नई दिल्ली। दिल्ली से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से दिल्ली के पेयजल की स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने श्री पासवान से जांच की रिपोर्ट भी मांगी है साथ ही दावा किया है कि इस रिपोर्ट में खामियां हैं। इस मामले को लेकर दिल्ली में वाक युद्ध छिड़ गया है क्योंकि केंद्रीय मंत्री रामबिलास पासवान ने भी दो टूक शब्दों में जवाब देते हुए दोबारा पानी जांच के लिए नई समिति के गठन का ऐलान किया है और केजरीवाल से भी एक अधिकारी नॉमिनेट करने की चुनौती दी है।
श्री सिंह ने आने बयान में कहा है कि “मैंने पासवान जी को पत्र लिखकर रिपोर्ट मांगी है और पूछा है कि आपने पानी के सैंपल कहां से लिए हैं? उनका कहना है कि दिल्ली जल बोर्ड के द्वारा पिछले 9.5 माह में लगभग 1लाख 55 हज़ार सैंपल्स की जांच की गई जिसमें 98.5% सैंपल सही पाए गए।
उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि आखिर आपने पानी की जांच कहाँ से की? कटाक्ष करते हुए पूछा है कि क्या नाले का पानी उठाकर जांच की”
दूसरीं तरफ केंद्रीय मंत्री रामबिलास पासवान ने अपने जवाब में कहा है कि AAP के नेताओं ने मांग की थी कि उन्हें जांच की रिपोर्ट नहीं मिली है। आई बी एस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ArvindKejriwal को दिल्ली में पानी की जांच की विस्तृत रिपोर्ट भेज दी है जो मुख्यमंत्री आवास पर प्राप्त हो गयी है। इस संबंध में पीएमओ को भी केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी है।
मंगलवार को यह मामला और तूल पकड़ गया है क्योंकि के उपभोक्ता मामले के मंत्री श्री पासवान ने संसद में दिए बयान में दिल्ली के सीएम केजरीवाल को यह कहते हुए चुनौती दी हैं की उन्होंने आई बी एस के दो अधिकारियों की एक समिति बना कर दोबारा पानी की जांच के लिये नामित किया है। उन्होंने दिल्ली के सीएम को चुनौती देते हुए कहा है कि वे भी एक अधिकारी इस समिति में नामित कर सकते हैं। अभी तक दिल्ली सरकार की ओर से किसी अधिकारी का नाम सामने नहीं आया है।
इधर राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने दिल्ली सरकार के बचाव में कमान सम्भाल ली है। उनकी ओर से लगातार हो रही बयानबाजी से दिल्ली का माहौल गरमा गया है। जाहिर है इसका असर संसद में भी दिखने लगा है।
उल्लेखनीय है कि शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में BIS द्वारा जारी दिल्ली में पानी की गुणवत्ता रिपोर्ट पर उठाए जा रहे सवाल पर श्री पासवान ने विस्तार से जवाब दिया। उन्होंने लोकसभा के पटल से घोषणा की कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल @ArvindKejriwal दोबारा पानी के नमूनों की जांच हेतु अपना प्रतिनिधि नामित करें। BIS की उच्च स्तरीय टीम उनके साथ पुन: नमूने लेकर जहां चाहें वहां से जांच करने के लिए तैयार है।
उन्होंने अपने बयान में साफ किया है कि उनका उद्देश्य है कि देश के सभी नागरिकों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो। हम किसी को नीचा दिखाना नहीं बल्कि ये चाहते हैं कि सभी राज्य सरकारें अपनी जिम्मेदारी समझें और अपने नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी कहा है कि आम आदमी पार्टी AamAadmiParty और इनकी पार्टी के नेताओं द्वारा दिल्ली के पानी की गुणवत्ता पर BIS की जांच रिपोर्ट के संबंध में विभिन्न माध्यमों से सवाल उठाए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि कहां से पानी के सैंपल लिए गये यह भी पता नहीं है। केंद्रीय मंत्री उन 11 स्थानों के नाम-पते जहां से सैंपल लिए गये भी जारी किये हैं।
उन्होंने आज ट्वीट के माध्यम से जारी अपने बयान में कहा है कि आज के समाचार पत्रों से पता चला है कि @DelhiJalBoard ने पानी के नमूने इकट्ठे करने के लिए 32 टीमें गठित की हैं। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal 18 नवंबर को भेजे गये मेरे पत्र के आलोक में BIS के साथ समन्वय स्थापित कर BIS के मानक के अनुरूप जांच करवाना सुनिश्चित करेंगे।