नई दिल्ली। कैंसर से जूझ रहे जेट एयरवेज के कर्मचारी शैलेश सिंह की आत्महत्या के बाद नेशनल एविएटर गिल्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि कर्मचारियों को कम से कम एक महीने की सैलेरी दिला दी जाए। जेट एयरवेज कर्मचारियों का नेतृत्व कर रही एनएजी ने पीएम मोदी से अपील की है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को एक महीने की सैलेरी जारी करने के निर्देश दिए जाएं।
एनएजी के अध्यक्ष करण चोपड़ा ने पीएम नरेंद्र मोदी को ईमेल के जरिए ये अपील भेजी है। इसके साथ एयरक्राफ्ट्स के डी-जनरेशन को भी बंद करने की अपील की गई है। बयान में कहा गया है कि मानवीय आधारों को ध्यान में रखते हुए जेट के सभी कर्मचारियों को कम से कम एक महीने की सैलेरी मुहैया करा दी जाए। हम नहीं चाहते कि यहां भी हालत किंगफिशर की तरह बदतर हो जाएं।
बता दें कि अक्टूबर 2012 में किंगफिशर के हज़ारों कर्मचारियों की इसी तरह कंपनी बंद होने के बाद नौकरी चली गई थी। इन कर्मचारियों की भी 8 महीने से ज्यादा सैलेरी नहीं मिली थी। शुक्रवार को जेट एयरवेज के चीफ एक्जीक्यूटिव विनय दुबे ने स्पष्ट कर दिया कि सैलेरी देने जैसा कोई भी वादा नहीं किया जा सकता ।