कई देशों के प्रमुख विशेषज्ञ एवं प्रतिनिधि समारोह में भाग लेंगे
नई दिल्ली : केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा कायाकल्प मंत्रालय की राष्ट्रीय जलविद्युत परियोजना के तत्वाधान में ‘टिकाऊ जल प्रबंधन- विषय पर पहला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन मोहाली के इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) में 10-11 दिसंबर, 2018 को आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन की विषयवस्तु जल संसाधनों के समेकित एवं टिकाऊ विकास एवं प्रबंधन को बढ़ावा देने से संबंधित है।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत मुख्य अतिथि होंगे एवं भारत सरकार के केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा कायाकल्प मंत्रालय के सचिव यू.पी सिंह 10 दिसंबर को सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि होंगे।
भारत एवं ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका, स्पेन, नीदरलैंड, कोरिया गणराज्य, कनाडा, जर्मनी, श्रीलंका आदि जैसे अन्य देशों के विख्यात संगठनों के कई विशेषज्ञ एवं प्रतिनिधि समारोह में भाग लेंगे एवं जल संसाधनों के टिकाऊ विकास के लिए हितधारकों को अत्याधुनिक प्रोद्योगिकी के उपयोग में अपना अनुभव एवं अपनी विशेषज्ञता साझा करने के लिए सम्मेलन में भाग लेंगे।
सम्मेलन में भागीदारी निमंत्रण के जरिये है और 400 से अधिक प्रतिनिधि पंजीकृत हो चुके हैं। लगभग 20 कंपनियां प्रदर्शनी में अपने स्टॉल लगा रही हैं जिससे कि टिकाऊ जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में अपने कार्यकलापों को प्रदर्शित कर सकें।
सम्मेलन का उद्वेश्य सरकारों, वैज्ञानिक एवं शैक्षणिक समुदायों सहित विभिन्न हितधारकों के बीच सहभागिता एवं संवाद को बढ़ावा देना है जिससे कि जल प्रबंधन के लिए टिकाऊ नीतियों को बढ़ावा दिया जा सके, जल संबंधित समस्याओं को लेकर जागरुकता बढ़ाई जा सके, उनके समाधान के लिए सर्वोच्च स्तर पर प्रतिबद्धता प्रेरित की जा सके और इस प्रकार स्थानीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर जल संसाधन के बेहतर प्रबंधन को बढ़ावा दिया जा सके।
सम्मेलन के बारे में विस्तृत विवरण एनएचपी की वेबसाइट http://nhp.mowr.gov.in/Conference/home.aspx.
पर उपलब्ध है।