कांग्रेस का घोषणापत्र जारी, सत्ता में आने के लिए किए पांच बड़े वायदे

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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने, पार्टी के बड़े नेताओं की उपस्थिति में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए घोषणापत्र जारी कर दिया है। इसे जन-आवाज का नाम दिया गया है। घोषणापत्र के कवर पेज पर लिखा गया है- हम निभाएंगे,” we will deliver “। उनके साथ पहली पंक्ति में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह , पी चिदंबरम, ए के अंटोनी, राजीव गौड़ा, और वेणु गोपाल भी मौजूद थे।

इनके अलावा प्रियंका गांधी, कुमारी शैलजा, शीला दीक्षित, मोहसिना किदवई, मार्गरेट अल्वा सहित कांग्रेस पार्टी की कई महिला नेता भी मौजूद थी। पार्टी के प्रमुख नेताओं में हरियाणा के पूर्व सीएम भुओएन्द्र सिंह हुड्डा, मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, अहमद पटेल, गुलामनवी आजाद, मोतीलाल बोरा, कांग्रेस कार्यसमिति के सभी सदस्य, सभी महासचिव और पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

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कार्यक्रम के आरंभ में कांग्रेस पार्टी के मीडिया सेल के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने सभी नेताओं का परिचय कराया जबकि राजीव गौड़ा जो कांग्रेस घोषणापत्र कमेटी के संयोजक हैं ने इज़के बारे में विस्तार से रखा । उन्होंने बताया कि घोषणा पत्र तैयार करने से पहले 121 पब्लिक हियरिंग, 12 से अधिक देशों में लोगों से सुझाव मांगे गए और देश के सभी 27 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में भी आम लोगों से संपर्क किया गया। इसके अलावा इस घोषणा पत्र को पार्टी की वेबसाइट पर भी रखा गया जिसमें लोगों से वे पार्टी कार्यकर्ताओं से भी सुझाव लिए गए।

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पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि इस घोषणा पत्र में लोगो की आवाज और उ के लिखे शब्दों को शामिल किया गया है। इसमें, महिला दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग, उद्यमी, एम एस एम ई शिक्षा जगत, स्वास्थ्य जगत सहित सभी क्षेत्रों के लोगों की मांग व सुझावों को सम्मिलित करने की कोशिश की गई है।

इस अवसर पर राहुल गांधी ने कहा कि घोषणापत्र को बंद दरवाजों के पीछे नहीं जनता के बीच जाकर तैयार किया है। जिस तरह कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ में पांच उंगलियां है, इसी तरह हमारे घोषणापत्र में पांच बड़ी बातों का जिक्र है। किसान और रोजगार इस देश में सबसे बड़े मुद्दे हैं।

गांधी ने कहा, ‘हम यह घोषणा पत्र जारी कर रहे हैं। जब हमने एक साल पहले इसे तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की तो हमने कहा कि इस घोषणापत्र में लोगों की आकांक्षाओं की झलक होनी चाहिए तथा सारे वादे सच्चे होने चाहिए। हम झूठ नहीं बोलना चाहते। प्रधानमंत्री रोज झूठ बोल रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘घोषणा पत्र में पांच प्रमुख विचार हैं। पहला विचार न्याय का है। प्रधानमंत्री ने 15 लाख रूपये का झूठा वादा किया। लेकिन हमने विचार किया कि कुल कितना पैसा लोगों के खाते में डाला जा सकता है। फिर हमने कहा कि गरीबी पर वार, 72 हजार । ‘

गांधी ने कहा, ‘ रोजगार का मुद्दा दूसरा बड़ा वादा है। 22 लाख सरकारी नौकरियां रिक्त हैं। इन रिक्तियों को एक साल में भरा जाएगा। ग्रामीण इलाकों में हर साल 10 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।’

उन्होंने कहा युवा कारोबार शुरू करेंगे तो तीन साल तक किसी अनुमति की जरूरत नहीं होगी। मनरेगा में कार्य दिवसों की संख्या को 100 दिन से बढ़कर 150 दिन करेंगे।

किसानों के लिए बड़े ऐलान करते हुए गांधी ने कहा, ‘किसानों के लिए अलग बजट होगा। किसान ईमानदार हैं । हमने निर्णय लिया है कि कर्ज अदायगी नहीं करने पर किसानों के खिलाफ फौजदारी अपराध का मामला दर्ज नहीं होगा, दीवानी अपराध का मामला होगा।’

उन्होंने कहा कि शिक्षा के लिए बजट का छह फीसदी ख़र्च किया जाएगा और गरीब से गरीब व्यक्ति को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित की जाएगी।

गांधी ने कहा कि कांग्रेस देश को जोड़ने का काम करेगी। आंतरिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी हमारा जोर होगा।

*घोषणापत्र की प्रमुख बातें:-*

1. हर साल 20 फीसदी गरीबों को न्याय योजना के तहत 72 हजार रुपये सालाना।
2. मार्च 2020 तक 22 लाख खाली पड़े पदों को भरा जाएगा।
3. हिंसक भीड़ पर रोक लगाएंगे, लोकसभा में नया कानून लाएंगे।
4. युवाओं को पक्का रोजगार मिलेगा।
5. जीएसटी को आसान बनाया जाएगा।
6. मनरेगा में 100 दिन से बढ़ाकर 150 दिन रोजगार गारंटी।
7. 3 साल तक नए कारोबारों को किसी मंजूरी की जरूरत नहीं।
8. ग्राम पंचायत में 10 लाख नौकरियां।
9. जीडीपी का 6 फीसदी शिक्षा के लिए खर्च होगा।
10. किसानों के लिए अलग बजट, कर्ज न चुका पाएं तो आपराधिक मामला नहीं।
11. सरकारी अस्पतालों को मजबूत करेंगे।

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