नौकरी बचाने के लिए होण्डा श्रमिकों का धरना 15वें दिन भी जारी

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सम्मानजनक समझौते की प्रतीक्षा कर रहे हैं आंदोलनरत श्रमिक

गुडग़ांव  : श्रमिकों की गैर कानूनी छंटनी को लेकर होण्डा मोटर्स के अस्थायी श्रमिकों का धरना 15वें दिन भी कंपनी परिसर के बाहर जारी रहा। गत दिवस कंपनी परिसर में डटे श्रमिक भी बाहर बैठे श्रमिकों में शामिल हो गए और वे कंपनी प्रबंधन से सम्मानजनक समझौते का इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं। इन श्रमिकों का कहना है कि गत दिवस ट्रेड यूनियन काउंसिल व पीडि़त श्रमिकों तथा होण्डा मोटर्स श्रमिक यूनियन को श्रम विभाग के उच्चाधिकारियों ने आश्वस्त किया था कि 2 दिन के भीतर कंपनी प्रबंधन से उनके लिए सम्मानजनक समझौता करा दिया जाएगा। सभी श्रमिक कंपनी परिसर छोडक़र परिसर से बाहर आने के लिए राजी हुए थे।

इन श्रमिकों का कहना  है कि वे पिछले कई सालों से कंपनी के उत्पादन में अपना योगदान देते आ रहे हैं, लेकिन कंपनी प्रबंधन आर्थिक मंदी की आड़ में उन्हें नौकरी से निकालने पर तुली हुई है। कंपनी प्रबंधन से गुहार भी लगाई गई लेकिन प्रबंधन का दिल नहीं पसीजा और उन्हें निकालने का मन ही बना लिया था। इसी के बाद मजबूर होकर श्रमिकों को धरने जैसे आंदोलन का सहारा लेना पड़ा है।

15वें दिन भी धरने पर बैठे श्रमिकों का हौंसला अफजाई करने के लिए श्रमिक नेताओं व विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के आने-जाने का तांता लगा रहा। श्रमिक संगठन सीटू के प्रदेशाध्यक्ष कामरेड सतबीर सिंह ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से मांग की कि आंदोलनरत श्रमिकों व कंपनी प्रबंधन के बीच सम्मानजनक समझौता कराया जाए और सर्दी के इस मौसम में खुले आसमान के नीचे शांतिपूर्वक धरना दे रहे श्रमिकों को न्याय दिलाया जाए, ताकि औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिक शांति बनी रहे। धरने पर बैठे श्रमिक अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते दिखाई दिए।

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