विधायकों से मिले आर डब्ल्यू ए प्रतिनिधि, इस बार पार्षदों से आरपार के मूड में हैं सामाजिक संस्था

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विधायक राकेश दौलताबाद ने किया आर डब्ल्यू ए का समर्थन  : दिनेश वशिष्ठ

कहा सामजिक संस्थाओं के सहयोग के विना विकास संभव नहीं

निगम पार्षदों को अपनी राजनीतिक जमीन में किसी की दखल पसंद नहीं

सामाजिक संस्थाओं को विकास में भागीदार बनाने से है परहेज

गुरुग्राम : निगम क्षेत्र के सेक्टरों और कालोनियों में पार्कों व कम्युनिटी सेंटरों के रखरखाव के मुद्दे पर शहर की आर डब्ल्यू ए इस बार पार्षदों से आरपार के मूड में हैं. पार्षदों द्वारा मेयर पर इस जिम्मेदारी को छीनने के लिए दबाव बनाने के शगूफे छोड़ने के बाद से सभी आर डब्ल्यू ए के प्रतिनिधि गोलबंद हो गए हैं और हर उस चौखट पर दस्तक दे रहे हैं जिनकी भूमिका इस मद में महत्वपूर्ण हो सकती है. अब तक स्थानीय सांसद व केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह और निगमायुक्त विनय प्रताप को ज्ञापन सौंप चुके आर डब्ल्यू ए के पदाधिकारी आज  बादशाहपुर व गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र के विधायकों क्रमशः राकेश दौलताबाद और सूधीर सिंगला से मिले और इस मामले में व्यक्तिगत हस्तक्षेप करने की जोरदार मांग की. दिनेश वशिष्ठ प्रेज़िडेंट आर॰डबल्यू॰ए॰ सेक्टर 3,5&6  की माने तो दोनों विधायकों ने उनकी मांग का समर्थन किया और निगमायुक्त से बात करने का आश्वासन दिया. संकेत है कि बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद ने गुरुवार को विनय प्रताप सिंह से मुलाकात की और मामले पर चर्चा भी की.

 

राकेश दौलताबाद और निगमायुक्त की बैठक का क्या नतीजा निकला इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है लेकिन यह तो तय है कि आर डब्ल्यू ए के पदाधिकारी निगम पार्षदों की मनमानी के आगे झुकने की स्थिति में नहीं हैं.उल्लेखनीय है कि इस सम्बन्ध में पूर्व के वर्षों में भी पार्षदों ने असफल कोशिश की थी लेकिन तत्कालीन निगाम्युक्त यशपाल यादव सामाजिक संस्थाओं को यह जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर अड़े रहे. पार्षदों को  यह अपने साम्राज्य में खलल पैदा होता लगता है और उन्हें अपनी राजनीतिक जमीन में कोई अन्य खेलते हुए दिखता पसंद नहीं है. उन्हें इस बात का भान नहीं है कि देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा यह कहते हैं कि देश व राज्य का विकास अकेले सरकार का काम नहीं है, सामाजिक संस्थाओं को भी इसमें सक्रीय भूमिका लेने के लिए आगे बढ़नी चाहिए. साथ ही सत्ता के विकेंद्रीकरण से ही विकास को गति दी जा सकती है और व्यवस्था दुरुस्त की जा सकती है. लेकिन गुरुग्राम नगर निगम के पार्षद सत्ता को अपने पास केन्द्रित रखना चाहते हैं जबकि सामाजिक संस्थाओं को विकास कार्यों में भागीदार नहीं बनने देना चाहते हैं. शहर में कम करने के लिए अनेक विषय हैं लेकिन पार्षद व्यवस्था में सहयोग करने के बजाय व्यवधान डालने की मंशा में हैं.

पार्षदों के नकारात्मक रवैये का प्रबल प्रतिरोध करने के लिए आज भी शहर की सभी आर॰डबल्यू॰ए॰ के पदाधिकारियों ने शहरी क्षेत्र गुडगाँव से जुड़े दोनों विधायकों से मुलकात  कर अपनी बात जोरदार तरीके से रखी. दिनेश वशिष्ठ ने बताया कि दोनों विधायकों उन्हें इसका माकूल हल निकालने का आश्वासन दिया है । उन्होंने बताया कि बादशाहपुर क्षेत्र के निर्दलीय विधायक, राकेश दौलताबाद आज तीन बजे इस विषय पर एम सी जी कमिश्नर विनय प्रताप  से मिले हैं.

दूसरी तरफ गुरुग्राम के भाजपा विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि आपसी तालमेल से ही शहर का विकास संभव है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि सभी आर॰डबल्यू॰ए॰ व पार्षद मिलकर अच्छा काम करें।

दिनेश वशिष्ठ, प्रेज़िडेंट आर॰डबल्यू॰ए॰ सेक्टर 3,5&6  ने स्पष्ट किया कि निर्दलीय विधायक, राकेश दौलताबाद ने साफ़ शब्दों में कहा कि वे इस विषय पर शहर की आर॰डबल्यू॰ए॰ के साथ हैं. उन्होंने कहा कि हम लोगो को गुरुग्राम का विकास करना है, और इतने बड़े शहर का विकास आर॰डबल्यू॰ए॰ जैसी आमजिक संस्था के सहयोग के विना नहीं कर सकते. विधायक दौलताबाद ने यहाँ तक कहा कि अगर उन्हें सभी आर॰डबल्यू॰ए॰ के लिए विधान सभा में भी आवाज उठानी पड़ी तो वे पीछे नहीं रहेंगे.

राजकुमार यादव, प्रेजिडेंट, आर॰डबल्यू॰ए॰, सेक्टर 46 गुरुग्राम ने कहा कि सेक्टर के लोग अपनी समस्या के लिए आर॰डबल्यू॰ए॰ से बात करते हैं और अगर सरकार आर॰डबल्यू॰ए॰ का अधिकार समाप्त करेगी तो यह गुरुग्राम की जनता के साथ अन्याय होगा और यहाँ की व्यवस्था बदतर हो जाएगी. पार्षद शहर की वास्तविक स्थिति से रुबरू होने को तैयार नहीं हैं.

हितेश भरद्वाज, प्रेजिडेंट, आर॰डबल्यू॰ए॰, सेक्टर 17 सी ने कहा कि आर डब्ल्यू ए के माध्यम से शहर के विकास में जनभागीदारी सुनिश्चित करना संभव है. सभी आर डब्ल्यू ए अपनी जिम्मेदारी का ठीक तरीके से निर्वहन कर रही है. निगम प्रशासन को कोई शिकायत नहीं है. पार्कों व कम्युनिटी सेंटरों के रखरखाव की व्यवस्था में अच्छी है. सेक्टर हो या कालोनी लोगों को आर डब्ल्यू ए से कोई शिकायत नहीं है फिर भी पार्षदों ने इसे अपने अहम् की लड़ाई बना ली है. इससे जनता का भला नहीं नुक्सान होगा.

संकेत है कि अगर यह मामला निगमायुक्त के स्तर पर नहीं सुलझाया गया तो आर डब्ल्यू ए के पदाधिकारी इस मामले को लेकर स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज और प्रदेश के सीएम मनोहर लाल के दरबार में भी पहुंचेंगे.

आज दोनों विधायकों से मिलने वालों में वीरेंदर त्यागी , ललित भोला, विनोद अरोड़ा मलखान यादव, भ्रम यादव, मोहिन्दर यादव , सुरेश शर्मा , शर्मा नरेश कटारिया , और सभी  आर॰डबल्यू॰ए॰ के प्रेजिडेंट शामिल थे।

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