वर्तमान व अतीत के बीच पुल बनता लायंस पब्लिक स्कूल !

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ग्रेंड्स पैरेंट्स डे के अवसर पर बुजुर्गों के सम्मान में कार्यक्रम 

गुरुग्राम :ग्रेंड्स पैरेंट्स डे के अवसर पर शनिवार को गुरुग्राम सेक्टर–10 ए का लायंस पब्लिक स्कूल, वर्तमान व अतीत के बीच अटूट सम्बन्ध पैदा करने वाले एक पुल (bridge)19-nov-2-a के सामान दिखा. एक तरफ अधिकतर 70 से अधिक की उम्र के ग्रैंड पैरेंट्स को अपना बचपन याद आ रहा था तो दूसरी तरफ उनकी विरासत को सँभालने की तैयारी में जुटे सैकड़ों बच्चे उनके सम्मान में स्वयं को प्रस्तुत करते दिखे. भारतीय संस्कृति व संस्कार को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित करने के अनूठे पहल के रूप में इस कार्यक्रम का आयोजन प्रतिवर्ष यहाँ किया जाता है. इस कार्यक्रम के माध्यम से  बच्चों व बुजुर्गों के बीच बढती खाई को पाटने की कोशिश हुई जबकि पारिवारिक सम्बन्ध के महत्व को भी बखूबी दर्शाया गया. इस प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान के प्रांगण में दादा- दादी से पोते-पोतियों के मिलाप का यह कार्यक्रम बेहद भावुक करने वाले दृश्यों से सराबोर रहा. 

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बुजुर्गों के मन व सम्मान में समर्पित वर्ष का एक दिन 19 नवम्बर लायंस पब्लिक स्कूल सेक्टर–10 ए के लिए बेहद खास रहा. ऐसा हो भी क्यों नहीं क्योंकि आज इस स्कूल के प्रांगण में समाज की वह पीढ़ी बड़ी संख्या में मौजूद थी जो समाज व परिवार में विखरते पारिवारिक संस्कारों के बीच सबसे अधिक उपेक्षित महसूस करती है. लेकिन लायंस पब्लिक स्कूल सेक्टर–10 ए में आकर शायद उन्हें इस बात का एहसास हो गया कि वर्त्तमान पीढ़ी अब भी उन्हें अपना सिरमौर समझती है और उन्हें उनके साए की सख्त जरूरत है.

बुजुर्गों के सम्मान में आयोजित इस  कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के चेयरमैन लायन ए सी गोयल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सामूहिक स्वागत गान प्रस्तुत कर इस बात का एहसास कराया कि वे उनकी अमूल्य धरोहर हैं.

वरिष्ठ प्रधानाचार्या डॉ. नीलिमा प्रकाश ने सभी अतिथियों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए अपने संबोधन में समाज व परिवार के लिए बुजुर्गों के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि बुज़ुर्ग किसी भी समाज की रीढ़ की हड्डी के समान हैं. इनके विना किसी भी स्वस्थ व सफल समाज की कल्पना नहीं की जा सकती. उन्होंने यह कहते हुए चिंता जाहिर की कि आजकल एकाकी परिवार के चलन ने हमारी सामाजिक व नैतिक मूल्यों पर डेरा डाल लिया है. इसके कारण बच्चों में अपने बुजुर्गों के प्रति लगाव कम होता जा रहा है. उन्होंने कहा की परिवार में बुज़ुर्ग ऐसी कड़ी है जो हमारे अतीत से हमारा परिचय कराते है. हममें संस्कार भरते हैं जो बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत ज़रूरी पहलू है.

इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने ‘सशक्त नारी सुरक्षित भविष्य’ शीर्षक पर आधारित नुक्कड़ नाटक का सजीव मंचन किया.  इस नाटक के माध्यम से देश में पीएम नरेन्द्र मोदी की ओर से शुरू किये गए ‘ बेटी बचाओं – बेटी पढाओ ‘अभियान के सन्देश को पुष्ट करने का सारगर्भित प्रयास किया.

विद्यालय की प्रधानाचार्या रेणु वर्मा ने सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि जीवन की यात्रा में बुज़ुर्ग एक अनमोल रत्न की भाँति होते हैं.  हमारे जीवन में इनके द्वारा भरे जाने वाले रंग हमें संसार में सफल इनसान बनाते हैं. उनके अनुभव से हम पग–पग पर सीखते हैं और अपने जीवन में उतार कर सफलता की सीढियाँ चढ़ते हैं.

इस19-nov-4-a अवसर पर विद्यालय के पूर्व चेयरमैन दिवंगत लायन के सी वाधवा को भी भावभीनी श्रधांजलि दी गयी जो अपने अतुलनीय योग्यादन के कारण पूरे लायंस परिवार के दिल में हमेशा के लिए विराजमान हैं. उनके सम्मान में श्रद्धांजलि देते हुए भजन प्रस्तुत किया गया.

यह अवसर ऐसे दादा–दादी तथा नाना–नानी के लिए और खास तह जिनके  जन्मदिन नवम्बर माह में आते हैं क्योंकि उनके लिए यहाँ स्कूल प्रबंधन की ओर से केक कर्तन भी किया गया.

यह देखना भी बेहद खास व आनंद दायक रहा जब सभी बुजुर्ग अतिथियों ने उनके लिए  आयोजित कई प्रकार के खेलों में शामिल होकर अपने बचपन को कुछ देर ही सही मगर ख़ुशी से जीने की कोशिश की. खेलों के दौरान इन बुजुर्गों के बचपने व उत्साह को देखना भी यादगार रहा.

खास अतिथियों के लिए बेहद खास तरीके से आयोजित इस कार्यक्रम में आने के लिए विद्यालय के मैनेजर राजीव कुमार ने समस्त अतिथियों का आभार व्यक्त किया. उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जीवन के किसी भी पड़ाव में हमें हारना या थकना नहीं है. ज़िंदगी के जितने भी दिन हैं उन्हें पूरी ज़िंदादिली के साथ जीने की भरपूर  कोशिश होनी चाहिए. उनके लम्बे व स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि बुजुर्गों का साया व स्नेह हमेशा अपने नौनिहालों को मिलता रहे.

इस अवसर पर पूर्व चेयरमैन लायन एच एल डाँग, ए सी गोयल, लायन विजय बुद्धिराजा (डिस्ट्रिक्ट ग19-nov-5-aवर्नर लायंस डिस्ट्रिक्ट 321–अ1) लायन अनिल वाधवा, प्रेसीडेंट लायंस क्लब गुड़गाँव सिटी, सहित दर्जनों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. उन्होंने Say No to polythne  कार्यक्रम के तहत जूट बैग भी वितरित किए.

कार्यक्रम में उपप्रधानाचार्या इन्दु कौशिक ने कहा कि हम सभी के अंदर कहीं न कहीं मासूम बचपन छिपा होता है जो अपने बच्चों को खेलते व बड़ा होते देख लौट आता है. बुजुर्ग बच्चों के सबसे अच्छे मित्र बन सकते हैं, साथ ही सच्चे मार्गदर्शक भी. उनके मार्गदर्शन की आज समाज को बहुत ज़रूरत है.

इस आयोजन में शामिल होकर सभी बुजुर्ग बहुत खुश थे और अपने अनुभव भी साझा करते दिखे. कार्यक्रम का समापन एक मनमोहक नृत्य प्रस्तुति के साथ हुआ.

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