भारत और सऊदी अरब के बीच जेद्दाह में वार्षिक हज समझौते पर हस्ताक्षर

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नई दिल्ली : अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री डॉ. मोहम्मद सलेह बिन ताहिर बेंटन ने आज जेद्दाह में भारत और सऊदी अरब के बीच 2019 के हज के लिए वार्षिक हज समझौते पर हस्ताक्षर किए।

श्री नकवी ने कहा कि सऊदी अरब सरकार ने हमेशा भारतीय हज यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान करने में सक्रिय और प्रभावी भूमिका अदा की है। यह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में भारत और सऊदी अरब के बीच संबंध नई ऊचाइंयों पर पहुंच चुके हैं। दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, आर्थिक और राजनैतिक संबंध हैं।

श्री नकवी ने हज 2018 को सफल बनाने में दो पवित्र मस्जिदों के संरक्षक शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज को उनके मार्गदर्शन और सक्रिय सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार सऊदी अरब सरकार, भारतीय वाणिज्य दूतावास और सऊदी अरब की विभिन्न सम्बद्ध एजेंसियों के साथ समन्वय और सहयोग कायम कर हज 2019 के दौरान हज यात्रियों की सुरक्षा और उन्हें चिकित्सा सहित बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रही है।

श्री नकवी ने कहा कि 2019 में मेहरम (पुरुष साथी) के बिना बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं के हज जाने की उम्मीद है। 2100 से अधिक महिलाओं ने मेहरम के बिना हज 2019 के लिए आवेदन कर रखा है। पहली बार केन्द्र की मोदी सरकार ने पिछले वर्ष मेहरम के बिना महिलाओं के हज जाने पर लगा प्रतिबंध हटाया है जिसके परिणामस्वरूप 2018 में पुरूष साथी के बिना 1300 भारतीय मुस्लिम महिलाएं हज करने गईं। उन्हें लॉटरी प्रणाली से मुक्त रखा गया। पहली बार 100 से अधिक महिला हज समन्वयकों और हज सहायकों को भारतीय महिला हज यात्रियों की सहायता के लिए तैनात किया गया।

श्री नकवी ने कहा कि भारत की हज समिति को हज 2019 के लिए अब तक 2 लाख 47 हजार से अधिक आवेदन मिल चुके हैं। इनमें 47 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। आजादी के बाद पहली बार भारत से 1,75,025 रिकॉर्ड संख्या में मुसलमानों ने 2018 में बिना सब्सिडी के हज यात्रा की जिनमें 48 प्रतिशत महिलाएं थी। भारत सरकार ने सऊदी अरब सरकार से अनुरोध किया है कि वह हज 2019 के लिए भारत का वार्षिक हज कोटा बढ़ाए।

श्री नकवी ने कहा कि हज प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन/डिजिटल बनाने से समूची हज प्रक्रिया को पारदर्शी और हज यात्रियों के अनुकूल बनाने में मदद मिली है। हज 2019 के लिए मिलने वाले ऑनलाइन आवेदनों की संख्या 1 लाख 36 हजार है।

उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने सऊदी अरब हज वाणिज्य दूतावास, भारत की हज समिति और अन्य सम्बद्ध एजेंसियों के सहयोग से हज 2018 के लिए निर्धारित समय से दो महीना पूर्व संपूर्ण तैयारियां पूरी कर ली थी। इस बार हज 2019 के लिए यह कार्य तीन महीना पहले शुरू किया जा चुका है ताकि हज यात्रा को अधिक आरामदायक बनाया जा सके।

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