मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से मिलती है नव शक्ति : अनिता अग्रवाल

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गुरुग्राम। जब-जब पाप बढ़ा है तब-तब देवी मां ने अलग-अलग रूप में प्रकट होकर पापियों का नाश किया और धर्म की स्थापना की। इसी वजह से नवरात्रि में कलश स्थापित कर नौ दिन तक देवी मां के विभिन्न रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। चैत्र के नवरात्रों की शुरुआत हिन्दु नव वर्ष के प्रथम दिन से होती है और नौ दिन तक जारी रहती है। 
 
यह बात विधायक उमेश अग्रवाल की धर्मपत्नी श्रीमती अनिता अग्रवाल ने रालियावास गांव स्थित ब्रह्मर्षि गुरुवानंद महाराज के रालियावास स्थित आश्रम में नवरात्रे के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि रालियावास में ब्रह्मर्षि गुरुवानंद स्वामी जी के आश्रम से उत्तर भारत में जन कल्याण एवं धर्म प्रसार का पुनीत कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस आश्रम में त्रिदेव मंदिर में मां की पूजा की जा रही है। हिंदू धर्म की पहचान मां की पूजा से ही आरंभ होती है।
 
इस अवसर पर कैलाश गुप्ता, ओ.पी. शर्मा, राजेश रालियावास, नीलम देवी, रोहतक से सीमा गर्ग, त्रिलोक चंद गर्ग सहित दर्जनों महिलाएं भी उनके साथ पूजा-अर्चना में शामिल रहीं। सभी भक्तजनों को आचार्य गणेश जी सहित 15 विद्वान ब्राहम्णों ने श्री दादी रानी व ब्रह्मर्षि गुरुवानंद जी की पूजा-अर्चना कराई।
 

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