शंघाई। शंघाई को-ऑपरेशन समिट में हिस्सा लेने के लिए गए प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को सम्मेलन में दिए अपने संबोधन में सीधे तौर पर आतंकवाद और आतंक का समर्थन करने वाले देशों पर हमला किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में साफ कहा कि पिछले दिनों श्रीलंका दौरे पर आतंकवाद का घिनौना चेहरा देखा। इस आतंकवाद के खिलाफ सभी देश मिलकर लड़ें और इस आतंकवाद को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में हेल्थ को-ऑपरेशन की बात कही और इसमें टी शब्द को टेररिज्म से अंकित करते हुए कहा कि पिछले रविवार को श्रीलंका में आतंकी हमले के शिकार हुए चर्च का दौरा किया तो आतंकवाद के घिनौने रूप का स्मरण हो आया। इस आतंकवाद से निपटने के लिए सभी मानवतावादी देशों को अपनी संकिर्णता से ऊपर उठकर एकजुट होने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले, संरक्षण देने वाले और फंडिंग करने वालों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और दुनिया को इसके खिलाफ एकजुट होना होगा। दुनिया की सभी मानवतावादी ताकतें एक हों। आतंकवाद के खिलाफ एक वैश्विक सम्मेलन का हम आह्वान करते हैं।