कश्मीर को लेकर लोगों के ज़हन में भ्रम की स्थिति, NIT श्रीनगर के छात्र अपने-अपने घर रवाना

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जम्मू । जम्मू-कश्मीर में भ्रम की स्थिति और सुरक्षा बढ़ाए जाने के बीच श्रीनगर के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के सैकड़ों छात्र अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो गये हैं। स्थानीय प्रशासन उनकी सुगम यात्रा में सहयोग कर रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों के निवासी ये छात्र लगभग आधी रात के वक्त श्रीनगर से जम्मू पहुंचे। हालांकि, वे अपने संस्थान में शीघ्र लौटने की उम्मीद कर रहे हैं। बिहार के रहने वाले छात्र अमित कुमार ने कहा कि हमें शनिवार सुबह तैयार रहने के लिए कहा गया था। इससे पहले, प्रबंधन ने एक नोटिस में हमें सूचित किया था कि अगले आदेश तक कक्षाएं निलंबित रहेंगी। हम प्रबंधन द्वारा भेजी गई बसों में सवार हुए और आधी रात के वक्त यहां पहुंचे। कुमार अपने अन्य सहपाठियों के साथ घर लौटने के लिए जम्मू रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते कि कक्षाएं फिर से कब शुरू होंगी। हमसे नये नोटिस का इंतजार करने को कहा गया…। जम्मू दक्षिण के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) श्रीकांत बालासाहेब सुसे ने बताया कि एनआईटी श्रीनगर के करीब 300 छात्र मद्रास जनता, श्री शक्ति, मालवा और हापा एक्सप्रेस ट्रेनों से रवाना हुए हैं। उन्होंने बताया कि शेष 130 छात्रों को बेगम पुरा एक्सप्रेस से भेजा जाएगा। जिला प्रशासन जम्मू से उनकी सुरक्षित वापसी के लिए रेल अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रों को रेलवे स्टेशन पर ठहरने का स्थान और नाश्ता मुहैया कराया गया, ताकि उन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। एनआईटी ने शुक्रवार शाम कक्षाएं निलंबित करने का नोटिस जारी किया था और कहा था कि श्रीनगर जिला प्रशासन से प्राप्त निर्देशों के मुताबिक नोटिस जारी किया गया।

एनआईटी कुलसचिव द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है, संस्थान के सभी छात्रों को सूचित किया जाता है कि सभी पाठ्यक्रमों के लिए कक्षाएं अगले आदेश तक निलंबित रहेंगी। हालांकि, श्रीनगर प्रशासन ने यह स्पष्ट करने की कोशिश की है कि एनआईटी, श्रीनगर ने कक्षाएं निलंबित करने के बारे में अपने नोटिस में जो वजह बताई है वह गलतफहमी का मामला है। इसने कहा है कि एनआईटी जिले में सभी शैक्षणिक संस्थानों को सतर्क रहने की दी गई प्रशासन की सलाह को ठीक से नहीं समझ पाया। शनिवार शाम जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कक्षाएं निलंबित करने का फैसला संस्थान का खुद का है। जिला प्रशासन ने संस्थान की कक्षाएं निलंबित करने या संस्थान बंद करने का कोई निर्देश नहीं दिया था।

श्रीनगर जिला आयुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि एनआईटी या जिले में स्थित किसी अन्य शैक्षणिक संस्थान को बंद करने की कोई सलाह या निर्देश नहीं जारी किया गया। उन्होंने कहा जिले की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर सभी संस्थानों के प्रमुखों को सिर्फ सतर्कता बरतने की सलाह दी गई थी। उन्होंने कहा कि एनआईटी प्रबंधन के अनुरोध पर परिवहन का इंतजाम किया गया। प्रबंधन को छात्रों के परेशान अभिभावकों से इस सिलसिले में अनुरोध मिला था। श्रीनगर प्रशासन के बयान में कहा गया है कि एनआईटी, श्रीनगर ने नोटिस वापस ले लिया है और गलती के लिए खेद प्रकट किया है। एनआईटी ने बयान में कहा है कि संस्थान की अगले हफ्ते की छुट्टी की पहले से योजना थी। इसमें कहा गया है कि यह योजना पहले से थी और मौजूदा स्थिति से इसका कोई लेना देना नहीं है।

बयान में कहा गया है कि एक अगस्त से शुरू हो रही गर्मी की छुट्टियों के चलते समूचे कश्मीर संभाग में कॉलेज पहले से बंद हैं। समूचे जम्मू कश्मीर में, खासतौर पर पर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था बढा दी गई है। गौरतलब है कि सुरक्षा कारणों को लेकर अमरनाथ यात्रा में कटौती करने के जम्मू कश्मीर प्रशासन के परामर्श के बाद पर्यटकों और अमरनाथ तीर्थयात्रियों ने शनिवार को कश्मीर घाटी छोड़ना शुरू कर दिया। हालांकि, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शनिवार को कहा कि दहशत में आने की जरूरत नहीं है। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने सुरक्षा कारणों को लेकर शुक्रवार को यह परामर्श जारी किया था।

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