी अदालत में बदमाशों ने गोलीबारी करके एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी और दो पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया था।

इसके पूर्व, सात जनवरी को लखनऊ में वकील शेखर त्रिपाठी को कुछ लोगों ने लाठी—डंडों से पीट—पीटकर मार डाला था।

इस बीच, कांग्रेस महासचिव और पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस वारदात को लेकर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार को अब साफ-साफ कह देना चाहिए कि उसने तीन साल तक जनता से झूठ बोला। असल में प्रदेश में अपराधियों का बोलबाला है। राजधानी में कचहरी में वकीलों पर बम से हमले हो रहे हैं। राजधानी से लेकर सुदूर क्षेत्र तक कोई सुरक्षित नहीं है। क्या व्यवस्था है ये?”

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