वर्ष 2009 से 2014 तक अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में विश्व दीपक त्रिखा ने एक ओर जहां मैक को देशभर में विशेष पहचान दिलाई, वहीं दूसरी ओर हरियाणा में उभरते कलाकारों को मंच देकर उन्हें प्रतिष्ठा प्रदान की है। नाटक गधे की बारात के लगभग 300 से अधिक मंचन कर विश्व दीपक त्रिखा ने रंगमंच के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। अपनी इन्ही उपलब्धियों के कारण त्रिखा को आगामी 10 नवम्बर को शिमला में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय नाटकबाज कार्यक्रम में बेस्ट थियेटर प्रमोटर अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है।
सार्थक सांस्कृतिक संघ करनाल द्वारा प्रत्येक वर्ष शिमला में आयोजित किए जाने वाले अखिल भारतीय नाट्य महोत्सव में रंगमंच के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले कलाकारों को सम्मान दिया जाता रहा है। इसी कड़ी में विश्व दीपक त्रिखा को सम्मानित किया जा रहा है। गौरतलब है कि विश्व दीपक त्रिखा आजीवन कला को समर्पित रहे हैं, जिसके चलते मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर की स्थापना होते ही उन्हें उपनिदेशक पद को सम्भालने की जिम्मेदारी दी गई। इतना ही नहीं नगर निगम गुरुग्राम के सांस्कृतिक सलाहकार के रुप में त्रिखा ने काम किया।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज तथा एनएसडी के भारत रंग महोत्सव के कमेटी सदस्य के रुप में दीपक त्रिखा अपनी सेवाएं दे चुके हैं। लम्बे समय से सप्तक कल्चरल सोसायटी तथा हिपा के अध्यक्ष रहे त्रिखा वर्तमान में गुरुग्राम में थियेटर अकादमी के माध्यम से कला का विस्तार कर रहे हैं। इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पत्नी आशा हुड्डा द्वारा भी त्रिखा को कलाक्षेत्र में योगदान हेतु सम्मानित किया जा चुका है। सार्थक सांस्कृतिक संघ के अध्यक्ष संजीव लखनपाल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि विश्व दीपक त्रिखा हरियाणा में रंगमंच के लिए संजीवनी का कार्य कर रहे हैं।
निरंतर युवा कलाकारों को प्रोत्साहित कर रंगमंच से जोड़ते हुए त्रिखा ने प्रदेश के रंगकर्म को बल दिया है। मैक में अपनी सेवाओं के दौरान त्रिखा ने प्रदेश के सभी जिलों में नाटकों के अधिकतर शो करवाकर लोगों में रंगमंच का रुझान पैदा किया है। त्रिखा को मिल रहे सम्मान से प्रदेश के कलाकारों में भी हर्ष देखने को मिल रहा है। कुरुक्षेत्र के रंगकर्मी शिवकुमार किरमिच, दीपक जांगड़ा, संदेश, अमनदीप, नितिन गुप्ता, ज्योति, विकास आदि ने त्रिखा को शुभकामनाएं दी।