नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने आयकर अधिकारियों से करदाताओं की शिकायतों का त्वरित निवारण सुनिश्चित करने और सकारात्मक ढंग से कर आधार बढाने को कहा है। वित्त मंत्री ने आज नई दिल्ली में आयोजित आयकर दिवस समारोह के दौरान अधिकारियों को संबोधित करते हुए विभाग से उन लोगों से सख्ती से निपटने को कहा जो टैक्स की चोरी करने और प्रणाली से खिलवाड़ करने की कोशिश करते हैं। वित्त मंत्री ने इसके साथ ही विभाग से ईमानदार करदाताओं की सहूलियत के लिए करदाताओं को बेहतर सेवाएं मुहैया कराने को कहा। वित्त मंत्री ने कौटिल्य के ‘अर्थशास्त्र’ को उद्धृत करते हुए अनुरोध किया कि विभाग को ठीक मधुमक्खी की तरह ही करों का संग्रह करना चाहिए जो फूलों से केवल उतना ही पराग चूसती है जितना आवश्यक होता है।
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के तीन प्रकोष्ठों यथा आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय और राजस्व खुफिया निदेशालय को करदाताओं की संख्या या आधार और करदाताओं के ब्यौरे से जुड़ी सूचनाओं को साझा करना चाहिए, ताकि कर चोरी या इससे बचने की कोशिश करने वालों की पहचान करने के कार्यों में समुचित सामंजस्य स्थापित किया जा सके। उन्होंने लोगों का नजरिया बदलने की दिशा में की जा रही कोशिशों के साथ-साथ पारस्परिक विश्वास में आई कमी को दूर करने हेतु निरंतर किये जा रहे प्रयासों के लिए विभाग को बधाई दी क्योंकि इससे करदाताओं को और ज्यादा कर अनुपालन सुनिश्चित करने में मदद मिल रही है।
वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, राजस्व सचिव सहित राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय के निदेशकों सहित अन्य विभागों के अधिकारी, निपटान आयोग के अधिकारी, मुख्य लेखा नियंत्रक, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड तथा केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के अध्यक्ष व सदस्य और आयकर विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित ‘नए भारत’ के विजन के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में संसाधन जुटाने की विशिष्ट अहमियत को रेखांकित किया। उन्होंने विभाग से स्वैच्छिक अनुपालन को बढ़ावा देने और विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगों से जुड़ी शिकायतों के निवारण के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया। उन्होंने इस बात पर भी विशेष जोर दिया कि राजस्व संग्रह को करदाता अनुकूल माहौल में किया जाना चाहिए और विभाग के नरम रुख विशेषकर सामाजिक क्षेत्र में विभाग की पहलों पर प्रकाश डालना चाहिए।
राजस्व सचिव डॉ. अजय भूषण पांडेय ने अल्प अवधि में ही लगभग शत-प्रतिशत ई-फाइलिंग को अपनाने के मामले में आयकर विभाग के भी विश्व के कुछ चुनिंदा संगठनों में शुमार होने के लिए विभाग को बधाई दी। उन्होंने व्यक्तिगत उपस्थिति के बगैर ही कर निर्धारण के क्षेत्र में नई पहल किए जाने की भी सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए विभाग विभिन्न आकड़ों को एकत्रित करने तथा अन्य सकारात्मक तरीकों को अपनाने का क्रम आगे भी जारी रखेगा। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष श्री पी.सी.मोदी ने आयकर विभाग में तकनीकी बदलावों पर विशेष जोर दिया जिससे विभाग को कर चोरी की समस्या से निपटने में बढ़त हासिल हुई है। उन्होंने विभाग से निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से काम करने को कहा।
वित्त मंत्री ने समारोह के दौरान ‘खातों की जांच’ शीर्षक वाले एक विभागीय प्रकाशन का विमोचन किया। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने एक आंतरिक ई-जर्नल ‘टैक्सालॉग या करों पर संवाद’ का भी विमोचन किया जो सीबीडीटी की ओर से एक नई पहल है। यह एक तिमाही ई-जर्नल है, जिसमें कोई भी व्यक्ति कराधान से जुड़े मुद्दों पर अपने आलेखों को शामिल कर सकता है। श्री ठाकुर ने विभाग द्वारा विकसित ‘संपर्क कार्यक्रमों के लिए प्रचार किट’ को लांच किया। इससे आम जनता के बीच कर जागरूकता बढ़ाने हेतु संपर्क कार्यक्रमों के संचालन के लिए विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों को प्रचार सामग्री आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। इस अवसर पर राजस्व सचिव द्वारा ‘ट्रांसफर प्राइसिंग’ पर विभागीय प्रकाशन का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर ‘आयकरदाता- बदलते भारत का भागीदार’ के नाम से एक फिल्म भी दिखाई गई जिसमें राष्ट्र निर्माण में विभाग के योगदान के बारे में विस्तार से बताया गया है।