गुरुग्राम । वीरवार को सांय 4 बजे मारुति सुजुकी मजदूर संघ के बैनर तले गुरुग्राम ,धारूहेड़ा, बावल तक की सभी यूनियनों व मजदूरों ने 18 जुलाई 2012 को मारुति मानेसर में हुए अन्याय की आवाज उठाई। राजीव चौक से मिनी सचिवालय तक हजारों की संख्या में जुलूस निकालते हुए अतिरिक्त एसडीएम को अपनी मांग के लिए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
संघ के नेता अजमेर सिंह ने कहा कि वर्ष 2012 में हुए दुर्घटना मैं एक मैनेजर की मौत का सहारा लेकर कंपनी प्रबंधन व हरियाणा सरकार की मिली भगत से 150 मजदूरों को जेल के अंदर डाल दिया गया था और 13 मजदूर आज भी जेल में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं इस फैसले का श्रमिक यूनियनों ने पुरजोर विरोध किया था और एक निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की थी लेकिन 7 साल बीत जाने तक भी अभी तक कोई न्यायिक जांच नहीं हुई।
संघ के नेता कुलदीप जांघू ने बताया कि तत्कालीन हरियाणा सरकार ने सोची-समझी साजिस के तहत जो एसआईटी नियुक्त की थी उसने 216 लोगों को दोषी करार दिया था। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने 546 स्थाई मजदूरों के साथ 1800 ठेकेदार के कर्मचारियों को भी काम से निकाल दिया था। वो बर्खास्त मजदूर आज भी अपनी न्यायिक मांगों को लेकर सड़कों पर हैं।वह कानून के चक्कर काट रहे हैं। संघ ने राजीव चौक पर एकत्रित होकर डीसी कार्यालय तक जुलूस का आयोजन किया । वहीं पर सभा का संबोधन किया। संघ के नेताओं ने सभा के माध्यम से वर्तमान हरियाणा सरकार को इस मसले पर बातचीत कर हल निकालने का आग्रह किया।
औद्योगिक शांति को ध्यान में रखते हुए सरकार हो इस मसले पर शीघ्रातिशीघ्र बातचीत कर इसका हल निकालना चाहिये। सभा में मारुती उद्योग कामगार यूनियन, मारुति सुजुकी वर्कर्स यूनियन, मारुति सुजुकी पावरट्रेन एंप्लाइज यूनियन, सुजुकी बाइक एंप्लाइज यूनियन यूनियन, बेलसोनिका, एफएमआई, हीरो मोटो, हौंडा स्कूटर, रिकोधारूहेड़ा, मुंजाल शोवा, लुमक्स, सोना कोयो, सनबीम, नपिनो आदि दर्जनों यूनियन प्रतिनिधियों सहित मारुति संघ से कुलदीप जांघू, राजेश कुमार, सुभाष, दौलतराम, सन्दीप यादव, धीरेद्र तिवारी, कुलदीप काला, प्रोविजनलकमेटी से रामनिवास, खुशीराम, एटक से अनिल पंवार, सीटू से सतबीरकामरेड, एचएमएस से जसपाल राणा, रामकुमार, सुभाष मलिक, अतुलकुमार, अमित पाढा आदि नेताओं ने संबोधित किया।