नयी दिल्ली : पाकिस्तान ने बालाकोट हवाई हमले के करीब साढ़े चार महीने बाद सोमवार देर रात अपना हवाई क्षेत्र असैन्य उड़ानों के लिए खोल दिया जिसके बाद भारत पाकिस्तान के बीच हवाई परिवहन शुरू हो गया है।
इस आशय की जानकारी सरकारी सूत्रों ने को दी।
पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण ने भारतीय समयानुसार देर रात 12 बजकर 41 मिनट पर एयरमैन (एनओटीएएम) को एक नोटिस जारी कर कहा कि ‘‘पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को सभी ज्ञात एटीएस रूट पर सभी असैन्य उड़ानों के लिए तत्काल प्रभाव से खोला जाता है।’’
पाकिस्तान के इस कदम के बाद भारत ने भी संशोधित एनओटीएएम जारी करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच सामान्य हवाई यातायात बहाल हो गया है।
सरकारी सूत्र ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से एनओटीएएम जारी होने के साथ ही हवाई क्षेत्र पर लगे सभी प्रतिबंध समाप्त हो गए हैं, संबंधित प्राधिकार ने भारत को इसकी सूचना दी है। भारत ने भी उसके तुरंत बाद संशोधित एनओटीएएम जारी किया है। इसके साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच सभी ‘फ्लाईट इंफॉर्मेंशन रीजंस’ में परिचालन शुरू हो गया है।
एनओटीएएम जारी होने के कुछ घंटे बाद भारत के नागर विमानन मंत्रालय ने ट्वीट किया है कि विमानों ने बंद रास्तों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है, जिससे विमानन कंपनियों और यात्रियों को बड़ी राहत पहुंची है।
मंत्रालय ने लिखा है, पाकिस्तान द्वारा देर रात और भारत की ओर से आज तड़के एनओटीएएम रद्द किए जाने के बाद अब दोनों देशों के हवाई क्षेत्र पर कोई प्रतिबंध नहीं है, विमानों ने बंद पड़े रास्तों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है जिससे विमानन कंपनियों को बड़ी राहत पहुंची है।
उसने लिखा है, यह बहुत अच्छी खबर है। हवाई यात्रियों के लिए बड़ी राहत।
इससे सबसे ज्यादा लाभ एअर इंडिया को होगा क्योंकि फरवरी से अभी तक अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, खास तौर से अमेरिका और यूरोप जाने वाली उड़ानों, को दूसरे रास्ते से ले जाने के कारण कंपनी को करीब 491 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
सूत्रों ने सोमवार देर रात बताया, ‘‘पाकिस्तान ने आज रात 12 बजकर 41 मिनट से सभी विमानन कंपनियों को अपने हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने की अनुमति दे दी है। भारतीय विमानन कंपनियां जल्दी ही पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से होते हुए अपने सामान्य रूट से उड़ानें शुरू कर सकेंगी।’’
पाकिस्तान ने 26 फरवरी को बालाकोट में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद से अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद कर दिया था। भारत ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के विरोध में ऐसा किया था। हमले में 40 जवान मारे गए थे।
उसके बाद से पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र के ज्ञात 11 रूट में से सिर्फ दो खोले थे जो देश के दक्षिणी हिस्से से होकर गुजरते थे।
जहां तक भारत की बात है, भारतीय वायुसेना ने 31 मई को कहा था कि बालाकोट हवाई हमले के बाद भारतीय हवाई क्षेत्र पर लगे अस्थायी प्रतिबंध को हटा लिया गया है। हालांकि इससे व्यावसायिक उड़ानों को ज्यादा लाभ नहीं हुआ क्योंकि उन्हें पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के पूरी तरह खुलने का इंतजार था।