नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने वर्ष 2020 के लिए कुछ प्रमुख मिशनों का खुलासा किया. हालांकि महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन, भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन अपने सबसे प्रमुख मिशनों में से एक है लेकिन यह साल भी भारत के चंद्रमा मिशन के लिए एक नया अध्याय जोड़ने वाला होगा क्योंकि इसरो एक बार फिर मिशन चंद्रयान -3 को चंद्र सतह पर एक नरम लैंडिंग कराने के प्रयास में है.इसरो दिसंबर 2020 और जून 2021 में दो मानव रहित मिशन भी शुरू करेगा। इसरो ने ह्यूमनॉइड रोबोट तैयार किया है. इसका नाम व्योम मित्र रखा गया है.
Vyomamitra, meaning a friend in the sky is the prototype of the half-humanoid, made for the first unmanned Gaganyaan mission by #ISRO. Amazing ?pic.twitter.com/97WPdYf0E0
— Supriya Sahu IAS (@supriyasahuias) January 23, 2020
बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, इसरो के अध्यक्ष डॉ के सिवन ने आधिकारिक रूप से घोषणा की कि भारत का तीसरा चंद्र अभियान, चंद्रयान -3 अगले साल हो सकता है। उन्होंने कहा कि चंद्रयान -3 पर काम शुरू हो गया है और यह पूरी रफ्तार से चल रहा है।
महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के बारे में बात करते हुए, इसरो प्रमुख ने बताया कि 4 अंतरिक्ष यात्री, जो भारतीय वायु सेना के परीक्षण पायलट हैं, को सूचीबद्ध किया गया है. वे इस महीने के अंत तक प्रशिक्षण के लिए रूस जाएंगे। सिवन ने कहा कि 1984 में, राकेश शर्मा ने एक रूसी मॉड्यूल में उड़ान भरी थी, लेकिन इस बार भारतीय अंतरिक्ष यात्री भारत से भारतीय मॉड्यूल में उड़ान भरेंगे।
इसरो प्रमुख ने कहा कि मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम गगनयान के लिए पेलोड चयन का पहला चरण पूरा हो चुका है। केवन ने कहा, “माइक्रोग्रैविटी प्रयोगों के अवसर की घोषणा की गई है.
के सिवन ने कहा इसरो दिसंबर 2020 और जून 2021 में दो मानव रहित मिशन भी शुरू करेगा। इसरो ने ह्यूमनॉइड रोबोट की पहली झलक भी दिखाई. यह इस साल के अंत में अंतरिक्ष में भेजने की उम्मीद है। इसका नाम व्योम मित्र रखा गया है.