भोपाल। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी की जगह सुषमा स्वराज प्रधानमत्री होतीं तो यह सरकार कहीं अधिक सफल होती। उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति देश की राजनीति के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह लड़ाई विचारधारा की है।
दिग्विजय ने एक समाचार चैनल से खास बातचीत में कहा, ‘देश के हित में गांधी की विचारधारा ही काम करेगी, पंडित नेहरू की विचारधारा काम करेगी, राम मनोहर लोहिया की विचारधारा काम करेगी, कांशीराम जी की विचारधारा काम करेगी, लेकिन गोडसे और गोलवलकर की विचारधारा काम नहीं करेगी।
आरएसएस को लेकर दिग्विजय ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि संगठन आतंकी है। हमने आरएसएस पर कभी प्रतिबंध की बात की ही नहीं है। जो प्रतिबंध केंद्र सरकार के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए लगा हुआ था, जो प्रतिबंध केंद्र सरकार के परिसर में शाखा लगाने पर लगा हुआ था, वही प्रतिबंध यहां से हट गया था, वही हम वापस लागू करेंगे।
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे रहे हैं, वैसे-वैसे गठबंधन टूटता-सा नजर आ रहा है। इस पर उन्होंने कहा कि मैं मायावती जी का बहुत सम्मान करता हूं और अखिलेश मेरे पुत्र समान हैं। मुलायम सिंह जी का भी मैं बहुत सम्मान करता हूं। हम चाहेंगे कि इनके साथ विचारधारा का गठबंधन हो। देश की राजनीति के सामने विकल्प क्या है?