सभी आरोपी थाना वृंदावन क्षेत्र में स्थित सर्वोदय डिग्री कॉलेज के सीनियर छात्र
जूनियर छात्रों के बदले परीक्षा देने एक परीक्षा केंद्र राजीव एकेडमी पहुंचे थे
परीक्षा में फेल हुए बच्चों के बदले दोबारा परीक्षा में शामिल हो रहे थे
30 से 32 छात्र द्वारा दूसरों के बदले एग्रीकल्चर सेमेस्टर एक की परीक्षा देने की आशंका
सीनियर छात्रों की अनैतिक सेवा लेने वाले 18 छात्रों की गिरफ्तारी में जुटी वृन्दावन थाना पुलिस टीम
मथुरा/उत्तरप्रदेश: मथुरा पुलिस ने जिला मथुरा के थाना वृंदावन क्षेत्र में एग्रीकल्चर प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में फर्जी तरीके से दूसरे की परीक्षा देते हुए 18 अभियुक्तों को आज गिरफ्तार किया। ये सभी इसी क्षेत्र में स्थित सर्वोदय डिग्री कॉलेज के छात्र हैं और उसी कॉलेज के जूनियर छात्रों के बदले परीक्षा देने राजीव एकेडमी पहुंचे थे। हालांकि ये किसी संगठित गिरोह के सदस्य नहीं हैं लेकिन इतनी बड़ी संख्या में एक साथ एक ही परीक्षा केंद्र पर परीक्षा में शामिल होना बेहद चौंकाने वाली घटना है। सभी छात्र आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया जबकि जिन अट्ठारह छात्रों के बदले सभी आरोपी परीक्षा दे रहे थे उनकी गिरफ्तारी की कोशिश में पुलिस जुटी हुई है।
अक्सर ऐसा देखने को मिला है कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षाओं में दूसरों के बदले परीक्षा देने वाले गिरोह पकड़े जाते रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा स्थित थाना बृंदावन की आज की इस घटना ने सबको चौंका दिया है. हालांकि प्राथमिक तौर पर इसमें कोई गिरोह शामिल नहीं दीखता है लेकिन संकेत इस बात का है कि लगभग 30 से 32 छात्र दूसरों के बदले एग्रीकल्चर सेमेस्टर एक की परीक्षा देने पहुंचे थे.
आश्चर्यजनक रूप से इन सभी छात्रों को इस बात का भय तनिक भी नहीं था कि वास्तविक छात्र के प्रवेश पत्र में लगे फोटोग्राफ से उनके चेहरे का मिलान करने पर ये पकड़े भी जा सकते हैं. चर्चा है कि पकड़े गए सभी 18 छात्र उसी क्षेत्र के सर्वोदय डिग्री कॉलेज के एग्रीकल्चर सेमेस्टर दो एवं तीन के छात्र हैं और अपने जूनियर सहयोगी छात्रों के बदले सेमेस्टर एक की परीक्षा दे बैठे थे। सेमेस्टर एक के जिन छात्रों के बदले इन्होंने परीक्षा देने की गैरकानूनी कोशिश की सभी सेमेस्टर एक की परीक्षा में फेल हो गए थे इसलिए उन्होंने पास होने के लिए यह गैरकानूनी तरीका अपनाया लेकिन सभी बुरे फंस गए।
थाना बृंदावन के एस एच ओ संजीव दुबे ने thepublicworld.com न्यूज पोर्टल को बताया कि यह कोई गिरोह नहीं है बल्कि सभी एक ही कॉलेज सर्वोदय डिग्री कॉलेज के छात्र हैं और अपने जूनियर के बदले परीक्षा देने पहुंचे थे. इनकी पहचान सेमेस्टर वन के छात्रों को जारी किए गए परीक्षा प्रवेश पत्र में लगाये गए फोटो से हुई . उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी राजीव एकेडमी परीक्षा केंद्र की ओर से पुलिस को दी गई. पुलिस ने सूचना के आधार पर तत्काल परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर कार्रवाई की और 18 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया.
उनके अनुसार इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420 और 6/10 के तहत मामला दर्ज कर इन्हें अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है और उन 18 छात्रों की गिरफ्तारी की कोशिश में वृंदावन पुलिस जुटी हुई है जिन्होंने इन आरोपियों की अनैतिक सेवा लेने का फर्जी काम किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सभी पूर्व की परीक्षा में फेल हुए बच्चों के बदले दोबारा परीक्षा में शामिल हो रहे थे. सभी छात्र 18 से 22 की उम्र के हैं और इसी इलाके के रहने वाले हैं. उन्होंने माना कि ऐसे छात्रों की संख्या 30 से 35 होने की आशंका जताई जा रही है लेकिन इन 18 छात्र मौके पर गिरफ्त में आ पाए . उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में परीक्षा देने के बदले छात्रों द्वारा पैसे के लेनदेन की कोई शिकायत सामने नहीं आई है।
बहरहाल इस मामले का खुलासा होने से सर्वोदय डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों में हड़कंप मच गया है. क्षेत्र में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि नौकरी या फिर बड़े कम्पटीशन मैं तो ऐसा सुनने को मिलता था लेकिन अब तो कॉलेज की परीक्षाओं में भी ऐसी अनियमितताएं देखने को मिलने लगी है. माना जा रहा है कि मथुरा जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग इस घटना को गंभीरता से लेगा और छात्रों में उत्पन्न हो रही है ऐसी मनोवृति को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे. इस पूरे मामले में त्वरित कार्रवाई करने के लिए क्षेत्र के लोग वृंदावन थाना पुलिस की सराहना कर रहे हैं।