पालमपुर : चुनावी राजनीति से किनारा कर चुके बीजेप के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने धर्मशाला में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर मीट को लेकर प्रदेश के कांग्रेसियों से अपील की है कि वे केवल विरोध के लिए विरोध की नीति को छोड़ कर इस कार्यक्रम में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह अत्यन्त अनुभवी नेता हैं, उनसे विशेष आग्रह है कि वह कुछ सुझाव दें और इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सरकार को सहयोग दें। शांता ने एक बयान में कहा है कि इन्वेस्टर मीट के प्रति कांग्रेस का दृष्टिकोण बड़ा निराशाजनक है। वह विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं, प्रदेश के हितों का विचार नहीं कर रहे हैं।
शांता कुमार ने कहा कि हिमाचल के इतिहास में इस प्रकार का प्रयास पहली बार जय राम सरकार कर रही है। यह इतना महत्वपूर्ण है कि छोटे से प्रदेश में स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह आ रहे हैं। इतना ही नहीं केन्द्र के आठ मंत्री और भी आ रहे हैं। भारत ही नहीं विश्व के कुछ देशों के निवेशक भी आ रहे हैं।
हिमाचल सरकार ने अपनी उद्योग और पर्यटन नीति में बदल करके उसे पूरी तरह निवेशक अनुकूल बनाया है। इसलिए विश्व भर के निवेशक हिमाचल आ रहे हैं। शान्ता कुमार ने कहा कि आज हिमाचल की सबसे बड़ी समस्या पढ़े लिखे नौजवान लोगों की बेरोजगारी की है। यह निवेशक सम्मलेन उस दृष्टि से हिमाचल के इतिहास में एक मील पत्थर सावित होगा।