नई दिल्ली : महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने शिवसेना को सरकार गठन के लिए बहुमत जुटाने हेतु और समय देने से इनकार कर दिया है. खबर है कि शिवसेना नेता राज्यपाल से सरकार बनाने का दावा पेश करने को मिले लेकिन आवश्यक बहुमत का पत्र नहीं सौंप पाए. राज्यपाल से बहुमत जुटाने और पात्र सौपने के लिए तीन दिन और माँगा लेकिन राज्यपाल ने देने से इनकार कर दिया है. इस सम्बन्ध में राज्यभवन से जारी विज्ञप्ति में जानकारी दी गयी है.
राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. महारष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन से शिवसेना सरकार बनाने की कोशिश में है. कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि अभी शरद पावर से बातचीत चल रही है समर्थन पात्र सौंपने की बात नहीं की गयी है. दूसरी तरफ तीन निर्दलीय विधायकों ने उद्धव ठाकरे को समर्थन देने की घोषणा की है.
बताया जाता है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोनिया गाँधी से फोन कर समर्थन माँगा और कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती गांधी ने एनसीपी नेता शरद पवार से बातचीत की है जबकि अभी विचार विमर्श किये जाने का दावा किया है. भाजपा से टकराव के बाद बनी स्थिति में शिवसेना नेता इस बात अड़े रहे कि दोनों पार्टियों की ढाई ढाई साल मुख्यमंत्री रहेंगे , लेकिन भाजपा नेतृत्व इस बात के लिए तैयार नहीं हुआ. अंतत कल देवेन्द्र फडनवीस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. हालाँकि राज्यपाल ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया लेकिन भाजपा ने बहुमत प्राप्त नहीं होने के कारण सरकार बनाने से मना कर दिया. जाहिर है इस स्थिति में राज्यपाल की भूमिका अहम हो गयी है लेकिन उनके पास विकल्प सीमित हैं. उन्हें पहले शिवसेना सहित अन्य दलों को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना होगा. इसलिए अब शिवसेना सरकार गठन के लिए कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन की उम्मीद में है जिसमें उन्हें एनसीपी का साथ मिलता नजर आ रहा है लेकिन कांग्रेस पार्टी अभी हिचक रही है .
कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया है कि महारष्ट्र की स्थिति को लेकर पार्टी की वर्किंग कमिटी की बैठक हुई जिसमें इस पर चर्चा की गयी. चर्चा के बाद एनसीपी नेता शरद पवार से इस सम्बन्ध में बात की गयी है. पार्टी ने कहीं भी शिवसेना को समर्थन देने का संकेत नहीं दिया है. चर्चा है कि कांग्रेस में शिवसेना को समर्थन देने को लेकर विरोध है. इसलिए पार्टी के लिए निर्णय लेना बेहद कठिन होगा. संभव है इसलिए ही शिवसेना नेता राज्यपाल से और समय मांग रहे हैं.
राज्यपाल से मिलने के बाद आदित्य ठाकरे ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया है. उन्होंने दावा किया कि उन्हें एनसीपी कांग्रेस का सैद्धांतिक समर्थन हासिल है और वे तीन दिन और मांग रहे हैं लेकिन राज्यपाल ने और समय देने से इनकार किया .